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अजय चंद्राकर की मानसिकता के बारे में नहीं करना चाहता कोई टिप्पणी: भूपेश बघेल - नरवा, गरुवा, घुरवा, बारी

राजकीय प्रतीक चिन्ह की तुलना गोबर से करने पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि गोबर का हमारी संस्कृति में काफी महत्व है और जो व्यक्ति गोबर की तुलना राजकीय चिन्ह से कर रहा है उसकी मानसिकता के बारे में समझा जा सकता है.

cm bhupesh baghels pc
सीएम भूपेश बघेल की पीसी
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Published : Jul 5, 2020, 7:53 AM IST

रायपुर: बीजेपी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के छत्तीसगढ़ के राजकीय प्रतीक चिन्ह को गाय के गोबर से तुलना करने के बयान को लेकर सीएम ने कहा कि अजय चंद्राकर के बारे में सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया में काफी कुछ कहा जा चुका है. इसलिए मैं इसमें कुछ भी नहीं कहूंगा. भूपेश बघेल ने कहा कि गोबर जैसी पवित्र चीज का छत्तीसगढ़ में काफी महत्व है. हर पूजा में सबसे पहले गोबर का ही उपयोग किया जाता है. ऐसे में अगर कोई गोबर के बारे में ऐसी बातें करता है तो उसकी मानसिकता के बारे में समझा जा सकता है.

भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़

गोबर को राजकीय प्रतीक चिन्ह बना देना चाहिए: अजय चंद्राकर

बता दें कि, छत्तीसगढ़ में "गोधन न्याय योजना" को लेकर सियासत उबाल पर है. छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने मवेशियों को गौठानों में रखने के लिए और रोका-छेका अभियान को सफल बनाने के लिए गोबर खरीदने का ऐलान किया था. जिसके बाद बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि 'छत्तीसगढ़ के वर्तमान राजकीय चिन्ह नरवा, गरुवा, घुरवा, बारी की अपार सफलता और छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में "गोबर" के महत्व को देखते हुए इसे राजकीय प्रतीक चिन्ह बना देना चाहिए'. चंद्राकर के ट्वीट के बाद कांग्रेस और बीजेपी नेताओं में छींटाकशी का दौर शुरू हो गया है.

पढ़ें: 'गौठानों को ग्रामोद्योग से जोड़ेंगे, मनरेगा कोरोना काल में संजीवनी बना, ये केंद्र सरकार के मुंह पर तमाचा'

'गोबर खरीदी की देशभर में चर्चा'

बता दें, रायपुर में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया था, जिसमें सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरुवा, घुरवा, बारी को लेकर प्रदेश सरकार की तरफ से किए गए कार्यों की जानकारी दी. पीसी में सीएम ने कहा कि इस समय खेती-किसानी का वक्त है. सभी किसान खेतों में काम करने जा चुके हैं. छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से की जा रही गोबर खरीदी की तारीफ करते हुए सीएम ने कहा कि गोबर खरीदी के फैसले की देशभर में तारीफ हो रही है.

पढ़ें: छत्तीसगढ़ में डेढ़ रुपये किलो बिकेगा गोबर!, मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक में सिफारिश

'हर नौजवान को मिलेगा रोजगार'

सीएम भूपेश ने कहा कि गौठनों का निर्माण लगातार जारी है. गौठनों में आजीविका सेंटर डेवलप किया जा रहा है. लघु वनोपज की भी प्रोसेसिंग करने की तैयारी है. हर आदमी को रोजगार मिले ये हमारी कोशिश है. छत्तीसगढ़ सरकार की कोशिश है कि हर नौजवान को रोजगार मिले. सीएम भूपेश ने कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में भी मनरेगा चलता रहा. पिछली सरकार में दो तीन साल तक मनरेगा में लोगों को भुगतान नहीं मिला था. मनरेगा से लोगों का भरोसा उठ गया था, लेकिन हमने भुगतान किया. जो वादा हमने किया है एक-एक कर पूरा करेंगे.

रायपुर: बीजेपी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के छत्तीसगढ़ के राजकीय प्रतीक चिन्ह को गाय के गोबर से तुलना करने के बयान को लेकर सीएम ने कहा कि अजय चंद्राकर के बारे में सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया में काफी कुछ कहा जा चुका है. इसलिए मैं इसमें कुछ भी नहीं कहूंगा. भूपेश बघेल ने कहा कि गोबर जैसी पवित्र चीज का छत्तीसगढ़ में काफी महत्व है. हर पूजा में सबसे पहले गोबर का ही उपयोग किया जाता है. ऐसे में अगर कोई गोबर के बारे में ऐसी बातें करता है तो उसकी मानसिकता के बारे में समझा जा सकता है.

भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़

गोबर को राजकीय प्रतीक चिन्ह बना देना चाहिए: अजय चंद्राकर

बता दें कि, छत्तीसगढ़ में "गोधन न्याय योजना" को लेकर सियासत उबाल पर है. छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने मवेशियों को गौठानों में रखने के लिए और रोका-छेका अभियान को सफल बनाने के लिए गोबर खरीदने का ऐलान किया था. जिसके बाद बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि 'छत्तीसगढ़ के वर्तमान राजकीय चिन्ह नरवा, गरुवा, घुरवा, बारी की अपार सफलता और छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में "गोबर" के महत्व को देखते हुए इसे राजकीय प्रतीक चिन्ह बना देना चाहिए'. चंद्राकर के ट्वीट के बाद कांग्रेस और बीजेपी नेताओं में छींटाकशी का दौर शुरू हो गया है.

पढ़ें: 'गौठानों को ग्रामोद्योग से जोड़ेंगे, मनरेगा कोरोना काल में संजीवनी बना, ये केंद्र सरकार के मुंह पर तमाचा'

'गोबर खरीदी की देशभर में चर्चा'

बता दें, रायपुर में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया था, जिसमें सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश सरकार की अति महत्वपूर्ण योजना नरवा, गरुवा, घुरवा, बारी को लेकर प्रदेश सरकार की तरफ से किए गए कार्यों की जानकारी दी. पीसी में सीएम ने कहा कि इस समय खेती-किसानी का वक्त है. सभी किसान खेतों में काम करने जा चुके हैं. छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से की जा रही गोबर खरीदी की तारीफ करते हुए सीएम ने कहा कि गोबर खरीदी के फैसले की देशभर में तारीफ हो रही है.

पढ़ें: छत्तीसगढ़ में डेढ़ रुपये किलो बिकेगा गोबर!, मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक में सिफारिश

'हर नौजवान को मिलेगा रोजगार'

सीएम भूपेश ने कहा कि गौठनों का निर्माण लगातार जारी है. गौठनों में आजीविका सेंटर डेवलप किया जा रहा है. लघु वनोपज की भी प्रोसेसिंग करने की तैयारी है. हर आदमी को रोजगार मिले ये हमारी कोशिश है. छत्तीसगढ़ सरकार की कोशिश है कि हर नौजवान को रोजगार मिले. सीएम भूपेश ने कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में भी मनरेगा चलता रहा. पिछली सरकार में दो तीन साल तक मनरेगा में लोगों को भुगतान नहीं मिला था. मनरेगा से लोगों का भरोसा उठ गया था, लेकिन हमने भुगतान किया. जो वादा हमने किया है एक-एक कर पूरा करेंगे.

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