रायपुर: प्रदेश में लगातार शराबबंदी की मांग की जा रही है. विपक्ष हो या फिर महिला संगठन एक के बाद सब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल शराबबंदी की मांग करते रहे हैं. लेकिन अब कहीं ना कहीं सत्ता पक्ष ने भी शराबबंदी की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है. पूर्व में महिला प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष फूलो देवी नेताम और सांसद छाया वर्मा ने अपनी सरकार से प्रदेश में शराबबंदी की मांग की थी. वहीं अब बिलासपुर के एक कांग्रेस नेता ने प्रदेश में शराबबंदी की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने मांग को लेकर बिलासपुर से रायपुर तक की पदयात्रा की.
गांधीजी का धारण किया भेष
कांग्रेस कार्यकर्ता संजय सिंघानिया आंख पर गोल चश्मा, हाथ में लाठी और तन पर खादी का कपड़ा ओढ़े बिलासपुर से पैदल ही रायपुर के लिए निकल पड़े. उनकी यह पदयात्रा 28 जून को बिलासपुर से शुरू हुई थी. जिस का आज रायपुर के तेलीबांधा तालाब पर समापन हुआ. संजय बिलासपुर से पदयात्रा कर रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने पहुंचे थे. लेकिन सीएम से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई.
महिला पुलिसकर्मियों ने संजय को रोका
जैसे ही संजय, रायपुर के तेलीबांधा तालाब पहुंचे, इस बात की जानकारी पुलिस प्रशासन को लगी और तत्काल महिला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गई. उन्होंने संजय से बातचीत कर उन्हें समझाने की कोशिश की. इस बीच काफी देर तक बातचीत का दौर चलता रहा. जिसके बाद संजय महिला पुलिस अधिकारियों के सम्मान में वापस लौट गए.
छत्तीसगढ़ में शराबबंदी नहीं करना कांग्रेस की महिला सांसदों का अपमान: धरमलाल कौशिक
संजय ने महिला पुलिस अधिकारियों से कहा कि, मैं सिर्फ महिलाओं के सम्मान में आज वापस लौट रहा हूं यदि कोई पुरुष पुलिसकर्मी आता और उन्हें वापस लौटने के लिए कहता है तो वह नहीं लौटते, भले ही उन्हें गिरफ्तार ही क्यों न कर लिया गया होता. इसके बाद महिला पुलिसकर्मी ने संजय से उनका मांग पत्र लिया और उन्हें जूस और नारियल पानी पिलाया. पुलिसकर्मियों ने बाद में वाहन से बिलासपुर रवाना करने की व्यवस्था की.
गांधीजी की सुने सरकार- संजय
संजय ने बताया कि उन्होंने पहले से मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए समय नहीं लिया था. इसलिए प्रोटोकॉल के तहत मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं हो पाई है. उन्होंने बताया कि आज गांधीजी के भेष में वे इसलिए बिलासपुर से रायपुर तक की पदयात्रा की है क्योंकि दूसरों की आवाज यह सरकार नहीं सुन पा रही है. कम से कम गांधी जी की ही आवाज सुन ले, गांधीजी के भेष की इज्जत रख ले.
शराबबंदी के लिए जागरूकता
संजय ने बताया कि उनकी यात्रा काफी सफल रही है. वे पूरे रास्ते लोगों को शराब छोड़ने जागरूक करते रहे, जहां- जहां से गुजरे वहां महिलाओं ने उनका जोरदार स्वागत किया.
अभी भी कांग्रेस सरकार के कई वादे हैं अधूरे
संजय ने बताया कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में शराबबंदी का वादा किया था और कहा था कि हमारी सरकार बनते ही 10 दिनों में हर वादे पूरे किए जाएंगे आज बहुत से वादे अधूरे रह गए हैं.
मैं नहीं छोडूंगा पार्टी, भले ही कांग्रेस मुझे कर दे बाहर
संजय ने कहा कि 'मैं पार्टी नहीं छोडूंगा' मैं गांधीवादी तरीके से अपनी बात रखूंगा. भले ही बिलासपुर कांग्रेस मुझे पार्टी से क्यों न निकाल दें.