रायपुर: मणिपुर हिंसा और मणिपुर में महिलाओं से दरिंदगी पर सियासत तेज हो गई है. पूरे देश में इस घटना के बाद विरोध प्रदर्शन जारी है. लोगों में गुस्सा है. राजनीतिक दलों ने भी इस घटना की आलोचना की है. कांग्रेस समेत देश के तमाम विपक्षी दल बीजेपी पर हमलावर है. इस मसले पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने निंदा प्रस्ताव पारित किया है. छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस की बैठक में यह निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है.
मणिपुर में महिलाओं से बदसलूकी पर कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा: छत्तीसगढ़ कांग्रेस की कार्यकारिणी की बैठक में पीसीसी चीफ दीपक बैज मणिपुर की घटना पर निंदा प्रस्ताव लेकर आए. इस प्रस्ताव का सीएम भूपेश बघेल ने समर्थन किया. फिर यह प्रस्ताव कांग्रेस बैठक में पारित हुआ. रायपुर में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कार्यकारिणी की बैठक हो रही थी.
पीसीसी चीफ दीपक बैज का मोदी सरकार पर निशाना: मणिपुर में हिंसा और महिलाओं से बदसलूकी के मामले में दीपक बैज ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. दीपक बैज ने कहा कि मोदी सरकार मणिपुर की जनता को सुरक्षा देने में नाकाम रही है.
"मणिपुर हिंसा के वक्त पीएम मोदी और अमित शाह रैली कर रहे थे": सीएम भूपेश बघेल ने मणिपुर की हिंसा पर मोदी सरकार और गृह मंत्री अमित शाह पर हमला किया. उन्होंने कहा कि" जब घटना की शुरुआत हुई उस समय कर्नाटक चुनाव चल रहे थे. उस दौरान अमित शाह वहीं थे. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने मुझे वहां प्रेस कॉन्फ्रेंस लेने भेजा था. मैंने पत्रकारों से चर्चा की, कहा कि मणिपुर जल रहा है और गृहमंत्री रैली कर रहे हैं. प्रधानमंत्री को आपने देखा कि किस प्रकार से बजरंगबली की जय लगाते हुए कर्नाटक की गलियों में घूम रहे थे. बजरंगबली का गदा ऐसा पड़ा की पूछो मत, रस्सी जल गई पर बल नहीं गया"
मणिपुर की घटना पर पीएम ने सिर्फ 36 सेकेंड बात की: भूपेश बघेल ने कहा कि "मणिपुर की घटना को लेकर प्रधानमंत्री पहली बार मीडिया के सामने आए. केवल 36 सेकंड बात की है.मणिपुर के बारे में सबसे अंतिम में कहा. उसमें राजस्थान और छत्तीसगढ़ की बात कर रहे थे और उसमें मणिपुर की चर्चा की. वहां भी आप राजनीति करने से चूक नहीं रहे हैं. मणिपुर जल रहा है, 50,000 लोग मणिपुर छोड़कर जा चुके हैं. 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. बेटी बहू के साथ बलात्कार किया जा रहा है.उन्हें नग्न घुमाया जा रहा है. घरों को आग लगाई जा रही है. ऐसे समय में कोई आदमी कैसे राजनीतिक बात कर सकता है"
मणिपुर में बीते 70 से ज्यादा दिनों से तनाव: मणिपुर में बीते 70 से ज्यादा दिनों से हिंसा और तनाव है. 19 जुलाई को बीते 4 मई 2022 का एक वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें एक भीड़ पर दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटने और गांव में घुमाने का आरोप है. आरोपियों ने महिलाओं के साथ बेहद शर्मनाक हरकत की. उनके साथ दरिंदगी की गई और यौन हिंसा को अंजाम दिया गया. मणिपुर की हिंसा में अब तक 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसी घटना के विरोध में छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने निंदा प्रस्ताव पारित किया है.