रायपुर में भाजपा विधायक दल की बैठक कल, सीएम नाम की भी होगी घोषणा
दिल्ली से रायपुर लौटे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि रविवार को भाजपा विधायक दल की बैठक होगी. साव ने कहा- छत्तीसगढ़ की जनता ने ऐतिहासिक जनमत दिया है. इसके लिए छत्तीसगढ़ की जनता का आभार व्यक्त करता हूं. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जी जान से मेहनत की. उन सबको बधाई देता हूं. सीट के हिसाब से भी ऐतिहासिक जीत हुई हैं. इस जीत का श्रेय जनता को जाता है. हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को जाता है. उनकी गारंटी ने ही भाजपा को छत्तीसगढ़ में जीत दिलाई है. प्रदेश के नेता, प्रभारी, सह प्रभारी ने भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया. केंद्र के सभी दिग्गज मंत्री लगातार छत्तीसगढ़ आए जिसका फायदा भाजपा को मिला.
अरुण साव ने बताया रायपुर में भाजपा विधायक दल की बैठक रविवार को होगी. इसके लिए तीन पर्यवक्षकों की नियुक्ति हुई हैं. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम विधायकों की बैठक लेंगे. प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, सह प्रभारी मनसुख मांडविया और नितिन नबीन भी बैठक में शामिल होंगे.
06:48 December 09
CG CM
रायपुर\दिल्ली: छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के लिए अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. रविवार को छत्तीसगढ़ को नया सीएम मिल सकता है. छत्तीसगढ़ में सीएम नाम फाइनल करने के लिए भाजपा ने तीन पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है जो जल्द सीएम का नाम तय करेंगे. सीएम रेस में कई नाम आगे चल रहे हैं. जिनमें प्रमुख रूप से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व आईएएस ओपी चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय का नाम चर्चा में है. आदिवासी महिला सांसद रेणुका सिंह और गोमती साय का नाम भी शामिल हैं. लता उसेंडी भी सीएम रेस में है. शुक्रवार को पूर्व सीएम रमन सिंह ने विधायक दल की बैठक के बाद सीएम की घोषणा की बात कही थी. रमन सिंह ने लोकसभा चुनाव की सभी 11 सीटें भी भाजपा की झोली में आने का भी दावा किया.
छत्तीसगढ़ के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त: छत्तीसगढ़ में सीएम पद के उम्मीदवार के लिए शुक्रवार को भाजपा ने पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए. केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय बंदरगाह जहाजरानी जलमार्ग और आयुष मंत्री सर्वानंद सोनोवाल और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम को पर्यवेक्षक बनाया है. तीनों आज रायपुर पहुंचेंगे.
रायपुर में विधायक दल की बैठक आज: नए सीएम के नाम पर चर्चा के लिए भाजपा के पर्यवेक्षक के रायपुर पहुंचने के बाद विधायक दल की बैठक होगी. जिसमें दिल्ली भाजपा से तय नामों पर एक बार फिर चर्चा होगी. इसके बाद सीएम नाम पर मुहर लग जाएगी. बताया जा रहा है कि रविवार तक भाजपा छत्तीसगढ़ के नए सीएम का ऐलान कर सकती है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में 90 विधानसभा सीटों में भाजपा ने 54 सीटें जीती है जबकि साल 2018 से सत्ता में रही कांग्रेस को 35 सीटें मिली. 1 सीट गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को मिली है. कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी किसी ओबीसी या आदिवासी मुख्यमंत्री को चुनेगी. छत्तीसगढ़ में ओबीसी आबादी 45 प्रतिशत है. ओबीसी सीएम नाम पर अरुण साव सबसे आगे चल रहे हैं. बात करें छत्तीसगढ़ में आदिवासी आबादी को यहां 32 फीसदी लोग आदिवासी है. बीजेपी ने इस बार अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित 29 सीटों में से 17 सीटें जीतीं. सूरजपुर जिले की अनारक्षित प्रेमनगर सीट से भी पार्टी का एक आदिवासी उम्मीदवार जीता. विशेष रूप से, भाजपा ने 2018 में आदिवासियों के लिए आरक्षित केवल तीन सीटें जीती थीं. भाजपा ने आदिवासी बहुल सरगुजा संभाग की सभी सीटों पर जीत हासिल की. कांग्रेस ने 2018 में संभाग की सभी 14 सीटें जीती थीं.
रायपुर में भाजपा विधायक दल की बैठक कल, सीएम नाम की भी होगी घोषणा
दिल्ली से रायपुर लौटे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि रविवार को भाजपा विधायक दल की बैठक होगी. साव ने कहा- छत्तीसगढ़ की जनता ने ऐतिहासिक जनमत दिया है. इसके लिए छत्तीसगढ़ की जनता का आभार व्यक्त करता हूं. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जी जान से मेहनत की. उन सबको बधाई देता हूं. सीट के हिसाब से भी ऐतिहासिक जीत हुई हैं. इस जीत का श्रेय जनता को जाता है. हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को जाता है. उनकी गारंटी ने ही भाजपा को छत्तीसगढ़ में जीत दिलाई है. प्रदेश के नेता, प्रभारी, सह प्रभारी ने भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया. केंद्र के सभी दिग्गज मंत्री लगातार छत्तीसगढ़ आए जिसका फायदा भाजपा को मिला.
अरुण साव ने बताया रायपुर में भाजपा विधायक दल की बैठक रविवार को होगी. इसके लिए तीन पर्यवक्षकों की नियुक्ति हुई हैं. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम विधायकों की बैठक लेंगे. प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, सह प्रभारी मनसुख मांडविया और नितिन नबीन भी बैठक में शामिल होंगे.
06:48 December 09
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रायपुर\दिल्ली: छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के लिए अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. रविवार को छत्तीसगढ़ को नया सीएम मिल सकता है. छत्तीसगढ़ में सीएम नाम फाइनल करने के लिए भाजपा ने तीन पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है जो जल्द सीएम का नाम तय करेंगे. सीएम रेस में कई नाम आगे चल रहे हैं. जिनमें प्रमुख रूप से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व आईएएस ओपी चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय का नाम चर्चा में है. आदिवासी महिला सांसद रेणुका सिंह और गोमती साय का नाम भी शामिल हैं. लता उसेंडी भी सीएम रेस में है. शुक्रवार को पूर्व सीएम रमन सिंह ने विधायक दल की बैठक के बाद सीएम की घोषणा की बात कही थी. रमन सिंह ने लोकसभा चुनाव की सभी 11 सीटें भी भाजपा की झोली में आने का भी दावा किया.
छत्तीसगढ़ के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त: छत्तीसगढ़ में सीएम पद के उम्मीदवार के लिए शुक्रवार को भाजपा ने पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए. केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय बंदरगाह जहाजरानी जलमार्ग और आयुष मंत्री सर्वानंद सोनोवाल और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम को पर्यवेक्षक बनाया है. तीनों आज रायपुर पहुंचेंगे.
रायपुर में विधायक दल की बैठक आज: नए सीएम के नाम पर चर्चा के लिए भाजपा के पर्यवेक्षक के रायपुर पहुंचने के बाद विधायक दल की बैठक होगी. जिसमें दिल्ली भाजपा से तय नामों पर एक बार फिर चर्चा होगी. इसके बाद सीएम नाम पर मुहर लग जाएगी. बताया जा रहा है कि रविवार तक भाजपा छत्तीसगढ़ के नए सीएम का ऐलान कर सकती है.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में 90 विधानसभा सीटों में भाजपा ने 54 सीटें जीती है जबकि साल 2018 से सत्ता में रही कांग्रेस को 35 सीटें मिली. 1 सीट गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को मिली है. कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी किसी ओबीसी या आदिवासी मुख्यमंत्री को चुनेगी. छत्तीसगढ़ में ओबीसी आबादी 45 प्रतिशत है. ओबीसी सीएम नाम पर अरुण साव सबसे आगे चल रहे हैं. बात करें छत्तीसगढ़ में आदिवासी आबादी को यहां 32 फीसदी लोग आदिवासी है. बीजेपी ने इस बार अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित 29 सीटों में से 17 सीटें जीतीं. सूरजपुर जिले की अनारक्षित प्रेमनगर सीट से भी पार्टी का एक आदिवासी उम्मीदवार जीता. विशेष रूप से, भाजपा ने 2018 में आदिवासियों के लिए आरक्षित केवल तीन सीटें जीती थीं. भाजपा ने आदिवासी बहुल सरगुजा संभाग की सभी सीटों पर जीत हासिल की. कांग्रेस ने 2018 में संभाग की सभी 14 सीटें जीती थीं.