रायपुर : छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर उपचुनाव में आरक्षण के मुद्दे को लेकर लोगों में खासी नाराजगी थी. माना जा रहा था कि इसका सीधा लाभ या तो भाजपा को मिलेगा या फिर सर्व आदिवासी समाज के निर्दलीय उम्मीदवार को, लेकिन जब चुनाव परिणाम आया तो यह सीट कांग्रेस की झोली में चली गई. जीत का अंतर भी काफी था. लगभग 21000 मतों से कांग्रेस उम्मीदवार सावित्री मंडावी ने इस सीट में जीत हासिल की. Congress strong for mission 2023 in chhattisgarh ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या विधानसभा चुनाव 2018 के बाद लगातार जनता का कांग्रेस पर विश्वास बढ़ रहा है? क्या भाजपा से जनता दूर हो रही है? या फिर यह महज इत्तेफाक है. क्या उपचुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है? क्या बीजेपी लगातार जनता का समर्थन खो रही है? इन सवालों का जवाब जानने के लिए ईटीवी भारत ने साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के आंकड़े और उपचुनाव के आंकड़ों का आंकलन किया है.
2018 चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी का मतदान प्रतिशत: साल 2018 विधानसभा चुनाव में प्रदेश में कुल 1 करोड़ 85 लाख 88520 मतदाता थे. इनमें से एक करोड़ 42 लाख 90497 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. साल 2018 विधानसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 76.88 था. कांग्रेस ने इस चुनाव में 61,43,880 मत हासिल किए थे. यह पूरे मत का 43.0% था. कांग्रेस को 68 सीटें मिलीं. भाजपा ने 47,06830 मत हासिल किए थे और उनका वोट प्रतिशत 33.0 % था. भाजपा को 15 सीट मिली. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने 10,86, 514 वोट हासिल किए थे और उनका वोट प्रतिशत 7.6 था. जेसीसीजे को 5 सीट मिली. बहुजन समाज पार्टी ने 552313 वोट हासिल किए थे. बसपा का वोट प्रतिशत 3.9% था. बसपा को सिर्फ 2 सीट ही मिली थी. नोटा में भी 282588 वोट पड़े थे और इसका कुल प्रतिशत 2.0% था.
क्या उपचुनाव में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ा है?
साल 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में हर साल उपचुनाव हुए हैं. अब तक कुल 5 उपचुनाव हो चुके हैं, जिसमें सभी में कांग्रेस ने जीत हासिल की है. आइए दिखाते हैं कि इन उपचुनाव के दौरान कुल कितना मतदान हुआ और अलग अलग पार्टियों का कुल कितना वोट प्रतिशत रहा.
1.दंतेवाड़ा उपचुनाव 2019
पहला उपचुनाव दंतेवाड़ा से भाजपा विधायक भीमा मंडावी की हत्या के बाद कराया गया. कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा ने यह चुनाव जीता. कांग्रेस प्रत्याशी को 43.65% और भाजपा प्रत्याशी को 33.89% वोट मिले. यानी दोनों ही प्रत्याशियों को साल 2018 में मिले कुल वोट प्रतिशत के लगभग बराबर ही वोट मिले. हालांकि नोटा पर तीन फीसदी ज्यादा वोट पड़े.
दंतेवाड़ा (अजजा) उपचुनाव परिणाम 2019
कुल मतदाता 188987
कुल मतदान 114617
मतदान का प्रतिशत 60.65%
ज्यादा मत हासिल करने वाले 4 प्रत्याशियों की सूची
देवती कर्मा कांग्रेस 50028 43.65%
ओजस्वी मंडावी भाजपा 38836 33.89%
भीमसेन मंडावी सीपीआई 7664 06.69%
नोटा Nota 5779 05.04%
2. चित्रकोट विधानसभा उपचुनाव 2019: दीपक बैज के सांसद चुन लिए जाने पर चित्रकोट में नया विधायक चुना गया. 2018 में हुए चित्रकोट विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दीपक बैज ने भाजपा के लच्छुराम कश्यप को 17770 वोटों से हराया था. दीपक बैज को 62616 वोट मिले थे जबकि लच्छीराम कश्यप को 44846 मत मिले थे. उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रामजन बेजान को 47.31% वोट मिले. साल 2018 के कुल वोट प्रतिशत के मुकाबले 4 फीसदी से ज्यादा वोट प्रतिशत बढ़ा. वहीं भाजपा प्रत्याशी लच्छू राम कश्यप को 33.70% यानी साल 2018 के कुल वोट प्रतिशत के बराबर ही वोट मिले.
उपचुनाव में भाजपा का वोट प्रतिशत घटा: भूपेश बघेल की सरकार आने के बाद हुए दो शुरुआती उपचुनाव में तो भाजपा का वोट प्रतिशत साल 2018 के कुल वोट प्रतिशत के लगभग बराबर रहा लेकिन अजीत जोगी की मौत के बाद हुए मरवाही उपचुनाव में भाजपा का करीब ढाई फीसदी वोट परसेंटेज लुढ़का. हालांकि खैरागढ़ उपचुनाव में भाजपा का परफार्मेंस सुधरा लेकिन भानुप्रतापपुर उपचुनाव में एक बार फिर भाजपा का वोटिंग परसेंटेज साल 2018 के कुल वोट प्रतिशत के मुकाबले करीब ढाई फीसदी से ज्यादा लुढ़का.
क्या कहते हैं पॉलिटिकल एक्सपर्ट: राजनीति के जानकारों का कहना है कि बीजेपी को भानुप्रतापपुर उपचुनाव से काफी उम्मीदें थीं लेकिन कांग्रेस ने अपना परफार्मेंस बरकरार रखा और साल 2018 के बाद हुए पांचवें उपचुनाव को भी जीत लिया. लगातार हार से भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल टूट रहा है. यही भाजपा के लिए सबसे बड़ी चिंता भी है. भाजपा को अपने कार्यकर्ताओं को चार्ज करने के लिए बड़े पैमाने पर मेहनत करने की जरूरत है.