रायपुर: प्रधानमंत्री मोदी के छत्तीसगढ़ दोरे के बाद अब राज्य के राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस ने एक बार फिर घोटालों को लेकर भाजपा सरकार को निशाना बनाया है. राजीव भवन में शनिवार को प्रेसवार्ता कर कांग्रेस ने भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए. भाजपा सरकार में हुए भ्रष्टाचार को गिनाते हुए भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया.
केंद्रीय एजेंसियों के बल पर धमकाने का आरोप: कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर भाजपा शासित राज्यों में हो रहे घपले घोटालों पर मौन धारण करने का आरोप लगाया. पीएम मोदी को 50 लाख करोड़ से भी अधिक घोटाले की जांच से डरने और मित्र अडानी के घोटाले पर चुप्पी साधने की बात कही. भाजपा लीडर्स को लॉन्ड्रिंग मशीन बताते हुए ईडी पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के बहाने दूसरे दल के नेताओं को भाजपा के लीडर लॉन्ड्री में लाने का इल्जाम थोपा. वहीं भाजपा में शामिल होते ही आरोपी नेताओं के दाग पूरी तरह धुल जाने की भी बात कही.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में आकर भाषण दिया कि कोई भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में भाजपा भ्रष्टाचारियों के संरक्षण बनकर सामने आई है. विपक्षी दल के नेताओं को केंद्रीय एजेंसियों के दम पर धमकाया जाता है. उनके खिलाफ ईडी की कार्रवाई कराई जाती है. लेकिन जैसे ही कोई नेता भाजपा में शामिल हो जाते हैं तो उनके दामन साफ हो जाते हैं. -सुशील आनंद शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष, मीडिया विभाग कांग्रेस
कांग्रेस ने भाजपा पर इन घपले घोटालों का लगाया आरोप: कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के व्यापमं घोटाला, ई-टेंडरिंग घोटाला, पोषण आहार घोटाला, 540 करोड़ का शौचालय घोटाला, नर्मदा किनारे वृक्षारोपण घोटाला, अवैध रेत पर घोटाला, महाकाल कॉरिडोर घोटाला जैसे मुद्दों पर खुलकर भाजपा पर आरोप लगाए. साथ ही गुजरात के 600 करोड़ का कोयला घोटाला, जिसमें 2008 से 2022 के बीच 7 लाख टन कोयला गायब होने का आरोप लगाया. सीएम खट्टर के प्रिंसिपल ओएसडी नीरज पर लैंड डील, कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर थीम पार्क के निर्माण में करोड़ों के भ्रष्टाचार और हरियाणा लोक सेवा आयोग की भर्ती में विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए घूस लेने का आरोप मढ़ा. उत्तर प्रदेश में कोरोना किट में करोड़ों का भ्रष्टाचार, 22 सौ करोड़ का प्रोविडेंट फंड घोटाला, बरेली का चिटफंड घोटाले को लेकर भी कांग्रेस ने सवाल उठाए.