रायपुर: विधानसभा चुनाव 2023 के पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मतदाताओं को साधने की रणनीति तेज कर दी है. इसी के तहत अब सीएम भूपेश बघेल ने सतनामी समाज को साधने को लेकर बड़ा ऐलान किया है. अब हर विकासखंड मुख्यालय में मॉडल जैतखाम स्थापित किए जाएंगे. मुख्यमंत्री का इस ऐलान को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. क्योंकि प्रदेश में सतनामी समाज का वोट बैंक कहीं अधिक है. यही वजह है कि सभी राजनीतिक दलों इन्हें साधने की जी तोड़ कोशिश करते है.
समाज के शपथ ग्रहण समारोह में हुई घोषणा: 15 जून 2023 को रायपुर में सतनामी समाज के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. सीएम भूपेश बघेल न केवल इसमें शामिल हुए बल्कि हर विकासखंड मुख्यालय में माॅडल जैतखाम स्थापित करने का ऐलान किया.
कबीरदास की शिक्षाओं को किया याद: सनातनी समाज से नजदीकियां बढ़ाने के क्रम में रविवार को सीएम भूपेश बघेल रायपुर में आयोजित सदगुरु कबीर स्मृति महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए. मेकाहारा ऑडिटोरियम हॉल में ‘सदगुरू कबीर विश्व शांति मिशन‘ और छत्तीसगढ़ संत संगठन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में सीएम बघेल ने संत कबीर दास की शिक्षाओं को याद किया. साथ ही कबीर आश्रम की जरूरतों के लिए अनुदान की भी व्यवस्था की.
मुंगेली : कबीर संत समागम में शामिल हुए सीएम भूपेश बघेल |
SPECIAL : कबीर दास जयंती पर जानें छत्तीसगढ़ सम्प्रदाय से जुड़े कुछ अनछुए पहलू |
समाज की कुरीतियों के खिलाफ जीवन भर लड़ते रहे कबीर: रमन सिंह |
प्रेम और भाईचारे से ही बचा सकते हैं भारतीय समाज: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "कबीर जी का बड़ा प्रभाव छत्तीसगढ़ में रहा है. विभिन्न जाति के लोग कबीर पंथ को मानते हैं. क्योंकि उस समय कबीर जी ने ही हमारी जो कुरीतियां हैं, हमारे अंदर जो अंधविश्वास है, उसको बहुत ही प्रखरता से चिन्हित किया. उन्होंने प्रेम का संदेश पूरे समाज को दिया. प्रेम और भाईचारे से ही हम लोग भारतीय समाज को बचा सकते हैं. कबीर का जो संदेश है वह ना केवल देश के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए है."
कबीर के शिक्षाओं को बहाने सीएम बघेल नफरत के मुकाबले प्रेम का संदेश देते दिख रहे है. यह न केवल भाजपा के मुकाबले के लिए कांग्रेस का बड़ा हथियार है, बल्कि इसे काउंटर करने में कई बार भाजपा को बैकफायर का भी सामना करना पड़ा है.