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पंजा लड़ाई में भिलाई के श्रीमंत ने गाड़ा झंडा, पैरा आर्म रेसलिंग एशिया कप में जीता ब्रॉन्ज - पंजा लड़ाई में भिलाई के श्रीमंत ने गाड़ा झंडा

CM Bhupesh congratulated Shrimant Jha उज्बेकिस्तान में आयोजित एशिया कप पैरा आर्म-रेसलिंग चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ के श्रीमंत झा ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रीमंत झा को इस जीत पर शुभकामनाएं दी है.Asia Cup Para Arm Wrestling Championship

CM Bhupesh congratulated Shrimant Jha
पंजा लड़ाई में भिलाई के श्रीमंत ने गाड़ा झंडा
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 23, 2023, 2:33 PM IST

Updated : Nov 23, 2023, 4:15 PM IST

रायपुर : भिलाई के श्रीमंत झा ने एशिया कप पैरा आर्म रेसलिंग चैंपियनशिप ने ब्रांज मेडल जीता है. भिलाई के रहने वाले श्रीमंत झा ने एशिया कप पैरा आर्म रेसलिंग चैंपियनशिप में भारत के लिए ब्रांज मेडल जीतकर पूरे छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है.

सीएम भूपेश बघेल ने दी शुभकामनाएं : सीएम भूपेश बघेल ने श्रीमंत झा को इस जीत के लिए शुभकामनाएं दी हैं. सीएम भूपेश ने कहा कि ''जब हौसले बुलंद हों तो पहाड़ भी मिट्टी का ढेर लगता है.उज्बेकिस्तान में आयोजित एशिया कप पैरा आर्म-रेसलिंग चैंपियनशिप (पंजा लड़ाई) में दुनिया के तीसरे और एशिया के नंबर वन खिलाड़ी, छत्तीसगढ़ महतारी के लाल श्रीमंत झा को ब्रॉन्ज मेडल जीतने की हार्दिक बधाई एवं ढेरों शुभकामनाएं. विगत 12 वर्षों से देश और प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे श्रीमंत ने यह पदक देश के शहीदों को समर्पित किया है. मैं श्रीमंत के लिए कामना करता हूं कि वे निरंतर सफलता हासिल कर छत्तीसगढ़ का नाम ऐसे ही रोशन करते रहें. उनका जज्बा, उनका जुनून प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणास्पद है.''

  • जब हौसले बुलंद हों तो पहाड़ भी मिट्टी का ढेर लगता है।

    उज़्बेकिस्तान में आयोजित एशिया कप पैरा आर्म-रेसलिंग चैंपियनशिप (पंजा लड़ाई) में दुनिया के तीसरे व एशिया के नंबर वन खिलाड़ी, छत्तीसगढ़ महतारी के लाल श्रीमंत झा को ब्रॉन्ज मेडल जीतने की हार्दिक बधाई एवं ढेरों शुभकामनाएं।

    विगत… pic.twitter.com/Fsd6GpHRSn

    — Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पल : हाल ही में पोलैंड में पैरा-आर्म कुश्ती विश्व कप में रजत पदक जीतने वाले दिव्यांग आर्म पहलवान श्रीमंत झा ने कहा है कि कम उम्र में उन्हें जिन अस्वीकृतियों का सामना करना पड़ा, उन्होंने उन्हें एथलीट बनने के लिए प्रेरित किया. नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ के रहने वाले 25 वर्षीय छात्र को पहली बार अस्वीकृति का सामना तब करना पड़ा जब वह दसवीं कक्षा में थे. 'जब श्रीमंत 10वीं कक्षा में थे, तो इंटर-स्कूल फुटबॉल राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लेना चाहते थे. जिसमें श्रीमंत ने टॉप-22 में जगह बनाई, लेकिन बाद में विकलांगता के कारण रिजेक्ट कर दिए गए. श्रीमंत झा ने इसे अपने जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ बताया.

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सीएम भूपेश बघेल ने दी शुभकामनाएं : सीएम भूपेश बघेल ने श्रीमंत झा को इस जीत के लिए शुभकामनाएं दी हैं. सीएम भूपेश ने कहा कि ''जब हौसले बुलंद हों तो पहाड़ भी मिट्टी का ढेर लगता है.उज्बेकिस्तान में आयोजित एशिया कप पैरा आर्म-रेसलिंग चैंपियनशिप (पंजा लड़ाई) में दुनिया के तीसरे और एशिया के नंबर वन खिलाड़ी, छत्तीसगढ़ महतारी के लाल श्रीमंत झा को ब्रॉन्ज मेडल जीतने की हार्दिक बधाई एवं ढेरों शुभकामनाएं. विगत 12 वर्षों से देश और प्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे श्रीमंत ने यह पदक देश के शहीदों को समर्पित किया है. मैं श्रीमंत के लिए कामना करता हूं कि वे निरंतर सफलता हासिल कर छत्तीसगढ़ का नाम ऐसे ही रोशन करते रहें. उनका जज्बा, उनका जुनून प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणास्पद है.''

  • जब हौसले बुलंद हों तो पहाड़ भी मिट्टी का ढेर लगता है।

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Last Updated : Nov 23, 2023, 4:15 PM IST
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