रायपुर: देश की सियासत को सुलगा रहे टूलकिट विवाद ने छत्तीसगढ़ में भी सियासी गलियारों का तापमान बढ़ा दिया है. कथित टूलकिट को लेकर कांग्रेस ने पूर्व सीएम रमन सिंह और संबित पात्रा के के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रवक्ता संबित पात्रा, स्मृति ईरानी और बीएल संतोष, संबित पात्रा पर समेत कई बीजेपी नेताओं के खिलाफ छत्तीसगढ़ के 52 पुलिस थानों में FIR दर्ज कराई है. जानकार भी बड़े पैमाने पर FIR दर्ज कराने को प्रदेश की सियासत में एक नई परंपरा बता रहे हैं. इस मामले में बीजेपी ने जहां शुक्रवार को प्रदेशभर में FIR किए जाने के विरोध में घर-घर में धरना दिया. वहीं शनिवार को बीजेपी प्रदेश में बड़ा आंदोलन करने जा रही है. बीजेपी प्रदेश के सभी थानों में गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन करेगी.
टूलकिट को लेकर प्रदेश की राजनीति में भूचाल
टूलकिट को लेकर सियासत ने प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है. कांग्रेस ने जहां इस मामले में पूर्व सीएम रमन सिंह और संबित पात्रा समेत बीजेपी के कुछ नेताओं के खिलाफ रायपुर के सिविल लाइन थाने में FIR दर्ज कराई थी. इसके विरोध में बीजेपी ने सोशल मीडिया पर एक बड़ा अभियान छेड़ दिया और # 'भूपेश हमें भी गिरफ्तार करो' को ट्रेंड करा दिया. इसका जवाब सोशल मीडिया पर ही कांग्रेस के नेताओं ने जमकर भड़ास निकाल कर दिया. और देखते ही देखते प्रदेश भर के 52 पुलिस थानों में बीजेपी नेताओं के खिलाफ शिकायत और FIR दर्ज करा दी गई.
कांग्रेस को बदनाम कर रही है बीजेपी: भावेश शुक्ला
भावेश शुक्ला ने बताया कि रमन सिंह और संबित पात्रा जैसे जिम्मेदार लोग कांग्रेस को बदनाम कर रहे हैं. पार्टी ने सबसे पहले पूर्व सीएम रमन सिंह और संबित पात्रा के खिलाफ रायपुर के सिविल लाइन थाने में FIR दर्ज कराई है. शुक्ला ने कहा कि NSUI कार्यकर्ता प्रदेश के विभिन्न थानों में जाकर FIR दर्ज कराया है.
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बीजेपी के कार्यकर्ता FIR से डरने वाले नहीं हैं: रमन सिंह
टूलकिट मामले में FIR दर्ज किए जाने को लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार को छोटी मानसिकता वाली सरकार बताया है. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को FIR का बड़ा शौक है. यह बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को FIR दर्ज कर डराना चाहते हैं. लेकिन बीजेपी के कार्यकर्ता FIR से डरने वाले नहीं हैं. भूपेश सरकार को चुनौती देते हुए पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार उन्हें ओर उनके कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करे. वे इसके लिए तैयार हैं. रमन सिंह ने बताया कि शनिवार को प्रदेश भर में बीजेपी कार्यकर्ता थाने के बाहर गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन करेंगे.
बीजेपी का हर कार्यकर्ता, गिरफ्तारी देने को तैयार: बृजमोहन अग्रवाल
इस मामले में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भूपेश सरकार को तानाशाह बताया है. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस AICC का इंस्ट्रूमेंट बनकर रह गई है. पूरे देश में जो कहीं नहीं होता वह छत्तीसगढ़ में होता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ का शासन-प्रशासन संभाल नहीं पा रही है. वहीं विरोधी दलों के ऊपर अपराध दर्ज कराना उनका मुख्य काम हो गया है. अग्रवाल ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी का हर कार्यकर्ता, गिरफ्तारी देने को तैयार है.
'ये साइबर का मामला, सरकार कर रही शासकीय तंत्र का दुरुपयोग'
बड़ी संख्या में बीजेपी नेताओं पर FIR कराए जाने के मामले में वरिष्ठ पत्रकार गिरीश केसरवानी ने शासकीय तंत्र का दुरुपयोग बताया है. उन्होंने कहा कि टूलकिट मामला साइबर क्राइम का मामला है. जिस तरह से पूरे प्रदेश में एक सत्ताधारी दल दूसरे राजनीतिक दल के नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज करा रहा है. कहीं न कहीं यह शासकीय तंत्र का दुरुपयोग है. केसरवानी ने बताया कि प्रदेश में पिछले कुछ समय से सरकारी तंत्र के दुरुपयोग के मामले लगातार बढ़ते गए हैं. यदि पूर्व की बात की जाए तो रमन सरकार में भी राजनीतिक दलों के खिलाफ पुलिस तंत्र का दुरुपयोग किया गया था. अब कांग्रेस की सरकार उसी रास्ते पर चल रही है.
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'जितने ज्यादा थानों में दर्ज होगी FIR, उतनी बढ़ेगी परेशानी'
क्रिमिनल मामलों के एडवोकेट फैजल रिजवी का कहना है कि जिस तरह से टूलकिट मामले में FIR दर्ज कराई गई है. उन मामलों में पूछताछ के लिए संबंधित लोगों को थाने में बुलाया जाएगा. यह मामले प्रदेश के जितने थानों में दर्ज होंगे उतने थानों में पुलिस पूछताछ के लिए संबंधित व्यक्तियों को बुलाया जाएगा. यदि वे अपना बयान दर्ज कराने थाने नहीं पहुंचते हैं तो आगे गिरफ्तारी भी हो सकती है.
क्या होता है टूलकिट ?
टूलकिट एक डिजिटल दस्तावेज होता है. इसे सोशल मीडिया के जरिए शेयर किया जाता है. टूलकिट आमतौर पर किसी मुद्दे को लेकर तैयार किया जाता है. उस मुद्दे पर तैयारियों और आगे का रोडमैप का उल्लेख किया जाता है. टूलकिट में संबंधित मामले से जुड़ा हर अपडेट डाला जाता है.उस मुद्दे से जुड़े अदालती याचिकाओं, प्रदर्शनकारियों की जानकारी, इसे जन आंदोलन बनाने की कोशिश से जुड़ी तमाम सामग्री सूचनाओं के तौर पर उपलब्ध करवाई जाती है. इसमें एक्शन प्वाइंट दिया होता है और उसी के मुताबिक तैयारी की जाती है. सोशल मीडिया पर हैशटैग भी चलाया जाता है.
सीधे शब्दों में कहें तो एक तरह का नोट या डॉक्यूमेंट होता है, जिसमें किसी मामले को लेकर कई जानकारी लिखी होती है. इस डॉक्यूमेंट को इंटरनेट के माध्यम से एक-दूसरे को भेजा जाता है या सोशल मीडिया पर किसी चीज का प्रचार किया जाता है. इसका इस्तेमाल अक्सर आंदोलन या प्रदर्शन में ज्यादातर होता है. इसमें जानकारी दी जाती है कि भीड़ को कहां इकट्ठा होना है, कौन से नारे लगाने हैं और सोशल मीडिया पर किस हैशटैग के साथ अपनी बात रखनी है और किस तरह से आंदोलन को आगे लेकर जाना है. इस तरह देश के साथ छत्तीसगढ़ में फिलहाल टूलकिट मामला चर्चा का विषय बना हुआ है.