रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को अचानक कृषि मंत्री रविंद्र चौबे के बंगले पहुंचे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम भी मौजूद रहे. मंत्री रविन्द्र चौबे के बंगले जाने का मुख्यमंत्री का यह प्रोग्राम अचानक तैयार किया गया. इसके पहले कोई सूचना जारी नहीं की गई थी.
मंत्री रवींद्र चौबे से मिलने पहुंचे सीएम भूपेश: सूत्रों के अनुसार, सीएम भूपेश बघेल, कुमारी शैलजा और मोहन मरकाम के साथ मंत्री रविन्द्र चौबे का स्वास्थ्य जानने के लिए उनके बंगले पहुंचे हैं. जहां उन्होने मंत्री रविन्द्र चौबे से मिलकर उनका हालचाल जाना है. बताया जा रहा है कि रविन्द्र चौबे का स्वास्थ पिछले कुछ दिनों से खराब चल रहा है. इसके बाद मुख्यमंत्री सहित दोनों नेता चौबे के बंगले पहुंचे और उनसे मुलाकात की. खबर है कि रवींद्र चौबे के बंगले पर ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कुमारी शैलजा ने एक बैठक कर आगामी दिनों के चुनाव की रणनीति तैयार की है.
अचानक मुलाकात से सियासी गलियारों में हलचल तेज: बहरहाल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम की रविन्द्र चौबे से क्या बातचीत हुई. इसकी विस्तृत जानकारी नहीं मिल सकी है. लेकिन यह जरूर है कि चुनाव के पहले मुख्यमंत्री का मंत्रियों के बंगले जाना चर्चा का विषय जरूर बना हुआ है. लिहाजा सियासी गलियारों में अचानक इस मुलाकात को लेकर भी हलचल तेज हो गई.
कद्दावर कांग्रेस नेता हैं रविंद्र चौबे: छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे कद्दावर कांग्रेस नेता हैं. रविंद्र चौबे 1977-80 तक भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन दुर्ग के जिलाध्यक्ष रहे. 1980-90 तक दुर्ग युवक कांग्रेस के महामंत्री/अध्यक्ष रहे हैं. 1985 में पहली बार चुनाव जीता और मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य बने. रविंद्र चौबे ने 1990, 1993, 1998, 2003, 2008 में भी चुनाव जीता. साल 2018 में उन्होंने सातवीं बार चुनाव जीता. रविंद्र चौबे छत्तीसगढ़ के संसदीय कार्य मंत्री भी हैं.
कद्दावर कांग्रेस नेता रविंद्र चौबे का अब तक का राजनीतिक सफर:
1) 1977-78 अध्यक्ष, छात्रसंघ शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय, दुर्ग
2) 1977-80 जिलाध्यक्ष, भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन, जिला-दुर्ग
3) 1979-80 अध्यक्ष, छात्रसंघ, रविशंकर विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग, रायुपर
4) 1980-90 महामंत्री/अध्यक्ष, युवक कांग्रेस, जिला-दुर्ग
5) 1982 अध्यक्ष, जिला सहकारी थोक उपभोक्ता भंडार, दुर्ग
6) 1982-84 संचालक, राज्य सहकारी भूमि विकास बैंक, म.प्र. भोपाल
7) 1983-84 सरपंच, ग्राम पंचायत, मोहगांव
अध्यक्ष, जनपद पंचायत, साजा
8) 1983-97 उपाध्यक्ष, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक दुर्ग
9) 1984-85 प्रथम सभापति, जिला पंचायत दुर्ग
10) 1985 पहली बार मप्र विधान सभा के सदस्य निर्वाचित, 1990, 1993, 1998, 2003, 2008 और सातवीं बार 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य निर्वाचित
सदस्य, लोक लेखा समिति, सार्वजनिक उपक्रम समिति, प्राक्कलन समिति, नियम समिति, आश्वासन तथा याचिका समिति, मप्र/छत्तीसगढ़ विधान सभा
11) 1987 अध्यक्ष, जिला सहकारी केन्द्रीय थोक उपभोक्ता भंडार, दुर्ग
12) 1990-92 उपाध्यक्ष, युवक कांग्रेस, म.प्र.
13) 1995 राज्यमंत्री, मप्र शासन उच्च शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार)
अध्यक्ष, मप्र हिन्दी ग्रंथ अकादमी, भोपाल
14) 1997 मंत्री, मप्र शासन, स्कूल शिक्षा
15) 1998 मंत्री, मप्र शासन, सामान्य प्रशासन विभाग, जनसंपर्क एवं जन शिकायत निवारण विभाग
उपाध्यक्ष, मप्र हिन्दी ग्रंथ अकादमी भोपाल मध्यप्रदेश माध्यम
16) 2000 मंत्री, छग शासन, लोक निर्माण विभाग, आवास एवं पर्यावरण, नगरीय प्रशासन एवं विकास, विधि, विधायी एवं संसदीय कार्य विभाग
मुख्य सचेतक, कांग्रेस विधायक दल, छग विधान सभा
सदस्य- कार्यमंत्रणा समिति, नियम समिति, सामान्य प्रयोजन समिति, छग विधान सभा
17) 2003 सभापति, लोक लेखा उप समिति, छग विधानसभा
सदस्य, कार्यमंत्रणा समिति, आचरण समिति, छग विधानसभा
18) 2006 सभापति, लोक लेखा समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा
19) 2008-13 नेता प्रतिपक्ष, छत्तीसगढ़ विधानसभा