रायपुर : Controversy in Chhattisgarh Congress अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव इस बार सूरजपुर दौरे पर थे. जब आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर उनसे सवाल पूछा गया तो इसके बाद जो जवाब सामने आया, उसे सुनने के बाद हर कोई हक्का बक्का हो गया. CM Bhupesh reply on TS Singhdev statement
क्या है टीएस सिंहदेव का बयान : टीएस सिंहदेव ने कहा है कि '' चुनाव आने तक अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेंगे. अभी कुछ सोचा नहीं है.'' इसके बाद नई जवाबदेही के संबंध में मजाकिया लहजे में कहा कि, ''नई जिम्मेदारी की बात हो रही है या रिटायरमेंट की. प्रदेश के 20 हजार गांवों में सड़क नहीं है. इनमें दूरदराज के सवा सौ गांव भी शामिल हैं.'' इससे पहले टीएस सिंहदेव पंचायत विभाग ही संभाल रहे थे. ऐसे में अपनी नई जिम्मेदारी और गांवों में सड़क ना होने की बात कहकर टीएस सिंहदेव ने सीधा निशाना खुद की ही सरकार पर साधा है. Tussle between TS Singhdev and CM Baghel
सिंहदेव के बयान के बाद बीजेपी का रुख : टीएस सिंहदेव के बयान पर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल Leader of Opposition Narayan Chandel ने कहा कि '' भूपेश बघेल की एकला चलो की नीति से व्यथित होकर कांग्रेस का आक्रोश सतह पर आने लगा है. पहले भी प्रधानमंत्री आवास ना बना पाने के कारण और अपनी अनदेखी के चलते सिंहदेव ने पंचायत विभाग से इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस के जन घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष होने के नाते जनता से किए वादे पूरे न होने के कारण अब जगह जगह सिंहदेव को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है.अब जनता ही नहीं कांग्रेसी कार्यकर्ता भी प्रश्न उठाने लगे हैं. सिंहदेव जी बड़े नेता है, उनमें थोड़ी नैतिकता अभी बची है. अगर वह यह कह रहे हैं कि कुछ बड़ा निर्णय लेने वाले हैं तो जरूर कुछ उनके मन में होगा." Leader of Opposition Narayan Chandel
सिंहदेव और नारायण चंदेल के बयान पर सीएम भूपेश का जवाब : सिंहदेव के इस बयान को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल CM Bhupesh Baghel ने कहा कि "' टीएस सिंहदेव ने कहा है कि चुनाव लड़ने के बारे में भविष्य में फैसला लूंगा. कार्यकर्ताओं से पूछ कर निर्णय लूंगा. उसे आप लोग जबरदस्ती घुमा रहे हैं. सभी कार्यकर्ताओं से पूछकर चुनाव लड़ने का निर्णय लेते हैं. मैं भी चुनाव लडूंगा तो कार्यकर्ताओं से पूछकर लडूंगा. इसमें उन्होंने गलत क्या कहा है.''नारायण चंदेल ने सिंहदेव के समर्थन में बयान दिया था और कहा था कि सीएम एकला चलो की नीति पर काम कर रहे हैं. चंदेल के इस बयान पर चुटकी लेते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि '' क्या नारायण चंदेल को भी बयान देने का मौका मिल गया है.''
अब आइए आपको बताते हैं कब टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल के बीच दूरियां बढ़ने के संकेत मिले. सबसे पहले बात सरकार के ढाई साल पूरे होने पर निकलकर सामने आई. जब ये बात खुद टीएस सिंहदेव ने स्वीकारी कि आलाकमान के पास सारी बातें हो चुकी थी. ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले पर ना तो सीएम बघेल ने कुछ कहा और ना ही टीएस सिंहदेव ने इसे खारिज किया. लेकिन आखिरकार ये फॉर्मूला ठंडे बस्ते में चला गया. chhattisgarh assembly election 2023
पंचायत विभाग से दिया इस्तीफा : 16 जुलाई 2022 को सिंहदेव ने पंचायत मंत्री के पद से इस्तीफा दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि ''धैर्य की परीक्षा ली जा रही है. पारिवारिक पृष्ठभूमि कांग्रेस की है. फिलहाल कांग्रेस में ही रहेंगे, लेकिन जीवन में कई निर्णय लेने पड़ते हैं.'' उन्होंने सीएम को लिखे एक लंबे चौड़े खत में विभाग के कामकाज को रोकने का जिक्र किया था.
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क्यों है टीएस सिंहदेव के मन में टीस : साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में सिंहदेव कांग्रेस के घोषणापत्र समिति के अध्य़क्ष थे. लेकिन चुनाव जीतने और फिर भूपेश बघेल के सीएम बनने के बाद पार्टी के अंदर कई बार उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देने से वंचित रखा गया. ढाई ढाई साल के फॉर्मूले के बाद तो टीएस सिंहदेव और सीएम भूपेश के बीच दूरियां और बढ़ी. ऐसे में अब चुनाव से पहले कोई बड़ा फैसला लेने की बात कहना कहीं ना कहीं आने वाले समय में टीएस सिंहदेव की नाराजगी जाहिर कर रहा है.