रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के आने की आशंका के बीच प्रशासन ने बाहर से आने वाले लोगों पर निगरानी रखना शुरू कर दिया है. राज्य सरकार ने पिछले 2 हफ्तों से कोरोना टेस्ट बढ़ा दिए हैं. अब यहां रोजाना 40 हजार से ज्यादा कोविड टेस्ट किए जा रहे हैं.
तीसरी लहर के खतरे के मद्देनजर प्रशासन ने दूसरे शहर से आने वाले यात्रियों के लिए रायपुर रेलवे स्टेशन और स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर कोरोना की 96 घंटे के अंदर की नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी कर दिया है. जिन यात्रियों ने कोरोना के दोनों टीके लगा लिए हैं उन्हें भी एंटीजन टेस्ट की रिपोर्ट मांगी जा रही है.
दूसरे शहर से रायपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे यात्रियों ने बताया कि रायपुर रेलवे स्टेशन में कोविड टेस्ट के अच्छे इंतजाम हैं. कोविड टेस्ट करने के बाद ही यात्रियों को रेलवे स्टेशन से बाहर आने दिया जा रहा है. वहीं, ट्रेनों में भी कोरोना गाइडलाइन का पालन यात्री करते हुए नजर आ रहे हैं. सभी के चेहरे पर मास्क है. ट्रेनों में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन हो रहा है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन के दोनों डोज लगाने के बाद भी यात्रियों का कोविड टेस्ट स्टेशन में किया जा रहा है और नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही यात्रियों को रेलवे स्टेशन से बाहर आने दिया जा रहा है.
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रायपुर एयरपोर्ट से बाहर निकलने वाले यात्रियों ने बताया कि कुछ यात्री दिल्ली से आ रहे हैं तो कुछ मुंबई से, लेकिन रायपुर एयरपोर्ट में कोरोना गाइडलाइन का पूरा पालन हो रहा है. फ्लाइट में भी लगातार एयर होस्टेस द्वारा अनाउंस किया जा रहा है कि सभी मास्क पहन कर रखें. उन्होंने बताया कि रायपुर एयरपोर्ट पर दो लाइन बनाकर कोविड टेस्ट किया जा रहा है. जिन लोगों को वैक्सीन के डोज लगाए गए हैं. उनका एक लाइन बनाया जा रहा है और जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगाया उनका दूसरा. जिसके बाद कोविड टेस्ट किया जा रहा है और नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही यात्रियों को बाहर निकलने दिया जा रहा है.
कोरोना की दूसरी लहर के बाद प्रदेश में संक्रमण के मामले कम हो गए थे. लिहाजा स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना टेस्ट भी कम कर दिए थे, लेकिन अब रोजाना प्रदेश में 40 हजार से ज्यादा लोगों का कोरोना टेस्ट हो रहा है. साथ ही यह समझा जा सकता है कि प्रदेश में कोरोना संदिग्ध मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है.