रायपुर : अंतागढ़ टेपकांड मामले में मंतूराम के खुलासे के बाद राजनैतिक सुर्खियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं. उपचुनाव में खरीद-फरोख्त मामले की शिकायत को लेकर प्रदेश कांग्रेस के नेता प्रवर्तन निदेशालय (ED) के दफ्तर पहुंचे. नेताओं ने 7 करोड़ रुपए कहां से आए और कहां खर्च किए गए, इसकी लिखित शिकायत की है. इस दौरान कांग्रेस नेताओं का ED के अधिकारियों से शिकायत को लेकर नोक झोक भी हुई.
इस मामले की शिकायत करने कांग्रेस नेता रमेश वर्ल्यानी, पूर्व महापौर किरणमयी नायक, विधायक कुलदीप जुनेजा, विधायक विकास उपाध्याय सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं ने पुजारी पार्क स्थित ED के दफ्तर पहुंचे. शिकायत में कहा कि अंतागढ़ मामले में ईडी में भी मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाए. उपचुनाव को प्रभावित करने वाला यह पैसा कहां से आया, इसकी जांच होनी चाहिए.
कांग्रेस बढ़ा सकती है राजेश मूणत की मुश्किलें
कांग्रेस नेता रमेश वर्ल्यानी ने मामले मे कहा कि, भ्रष्टाचार के लिए पैसे देने वाले दोषी व्यक्ति पूर्व मंत्री राजेश मूणत हैं. उनके बंगले में साढ़े सात करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ है. इसका हलफनामा और हलफिया बयान 164 के तहत मंतूराम पवार ने दिया है. इसके लिए ईडी से शिकायत की गई है.
मंतूराम पवार ने इनके लिए हैं नाम
7 सिंतबर को मंतूराम पवार ने अंतागढ़ टेपकांड मामले में जिला न्यायलय में अपना बयान दर्ज कराया था. उसने कहा था कि उपचुनाव में 7 करोड़ रुपए में डील हुई थी और डील में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत और पूर्व विधायक अमित जोगी शामिल थे.