रायपुर: खैरागढ़ में आज उपचुनाव के लिए मतदान संपन्न हो चुके हैं. खैरागढ़ उपचुनाव में शाम 5 बजे तक रिकॉर्ड 78 फीसद मतदान हुए है. 16 अप्रैल को तय हो जाएगा कि खैरागढ़ में किसकी फतेह होगी. मतदान खत्म होते ही कांग्रेस और भाजपा ने अपने-अपने जीत का दावा किया है. बता दें कि खैरागढ़ में 291 केंद्र पर मतदान बनाए गए थे.
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भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने बताया कि खैरागढ़ उपचुनाव 2022 में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल है. भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने खैरागढ़ उपचुनाव में जमकर मेहनत किया है. जिसका लाभ खैरागढ़ में हमें देखने को मिलेगा. खैरागढ़ में चुनाव कांग्रेस पार्टी नहीं लड़ रही ना कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी लड़ रहा है, बल्कि खैरागढ़ में चुनाव मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लड़ रहे हैं. सरकार ने पिछले 3 साल से खैरागढ़ की जनता के साथ में विश्वासघात किया है. किसी भी प्रकार के विकास के कार्य वहां पर नहीं हुए हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार ने जिला बनाने की घोषणा के साथ साथ पूरे प्रशासनिक अमला को खैरागढ़ में झोंक दिया है. प्रशासन के दबाव में खैरागढ़ में चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है. अगर चुनाव निष्पक्ष रुप से होता है तो निसंदेह भाजपा के प्रत्याशी वहां पर विजयी होंगे, लेकिन अपनी संभावित हार को देखकर तमाम प्रकार के षड्यंत्र और दुष्प्रचार का सरकार द्वारा खैरागढ़ में सहारा लिया जा रहा है, जिससे निसंदेह खैरागढ़ उपचुनाव प्रभावित होने की आशंका है.
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वहीं कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने बताया कि खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के मतदान में खैरागढ़ की जनता ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है. लगभग 80 फीसद के आसपास मतदान खैरागढ़ में हुए हैं. भारी संख्या में खैरागढ़ उपचुनाव में मातृशक्ति ने भी अपने मत का उपयोग किया है. खैरागढ़ की जनता ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम पर और खैरागढ़ को जिला बनाने के लिए बढ़-चढ़कर मतदान किया है. खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी ऐतिहासिक मतों से जीत कर आयेगी और खैरागढ़ 17 अप्रैल को जिला बनेगा.