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कौन होगा कांग्रेस का अगला प्रदेश अध्यक्ष, इन नामों पर चर्चा

धनेंद्र साहू का नाम भी इस सूची में ऊपरी क्रम में है. उन्होंने पहले भी प्रदेश कांग्रेस की कमान संभाली है. इधर, सत्यनारायण शर्मा को भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद का प्रवल दावेदार माना जा रहा है.

कौन होगा कांग्रेस का अगला प्रदेश अध्यक्ष, इन नामों पर चर्चा
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Published : May 20, 2019, 9:16 AM IST

रायपुरः छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने नया प्रदेश अध्यक्ष बनाने की कवायद शुरू कर दी है. इस पर लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद फैसला लिया जा सकता है. बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल फिलहाल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाल रहे हैं.

कौन होगा कांग्रेस का अगला प्रदेश अध्यक्ष, इन नामों पर चर्चा

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में कई नाम शामिल हैं. लोकसभा चुनाव के पहले आदिवासी नेता अमरजीत भगत का नाम इस दौड़ में सबसे आगे चल रहा था. कयास लगाए जा रहे थे कि भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद पार्टी अमरजीत भगत को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और पार्टी ने बघेल के नेतृत्व में ही लोकसभा चुनाव लड़ा.

धनेंद्र साहू संभाल सकते हैं कमान
इसके अलावा धनेंद्र साहू का नाम भी इस सूची में ऊपरी क्रम में है. उन्होंने पहले भी प्रदेश कांग्रेस की कमान संभाली है. इधर, सत्यनारायण शर्मा को भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद का प्रवल दावेदार माना जा रहा है. शर्मा 6 बार विधायक रहे हैं. पार्टी में भी उनकी मजबूत पकड़ है.

एक मंत्री पद है खाली
संभावना ये भी जताई जा रही है कि इन दोनों नेताओं में से एक को कैबिनेट मंत्री बना दिया जाए और दूसरे को प्रदेश अध्यक्ष. बता दें कि भूपेश सरकार में फिलहाल एक मंत्री पद खाली है, जिसे लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भरा जाएगा.

मनोज मंडावी का नाम आ सकता है आगे
इनके अलावा आदिवासियों को साधने के लिए बस्तर संभाग से भी प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना है, जिसमें मनोज मंडावी का नाम सामने आ सकता है. वहीं महिला दावेदार में करुणा शुक्ला का नाम सबसे आगे है. इनके अलावा कई और नाम हैं जिन पर कांग्रेस हाईकमान विचार कर सकता है.

क्या चाहते हैं कार्यकर्ता
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि कार्यकर्ता तो अभी भी चाहते हैं कि भूपेश बघेल ही प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालें. लेकिन सीएम पद के कारण उनकी जिम्मेदारियां काफी बढ़ गई हैं. ऐसे में अध्यक्ष पद का निर्वाहन करने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है. साथ ही बघेल अध्यक्ष पद किसी और को देने की मंशा पहले भी जाहिर कर चुके हैं.

लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद होगा फैसला
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि इसका फैसला लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद लिया जाएगा. शुक्ला ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए जाति समीकरण को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि जो इस पद के लिए योग्य होगा, उसे ही प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा.

रायपुरः छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने नया प्रदेश अध्यक्ष बनाने की कवायद शुरू कर दी है. इस पर लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद फैसला लिया जा सकता है. बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल फिलहाल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाल रहे हैं.

कौन होगा कांग्रेस का अगला प्रदेश अध्यक्ष, इन नामों पर चर्चा

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में कई नाम शामिल हैं. लोकसभा चुनाव के पहले आदिवासी नेता अमरजीत भगत का नाम इस दौड़ में सबसे आगे चल रहा था. कयास लगाए जा रहे थे कि भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद पार्टी अमरजीत भगत को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और पार्टी ने बघेल के नेतृत्व में ही लोकसभा चुनाव लड़ा.

धनेंद्र साहू संभाल सकते हैं कमान
इसके अलावा धनेंद्र साहू का नाम भी इस सूची में ऊपरी क्रम में है. उन्होंने पहले भी प्रदेश कांग्रेस की कमान संभाली है. इधर, सत्यनारायण शर्मा को भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद का प्रवल दावेदार माना जा रहा है. शर्मा 6 बार विधायक रहे हैं. पार्टी में भी उनकी मजबूत पकड़ है.

एक मंत्री पद है खाली
संभावना ये भी जताई जा रही है कि इन दोनों नेताओं में से एक को कैबिनेट मंत्री बना दिया जाए और दूसरे को प्रदेश अध्यक्ष. बता दें कि भूपेश सरकार में फिलहाल एक मंत्री पद खाली है, जिसे लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भरा जाएगा.

मनोज मंडावी का नाम आ सकता है आगे
इनके अलावा आदिवासियों को साधने के लिए बस्तर संभाग से भी प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना है, जिसमें मनोज मंडावी का नाम सामने आ सकता है. वहीं महिला दावेदार में करुणा शुक्ला का नाम सबसे आगे है. इनके अलावा कई और नाम हैं जिन पर कांग्रेस हाईकमान विचार कर सकता है.

क्या चाहते हैं कार्यकर्ता
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि कार्यकर्ता तो अभी भी चाहते हैं कि भूपेश बघेल ही प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालें. लेकिन सीएम पद के कारण उनकी जिम्मेदारियां काफी बढ़ गई हैं. ऐसे में अध्यक्ष पद का निर्वाहन करने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है. साथ ही बघेल अध्यक्ष पद किसी और को देने की मंशा पहले भी जाहिर कर चुके हैं.

लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद होगा फैसला
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि इसका फैसला लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद लिया जाएगा. शुक्ला ने प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए जाति समीकरण को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि जो इस पद के लिए योग्य होगा, उसे ही प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा.

Intro:रायपुर । लोकसभा चुनाव के नतीजों को कुछ दिन ही शेष रह गए हैं 23 मई को यह साफ हो जाएगा कि देश में किसकी सरकार बन रही है और आगामी प्रधानमंत्री कौन होगा।

लेकिन इस बीच छत्तीसगढ़ की राजनीति की बात की जाए तो यहां भी भारी फेरबदल हो सकता है खासकर कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर बदलाव किए जा सकते हैं । कांग्रेस आलाकमान इस प्रदेश की बागडोर किस नेता को सौंपते है इस पर आज भी संशय बरकरार है

बता दें कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा गया था और प्रदेश में 90 में से 68 सीटों पर कांग्रेस का जीत हुई । बघेल के नेतृत्व में मिली सफलता के बाद बघेल का कद कांग्रेस की राष्ट्रीय राजनीति में बढ़ गया है साथ ही वे अब प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं ऐसे में स्वाभाविक तौर पर पार्टी की बागडोर संभालना उनके लिए थोड़ा परेशानी का सबब पैदा कर सकता है और यही वजह है कि अब कांग्रेस पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर कवायद शुरू हो गई है जिस को अमलीजामा लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पहनाया जा सकता है

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में कई नाम शामिल है लोकसभा चुनाव के पहले सरगुजा से आदिवासी नेता अमरजीत भगत का नाम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में सबसे आगे था कयास लगाए जा रहा था कि भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद पार्टी अमरजीत भगत को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप सकती है लेकिन ऐसा हुआ नहीं और पार्टी ने भूपेश बघेल के नेतृत्व में ही लोकसभा चुनाव लड़ा .

इसके अलावा धनेंद्र साहू का नाम भी सूची में ऊपरी क्रम में है क्योंकि उन्होंने पहले भी प्रदेश कांग्रेस की कमान संभाली है साथ ही सत्यनारायण शर्मा को भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद का प्रवल दावेदार माना जा रहा है। क्योकि वे 6 बार के विधायक है ओर उनकी पार्टी में भी मजबूत पकड़ है । ये दोनों नेता रायपुर से आते है ।

यह भी संभावना जताई जा रही है कि हो सकता है कि इन दोनों नेताओं में से एक को केबिनेट मंत्री बना दिया जाय और दूसरे को प्रदेश अध्यक्ष। क्योकि भुपेश सरकार में अभी भी एक मंत्री का पद खाली है जिसे लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद भरा जाएगा ।

इनके अलावा आदिवासियों को साधने के लिए बस्तर संभाग से भी है प्रदेश अध्यक्ष मनाए जाने की संभावना है जिसमें मनोज मंडावी का नाम भी आ सकता है । वही यदि इस बार पार्टी प्रदेश की कमान किसी महिला को सौपने पर विचार कर रही होगी तो करुणा शुक्ला इनकी प्रवल दावेदार है । क्योंकि वे कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री हैं साथ ही पार्टी में काफी लोकप्रिय भी हैं।

इनके अलावा कई और नाम है जिस पर हाईकमान विचार कर सकता है लेकिन यह साफ है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उसी को बनाया जाएगा जो भूपेश बघेल का करीब और पसंदीदा होगा।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर पार्टी का रुख साफ है कि जो हाईकमान जो निर्णय लेगा उसे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि कार्यकर्ता तो अभी भी चाहते हैं कि भूपेश बघेल ही प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाले लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद वे मुख्यमंत्री बनाए गए हैं और उन की जवाबदारीया बढ़ गई हैं ऐसे में अध्यक्ष पद का निर्वाहन करने थोड़ी दिक्कत हो सकती है साथ ही अध्यक्ष पद किसी और को दिए जाने की मंशा भूपेश बघेल पूर्व में भी जाहिर कर चुके हैं अब ईसका फैसला लोकसभा चुनाव के नतीजा आने के बाद हाईकमान लेगा । सुशील आनंद शुक्ला ने प्रदेश अध्यक्ष के लिए जाति समीकरण को सिरे से खारिज कर दिया है उन्होंने कहा कि जो इस पद के योग्य होगा उसे प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा इसमें जात पात को देखकर प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं की जाएगी

बाइट सुशील आनंद शुक्ला प्रदेश प्रवक्ता कांग्रेस



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