रायपुर: नागरिकता कानून ( CAA)और नेशनल रजिस्टर फॉर सिटिजनशिप (NRC) को लेकर सीएम बघेल ने केंद्र पर निशाना साधा और इस कानून को गलत बताया. उन्होंने कहा कि इस कानून के आने के बाद लोगों को अपनी नागरिकता साबित करने के लिए भटकना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड होने के बाद अब क्या प्रूफ चाहिए नागरिकता साबित करने के लिए. उन्होंने कहा कि इसमें कई व्यवहारिक परेशानी है. अगर देश,प्रदेश में रहने वाले किसी निवासी का फॉर्म रिजेक्ट होता है. तो वह नागरिकता कैसे साबित करेगा.
उन्होंने कहा कि इसके अलावा कई लोग छत्तीसगढ़ से पलायन कर दूसरे राज्य गए और दूसरे राज्यों के लोग पलायन कर यहां आए. ऐसे में उनके पास दस्तावेज मिलने मुश्किल हैं. यदि एनआरसी लागू किया जाता है तो बड़ा नुकसान होगा. सीएम बघेल ने कहा कि इसको देश की जनता स्वीकार नहीं करेगी. लोग इस कानून को लेकर सड़कों पर हैं.
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NPR पर सीएम ने अध्ययन की कही बात
सीएम ने एनपीआर पर भी बयान दिया है और कहा कि अभी इसके अध्ययन की जरूरत है उसके बाद ही इस पर वह कुछ कह सकेंगे. इसके साथ-साथ सीएम ने साल 2011 में जाति के आधार पर हुई जनगणना को लेकर अभी तक उसकी रिपोर्ट जारी नहीं करने पर केंद्र सरकार पर वार किया है.