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छत्तीसगढ़ मिशन 2023 के लिए कांग्रेस मजबूत, उपचुनावों ने दी डबल ताकत

2018 के बाद छत्तीसगढ़ में हुए अब तक सभी उपचुनाव में कांग्रेस ने अपना जलवा कायम रखा है. 15 साल बाद सत्ता वापसी के बाद कांग्रेस ने उपचुनाव को गंभीरता से लेते हुए हर उपचुनाव में बेहतर परफॉर्मेंस किया. अब देखने वाली बात ये है कि उन उपचुनावों की जीत का आने वाले विधानसभा इलेक्शन पर कितना असर पड़ेगा. meaning of byelection results in chhattisgarh

छत्तीसगढ़ मिशन 2023 के लिए कांग्रेस मजबूत, उपचुनावों ने दी डबल ताकत
छत्तीसगढ़ मिशन 2023 के लिए कांग्रेस मजबूत, उपचुनावों ने दी डबल ताकत
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Published : Dec 10, 2022, 5:53 PM IST

Updated : Dec 10, 2022, 10:26 PM IST

रायपुर : छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर उपचुनाव में आरक्षण के मुद्दे को लेकर लोगों में खासी नाराजगी थी. माना जा रहा था कि इसका सीधा लाभ या तो भाजपा को मिलेगा या फिर सर्व आदिवासी समाज के निर्दलीय उम्मीदवार को, लेकिन जब चुनाव परिणाम आया तो यह सीट कांग्रेस की झोली में चली गई. जीत का अंतर भी काफी था. लगभग 21000 मतों से कांग्रेस उम्मीदवार सावित्री मंडावी ने इस सीट में जीत हासिल की. Congress strong for mission 2023 in chhattisgarh ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या विधानसभा चुनाव 2018 के बाद लगातार जनता का कांग्रेस पर विश्वास बढ़ रहा है? क्या भाजपा से जनता दूर हो रही है? या फिर यह महज इत्तेफाक है. क्या उपचुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है? क्या बीजेपी लगातार जनता का समर्थन खो रही है? इन सवालों का जवाब जानने के लिए ईटीवी भारत ने साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के आंकड़े और उपचुनाव के आंकड़ों का आंकलन किया है.



2018 चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी का मतदान प्रतिशत: साल 2018 विधानसभा चुनाव में प्रदेश में कुल 1 करोड़ 85 लाख 88520 मतदाता थे. इनमें से एक करोड़ 42 लाख 90497 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. साल 2018 विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 76.88 था. कांग्रेस ने इस चुनाव में 61,43,880 मत हासिल किए थे. यह पूरे मत का 43.0% था. कांग्रेस को 68 सीटें मिलीं. भाजपा ने 47,06830 मत हासिल किए थे और उनका वोट प्रतिशत 33.0 % था. भाजपा को 15 सीट मिली. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने 10,86, 514 वोट हासिल किए थे और उनका वोट प्रतिशत 7.6 था. जेसीसीजे को 5 सीट मिली. बहुजन समाज पार्टी ने 552313 वोट हासिल किए थे. बसपा का वोट प्रतिशत 3.9% था. बसपा को सिर्फ 2 सीट ही मिली थी. नोटा में भी 282588 वोट पड़े थे और इसका कुल प्रतिशत 2.0% था.



क्या उपचुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है?

साल 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में हर साल उपचुनाव हुए हैं. अब तक कुल 5 उपचुनाव हो चुके हैं, जिसमें सभी में कांग्रेस ने जीत हासिल की है. आइए दिखाते हैं कि इन उपचुनाव के दौरान कुल कितना मतदान हुआ और अलग अलग पार्टियों का कुल कितना वोट प्रतिशत रहा.

1.दंतेवाड़ा उपचुनाव 2019
पहला उपचुनाव दंतेवाड़ा से भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या के बाद कराया गया. कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा ने यह चुनाव जीता. कांग्रेस प्रत्याशी को 43.65% और भाजपा प्रत्याशी को 33.89% वोट मिले. यानी दोनों ही प्रत्याशियों को साल 2018 में मिले कुल वोट प्रतिशत के लगभग बराबर ही वोट मिले. हालांकि नोटा पर तीन फीसदी ज्यादा वोट पड़े.

दंतेवाड़ा में भी कांग्रेस ने दर्ज की थी जीत
दंतेवाड़ा में भी कांग्रेस ने दर्ज की थी जीत


दंतेवाड़ा (अजजा) उपचुनाव परिणाम 2019
कुल मतदाता 188987
कुल मतदान 114617
मतदान का प्रतिशत 60.65%

ज्यादा मत हासिल करने वाले 4 प्रत्याशियों की सूची
देवती कर्मा कांग्रेस 50028 43.65%
ओजस्वी मंडावी भाजपा 38836 33.89%
भीमसेन मंडावी सीपीआई 7664 06.69%
नोटा Nota 5779 05.04%

2. चित्रकोट विधानसभा उपचुनाव 2019: दीपक बैज के सांसद चुन लिए जाने पर चित्रकोट में नया विधायक चुना गया. 2018 में हुए चित्रकोट विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दीपक बैज ने भाजपा के लच्छुराम कश्यप को 17770 वोटों से हराया था. दीपक बैज को 62616 वोट मिले थे जबकि लच्छीराम कश्यप को 44846 मत मिले थे. उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रामजन बेजान को 47.31% वोट मिले. साल 2018 के कुल वोट प्रतिशत के मुकाबले 4 फीसदी से ज्यादा वोट प्रतिशत बढ़ा. वहीं भाजपा प्रत्याशी लच्छू राम कश्यप को 33.70% यानी साल 2018 के कुल वोट प्रतिशत के बराबर ही वोट मिले.

चित्रकोट में भी कांग्रेस का चला था जादू
चित्रकोट में भी कांग्रेस का चला था जादू
चित्रकोट (अजजा) उपचुनाव परिणाम 2019कुल मतदाता। 165349 कुल मतदान 131277 मतदान का प्रतिशत 79.39% ज्यादा मत हासिल करने वाले 4 प्रत्याशियों की सूचीरामजन बेजान कांग्रेस 62097 47.31% लच्छू राम कश्यप भाजपा 44235 33.70% हिडमो राम मंडावी CPI 6948 05.29% बोमाडा मंडावी जेसीसीजे 6527 04.97% 3.मरवाही विधानसभा उपचुनाव 2020अजीत जोगी के निधन से खाली मरवाही विधानसभा उपचुनाव हुआ. विधानसभा चुनाव 2018 में मरवाही सीट से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के अजीत जोगी ने भारी मतों से जीत हासिल की थी यहां भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अर्चना पोर्ते दूसरे नंबर पर थी. अजीत जोगी को यहां 70041 वोट मिले थे जबकि अर्चना ने 27579 वोट हासिल किए थे. इस तरह अजीत जोगी ने 46462 मतों से यहां बंपर जीत हासिल की थी. मरवाही उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी कृष्ण कुमार ध्रुव को 56.09% वोट मिले. कांग्रेस ने बंपर जीत दर्ज की और साल 2018 के कुल प्रतिशत के मुकाबले करीब 13 फीसदी से ज्यादा वोट परसेंटेज बढ़ा. वहीं भाजपा प्रत्याशी डॉ गंभीर सिंह को 30.45% वोट ही मिले. यानी भाजपा इस उपचुनाव में भाजपा का करीब ढाई फीसदी वोट परसेंटेज लुढ़का.
उपचुनाव से कांग्रेस को मिली बंपर मजबूती
उपचुनाव से कांग्रेस को मिली बंपर मजबूती
मरवाही (अजजा)उपचुनाव परिणाम 2020कुल मतदाता 190202 कुल मतदान 149870 मतदान का प्रतिशत 78.79% ज्यादा मत हासिल करने वाले 4 प्रत्याशियों की सूचीकृष्ण कुमार ध्रुव कॉन्ग्रेस 83561 56.09% डॉ गंभीर सिंह भाजपा 45364 30.45% रितु पदनाम। (गोंगपा) 7864 05.28% नोटा 3787 02.54% 4.खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव 2021देवव्रत सिंह के निधन से खाली खैरागढ़ में उपचुनाव हुआ. खैरागढ़ विधानसभा चुनाव 2018 में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे)के देवव्रत सिंह ने जीत हासिल की थी हालांकि जीत का अंतर महज 870 वोट का था जबकि यहां भाजपा दूसरे स्थान पर रही. देवव्रत को 61516 वोट मिले थे और भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल को 60646 वोट मिले थे. खेरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा को 52.97% और भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल को 44.81% वोट मिले. कांग्रेस के वोट प्रतिशत में साल 2018 के मुकाबले करीब 13 फीसदी का इजाफा दिखा. जबकि भाजपा का वोट प्रतिशत भी करीब 12 फीसदी बढ़ा.
खैरागढ़ उपचुनाव पर नजर
खैरागढ़ उपचुनाव पर नजर
खैरागढ़ उपचुनाव परिणाम 2021कुल मतदाता 211540मतदान का प्रतिशत 77.84% ज्यादा मत हासिल करने वाले 4 प्रत्याशियों की सूचीयशोदा नीलांबर वर्मा कांग्रेस 87889 52.97% कोमल जंघेल भाजपा 67703 44.81% विप्लव साहू FDLP 2412 01.45% नोटा Nota 2616 01.58% 5.भानुप्रतापपुर उपचुनाव परिणाम 2022भानुप्रतापपुर से कांग्रेस विधायक मनोज कुमार मंडावी का 16 अक्टूबर की सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. यदि भानूप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव 2018 की बात की जाए तो यहां से कांग्रेस मनोज मंडावी ने 26693 मतों से जीत हासिल की थी जबकि भाजपा के देवलाल दुग्गा दूसरे स्थान पर थे. मनोज मंडावी को 75520 मत मिले थे और देवलाल दुग्गा ने 45827 मत हासिल किए थे. भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी को 44.88% वोट मिले. जबकि भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम को 30.37% वोट मिले. यानी कांग्रेस का वोटिंग परसेंटेज साल 2018 के मुकाबले करीब 2 फीसदी ज्यादा रहा. वहीं भाजपा का वोटिंग परसेंटेज एक बार फिर करीब ढाई फीसदी से ज्यादा लुढ़का.
भानुप्रतापपुर के नतीजों पर नजर
भानुप्रतापपुर के नतीजों पर नजर
भानुप्रतापपुर उपचुनाव परिणाम 2022कुल मतदाता 190499कुल मतदान 145913मतदान का प्रतिशत 77.58%ज्यादा मत हासिल करने वाले 4 प्रत्याशियों की सूचीसावित्री मंडावी कांग्रेस 65449 44.88% ब्रह्मानंद नेताम भाजपा 44308 30.37%अकबर कोर्राम निर्दलीय 30417 16.05% नोटा Nota 4251 2.9%

उपचुनाव में भाजपा का वोट प्रतिशत घटा: भूपेश बघेल की सरकार आने के बाद हुए दो शुरुआती उपचुनाव में तो भाजपा का वोट प्रतिशत साल 2018 के कुल वोट प्रतिशत के लगभग बराबर रहा लेकिन अजीत जोगी की मौत के बाद हुए मरवाही उपचुनाव में भाजपा का करीब ढाई फीसदी वोट परसेंटेज लुढ़का. हालांकि खैरागढ़ उपचुनाव में भाजपा का परफार्मेंस सुधरा लेकिन भानुप्रतापपुर उपचुनाव में एक बार फिर भाजपा का वोटिंग परसेंटेज साल 2018 के कुल वोट प्रतिशत के मुकाबले करीब ढाई फीसदी से ज्यादा लुढ़का.

क्या कहते हैं पॉलिटिकल एक्सपर्ट: राजनीति के जानकारों का कहना है कि बीजेपी को भानुप्रतापपुर उपचुनाव से काफी उम्मीदें थीं लेकिन कांग्रेस ने अपना परफार्मेंस बरकरार रखा और साल 2018 के बाद हुए पांचवें उपचुनाव को भी जीत लिया. लगातार हार से भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है. यही भाजपा के लिए सबसे बड़ी चिंता भी है. भाजपा को अपने कार्यकर्ताओं को चार्ज करने के लिए बड़े पैमाने पर मेहनत करने की जरूरत है.

रायपुर : छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर उपचुनाव में आरक्षण के मुद्दे को लेकर लोगों में खासी नाराजगी थी. माना जा रहा था कि इसका सीधा लाभ या तो भाजपा को मिलेगा या फिर सर्व आदिवासी समाज के निर्दलीय उम्मीदवार को, लेकिन जब चुनाव परिणाम आया तो यह सीट कांग्रेस की झोली में चली गई. जीत का अंतर भी काफी था. लगभग 21000 मतों से कांग्रेस उम्मीदवार सावित्री मंडावी ने इस सीट में जीत हासिल की. Congress strong for mission 2023 in chhattisgarh ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या विधानसभा चुनाव 2018 के बाद लगातार जनता का कांग्रेस पर विश्वास बढ़ रहा है? क्या भाजपा से जनता दूर हो रही है? या फिर यह महज इत्तेफाक है. क्या उपचुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है? क्या बीजेपी लगातार जनता का समर्थन खो रही है? इन सवालों का जवाब जानने के लिए ईटीवी भारत ने साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के आंकड़े और उपचुनाव के आंकड़ों का आंकलन किया है.



2018 चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी का मतदान प्रतिशत: साल 2018 विधानसभा चुनाव में प्रदेश में कुल 1 करोड़ 85 लाख 88520 मतदाता थे. इनमें से एक करोड़ 42 लाख 90497 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. साल 2018 विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 76.88 था. कांग्रेस ने इस चुनाव में 61,43,880 मत हासिल किए थे. यह पूरे मत का 43.0% था. कांग्रेस को 68 सीटें मिलीं. भाजपा ने 47,06830 मत हासिल किए थे और उनका वोट प्रतिशत 33.0 % था. भाजपा को 15 सीट मिली. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने 10,86, 514 वोट हासिल किए थे और उनका वोट प्रतिशत 7.6 था. जेसीसीजे को 5 सीट मिली. बहुजन समाज पार्टी ने 552313 वोट हासिल किए थे. बसपा का वोट प्रतिशत 3.9% था. बसपा को सिर्फ 2 सीट ही मिली थी. नोटा में भी 282588 वोट पड़े थे और इसका कुल प्रतिशत 2.0% था.



क्या उपचुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है?

साल 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में हर साल उपचुनाव हुए हैं. अब तक कुल 5 उपचुनाव हो चुके हैं, जिसमें सभी में कांग्रेस ने जीत हासिल की है. आइए दिखाते हैं कि इन उपचुनाव के दौरान कुल कितना मतदान हुआ और अलग अलग पार्टियों का कुल कितना वोट प्रतिशत रहा.

1.दंतेवाड़ा उपचुनाव 2019
पहला उपचुनाव दंतेवाड़ा से भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या के बाद कराया गया. कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा ने यह चुनाव जीता. कांग्रेस प्रत्याशी को 43.65% और भाजपा प्रत्याशी को 33.89% वोट मिले. यानी दोनों ही प्रत्याशियों को साल 2018 में मिले कुल वोट प्रतिशत के लगभग बराबर ही वोट मिले. हालांकि नोटा पर तीन फीसदी ज्यादा वोट पड़े.

दंतेवाड़ा में भी कांग्रेस ने दर्ज की थी जीत
दंतेवाड़ा में भी कांग्रेस ने दर्ज की थी जीत


दंतेवाड़ा (अजजा) उपचुनाव परिणाम 2019
कुल मतदाता 188987
कुल मतदान 114617
मतदान का प्रतिशत 60.65%

ज्यादा मत हासिल करने वाले 4 प्रत्याशियों की सूची
देवती कर्मा कांग्रेस 50028 43.65%
ओजस्वी मंडावी भाजपा 38836 33.89%
भीमसेन मंडावी सीपीआई 7664 06.69%
नोटा Nota 5779 05.04%

2. चित्रकोट विधानसभा उपचुनाव 2019: दीपक बैज के सांसद चुन लिए जाने पर चित्रकोट में नया विधायक चुना गया. 2018 में हुए चित्रकोट विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दीपक बैज ने भाजपा के लच्छुराम कश्यप को 17770 वोटों से हराया था. दीपक बैज को 62616 वोट मिले थे जबकि लच्छीराम कश्यप को 44846 मत मिले थे. उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रामजन बेजान को 47.31% वोट मिले. साल 2018 के कुल वोट प्रतिशत के मुकाबले 4 फीसदी से ज्यादा वोट प्रतिशत बढ़ा. वहीं भाजपा प्रत्याशी लच्छू राम कश्यप को 33.70% यानी साल 2018 के कुल वोट प्रतिशत के बराबर ही वोट मिले.

चित्रकोट में भी कांग्रेस का चला था जादू
चित्रकोट में भी कांग्रेस का चला था जादू
चित्रकोट (अजजा) उपचुनाव परिणाम 2019कुल मतदाता। 165349 कुल मतदान 131277 मतदान का प्रतिशत 79.39% ज्यादा मत हासिल करने वाले 4 प्रत्याशियों की सूचीरामजन बेजान कांग्रेस 62097 47.31% लच्छू राम कश्यप भाजपा 44235 33.70% हिडमो राम मंडावी CPI 6948 05.29% बोमाडा मंडावी जेसीसीजे 6527 04.97% 3.मरवाही विधानसभा उपचुनाव 2020अजीत जोगी के निधन से खाली मरवाही विधानसभा उपचुनाव हुआ. विधानसभा चुनाव 2018 में मरवाही सीट से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के अजीत जोगी ने भारी मतों से जीत हासिल की थी यहां भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अर्चना पोर्ते दूसरे नंबर पर थी. अजीत जोगी को यहां 70041 वोट मिले थे जबकि अर्चना ने 27579 वोट हासिल किए थे. इस तरह अजीत जोगी ने 46462 मतों से यहां बंपर जीत हासिल की थी. मरवाही उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी कृष्ण कुमार ध्रुव को 56.09% वोट मिले. कांग्रेस ने बंपर जीत दर्ज की और साल 2018 के कुल प्रतिशत के मुकाबले करीब 13 फीसदी से ज्यादा वोट परसेंटेज बढ़ा. वहीं भाजपा प्रत्याशी डॉ गंभीर सिंह को 30.45% वोट ही मिले. यानी भाजपा इस उपचुनाव में भाजपा का करीब ढाई फीसदी वोट परसेंटेज लुढ़का.
उपचुनाव से कांग्रेस को मिली बंपर मजबूती
उपचुनाव से कांग्रेस को मिली बंपर मजबूती
मरवाही (अजजा)उपचुनाव परिणाम 2020कुल मतदाता 190202 कुल मतदान 149870 मतदान का प्रतिशत 78.79% ज्यादा मत हासिल करने वाले 4 प्रत्याशियों की सूचीकृष्ण कुमार ध्रुव कॉन्ग्रेस 83561 56.09% डॉ गंभीर सिंह भाजपा 45364 30.45% रितु पदनाम। (गोंगपा) 7864 05.28% नोटा 3787 02.54% 4.खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव 2021देवव्रत सिंह के निधन से खाली खैरागढ़ में उपचुनाव हुआ. खैरागढ़ विधानसभा चुनाव 2018 में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे)के देवव्रत सिंह ने जीत हासिल की थी हालांकि जीत का अंतर महज 870 वोट का था जबकि यहां भाजपा दूसरे स्थान पर रही. देवव्रत को 61516 वोट मिले थे और भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल को 60646 वोट मिले थे. खेरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा को 52.97% और भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल को 44.81% वोट मिले. कांग्रेस के वोट प्रतिशत में साल 2018 के मुकाबले करीब 13 फीसदी का इजाफा दिखा. जबकि भाजपा का वोट प्रतिशत भी करीब 12 फीसदी बढ़ा.
खैरागढ़ उपचुनाव पर नजर
खैरागढ़ उपचुनाव पर नजर
खैरागढ़ उपचुनाव परिणाम 2021कुल मतदाता 211540मतदान का प्रतिशत 77.84% ज्यादा मत हासिल करने वाले 4 प्रत्याशियों की सूचीयशोदा नीलांबर वर्मा कांग्रेस 87889 52.97% कोमल जंघेल भाजपा 67703 44.81% विप्लव साहू FDLP 2412 01.45% नोटा Nota 2616 01.58% 5.भानुप्रतापपुर उपचुनाव परिणाम 2022भानुप्रतापपुर से कांग्रेस विधायक मनोज कुमार मंडावी का 16 अक्टूबर की सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. यदि भानूप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव 2018 की बात की जाए तो यहां से कांग्रेस मनोज मंडावी ने 26693 मतों से जीत हासिल की थी जबकि भाजपा के देवलाल दुग्गा दूसरे स्थान पर थे. मनोज मंडावी को 75520 मत मिले थे और देवलाल दुग्गा ने 45827 मत हासिल किए थे. भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी को 44.88% वोट मिले. जबकि भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम को 30.37% वोट मिले. यानी कांग्रेस का वोटिंग परसेंटेज साल 2018 के मुकाबले करीब 2 फीसदी ज्यादा रहा. वहीं भाजपा का वोटिंग परसेंटेज एक बार फिर करीब ढाई फीसदी से ज्यादा लुढ़का.
भानुप्रतापपुर के नतीजों पर नजर
भानुप्रतापपुर के नतीजों पर नजर
भानुप्रतापपुर उपचुनाव परिणाम 2022कुल मतदाता 190499कुल मतदान 145913मतदान का प्रतिशत 77.58%ज्यादा मत हासिल करने वाले 4 प्रत्याशियों की सूचीसावित्री मंडावी कांग्रेस 65449 44.88% ब्रह्मानंद नेताम भाजपा 44308 30.37%अकबर कोर्राम निर्दलीय 30417 16.05% नोटा Nota 4251 2.9%

उपचुनाव में भाजपा का वोट प्रतिशत घटा: भूपेश बघेल की सरकार आने के बाद हुए दो शुरुआती उपचुनाव में तो भाजपा का वोट प्रतिशत साल 2018 के कुल वोट प्रतिशत के लगभग बराबर रहा लेकिन अजीत जोगी की मौत के बाद हुए मरवाही उपचुनाव में भाजपा का करीब ढाई फीसदी वोट परसेंटेज लुढ़का. हालांकि खैरागढ़ उपचुनाव में भाजपा का परफार्मेंस सुधरा लेकिन भानुप्रतापपुर उपचुनाव में एक बार फिर भाजपा का वोटिंग परसेंटेज साल 2018 के कुल वोट प्रतिशत के मुकाबले करीब ढाई फीसदी से ज्यादा लुढ़का.

क्या कहते हैं पॉलिटिकल एक्सपर्ट: राजनीति के जानकारों का कहना है कि बीजेपी को भानुप्रतापपुर उपचुनाव से काफी उम्मीदें थीं लेकिन कांग्रेस ने अपना परफार्मेंस बरकरार रखा और साल 2018 के बाद हुए पांचवें उपचुनाव को भी जीत लिया. लगातार हार से भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है. यही भाजपा के लिए सबसे बड़ी चिंता भी है. भाजपा को अपने कार्यकर्ताओं को चार्ज करने के लिए बड़े पैमाने पर मेहनत करने की जरूरत है.

Last Updated : Dec 10, 2022, 10:26 PM IST
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