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उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच होगा सीधा संबंध, बिचौलियों से मिलेगी मुक्ति: सीएम - रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन

राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन का शुभारंभ किया. यह सम्मेलन 22 सितंबर को आम जनता के लिए प्रदर्शन और क्रय-विक्रय के लिए खुला रहेगा.

अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन का शुभारंभ
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Published : Sep 20, 2019, 9:55 PM IST

Updated : Sep 20, 2019, 11:58 PM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ के कृषि, उद्यानिकी और वनोपज सहित हैंडलूम कोसा जैसे विविध उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहन और इनके विक्रय को बढ़ावा देने के लिए राजधानी में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेताओं के सम्मेलन की शुरुआत की गई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फीता काटकर इस सम्मेलन का शुभारंभ किया.

अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन का शुभारंभ

सम्मेलन में 16 देशों के 57 प्रतिनिधि और क्रेतागण के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से 60 प्रतिनिधि और क्रेतागण पहुंचे. शुभारंभ कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य मंडी बोर्ड के साथ और छत्तीसगढ़ राज्य हैंडलूम को-ऑपरेटिव फेडरेशन के साथ कुल आठ अनुबंध पत्र (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए गए.

सम्मेलन में कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी और जल संसाधन मंत्री रवीन्द्र चौबे, स्कूल शिक्षा एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, मुख्य सचिव सुनील कुजूर, और छत्तीसगढ़ राज्य कृषि उपज मंडी के प्रबंध संचालक अभिनव अग्रवाल मौजूद रहे.

  • सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विदेश-स्वदेश से आए क्रेताओं और प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की.
  • सम्मेलन के प्रारंभ के दो दिनों में विदेश-स्वदेश से आए क्रेताओं और प्रतिनिधियों के साथ छत्तीसगढ़ के उत्पादकों और प्रतिनिधियों के बीच चर्चा की जाएगी.
  • 22 सितंबर को सम्मेलन के तीसरे आम जनता के लिए प्रदर्शन के अवलोकन और क्रय-विक्रय के लिए खुला रहेगा.
    • आज राजधानी रायपुर में कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे जी के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन का शुभारंभ किया।

      यह सम्मेलन 22 सितम्बर को आम जनता के लिए प्रदर्शन एवं क्रय-विक्रय के लिए खुला रहेगा। आप सब जरूर पहुंचें। pic.twitter.com/snlXMVdf9N

      — Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) September 20, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कई अहम मुद्दों पर मुख्यमंत्री ने की चर्चा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सबसे पहले सम्मेलन में पहुंचे विदेशी मेहमानों का अपनी और मेहतनकश किसानों की तरफ से तहेदिल से स्वागत किया.

  • उन्होंने कहा कि, 'छत्तीसगढ़ के किसान मेहनतकश, कर्मठ और ईमानदार हैं. रायपुर केवल छत्तीसगढ़ की ही राजधानी नहीं बल्कि विविध कृषि उत्पाद और वनौषधि की भी राजधानी है.'
  • मुख्यमंत्री ने कहा, 'छत्तीसगढ़ में प्राचीनकाल से परंपरागत और नैसर्गिक रूप से औषधियुक्त कोदो, कुटकी, रागी, सांवा को उगाया जाता है. कुछ समय से इस रूझान में कमी आ रही थी. ऐसे आयोजनों के माध्यम से उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच सीधा संबंध बढ़ेगा और इससे अंतर्राष्ट्रीय बाजार मिलने से जहां किसानों को फायदा होगा.'

पढ़ें-दुष्कर्म मामले में चिन्मयानंद गिरफ्तार, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गये

  • छत्तीसगढ़ के मुखिया ने कहा कि, 'इसके माध्यम से उपभोक्ताओं को सही दाम पर सामग्री मिलेगी. छत्तीसगढ़ के कोसा वस्त्रों के साथ ही फल और सब्जियों के उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा.'
  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी' की जानकारी देते हुए बताया कि, 'इससे नदी-नालों का संवर्धन, पशुधन का विकास किया जा रहा है.
  • उन्होंने कहा कि, 'इससे गोबर खाद से आर्गेनिक फलों और सब्जियों के उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा. राजधानी रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट और कार्गो हब बनाने के लिए केन्द्र सरकार से आग्रह किया गया है.'

रायपुर: छत्तीसगढ़ के कृषि, उद्यानिकी और वनोपज सहित हैंडलूम कोसा जैसे विविध उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहन और इनके विक्रय को बढ़ावा देने के लिए राजधानी में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेताओं के सम्मेलन की शुरुआत की गई. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फीता काटकर इस सम्मेलन का शुभारंभ किया.

अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन का शुभारंभ

सम्मेलन में 16 देशों के 57 प्रतिनिधि और क्रेतागण के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से 60 प्रतिनिधि और क्रेतागण पहुंचे. शुभारंभ कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य मंडी बोर्ड के साथ और छत्तीसगढ़ राज्य हैंडलूम को-ऑपरेटिव फेडरेशन के साथ कुल आठ अनुबंध पत्र (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए गए.

सम्मेलन में कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी और जल संसाधन मंत्री रवीन्द्र चौबे, स्कूल शिक्षा एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, मुख्य सचिव सुनील कुजूर, और छत्तीसगढ़ राज्य कृषि उपज मंडी के प्रबंध संचालक अभिनव अग्रवाल मौजूद रहे.

  • सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विदेश-स्वदेश से आए क्रेताओं और प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की.
  • सम्मेलन के प्रारंभ के दो दिनों में विदेश-स्वदेश से आए क्रेताओं और प्रतिनिधियों के साथ छत्तीसगढ़ के उत्पादकों और प्रतिनिधियों के बीच चर्चा की जाएगी.
  • 22 सितंबर को सम्मेलन के तीसरे आम जनता के लिए प्रदर्शन के अवलोकन और क्रय-विक्रय के लिए खुला रहेगा.
    • आज राजधानी रायपुर में कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे जी के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेता सम्मेलन का शुभारंभ किया।

      यह सम्मेलन 22 सितम्बर को आम जनता के लिए प्रदर्शन एवं क्रय-विक्रय के लिए खुला रहेगा। आप सब जरूर पहुंचें। pic.twitter.com/snlXMVdf9N

      — Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) September 20, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

कई अहम मुद्दों पर मुख्यमंत्री ने की चर्चा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सबसे पहले सम्मेलन में पहुंचे विदेशी मेहमानों का अपनी और मेहतनकश किसानों की तरफ से तहेदिल से स्वागत किया.

  • उन्होंने कहा कि, 'छत्तीसगढ़ के किसान मेहनतकश, कर्मठ और ईमानदार हैं. रायपुर केवल छत्तीसगढ़ की ही राजधानी नहीं बल्कि विविध कृषि उत्पाद और वनौषधि की भी राजधानी है.'
  • मुख्यमंत्री ने कहा, 'छत्तीसगढ़ में प्राचीनकाल से परंपरागत और नैसर्गिक रूप से औषधियुक्त कोदो, कुटकी, रागी, सांवा को उगाया जाता है. कुछ समय से इस रूझान में कमी आ रही थी. ऐसे आयोजनों के माध्यम से उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच सीधा संबंध बढ़ेगा और इससे अंतर्राष्ट्रीय बाजार मिलने से जहां किसानों को फायदा होगा.'

पढ़ें-दुष्कर्म मामले में चिन्मयानंद गिरफ्तार, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गये

  • छत्तीसगढ़ के मुखिया ने कहा कि, 'इसके माध्यम से उपभोक्ताओं को सही दाम पर सामग्री मिलेगी. छत्तीसगढ़ के कोसा वस्त्रों के साथ ही फल और सब्जियों के उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा.'
  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी' की जानकारी देते हुए बताया कि, 'इससे नदी-नालों का संवर्धन, पशुधन का विकास किया जा रहा है.
  • उन्होंने कहा कि, 'इससे गोबर खाद से आर्गेनिक फलों और सब्जियों के उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा. राजधानी रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट और कार्गो हब बनाने के लिए केन्द्र सरकार से आग्रह किया गया है.'
Intro:उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच होगा सीधा संबंध, बिचौलियों से मिलेगी मुक्ति:सीएम

देश-विदेश से 117 प्रतिनिधि एवं क्रेतागण पहूँचे : 8 एम.ओ.यू. पर हुये हस्ताक्षर

रायपुर। छत्तीसगढ़ के कृषि, उद्यानिकी एवं वनोपज, सहित हैण्डलूम कोसा आदि विविध उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहन एवं विक्रय को बढ़ावा देने के लिए रायपुर में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रेता-विक्रेताओं का सम्मेलन प्रारंभ हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फीता काटकर सम्मेलन का शुभारंभ किया।

Body:सम्मेलन में 16 देशों के 57 प्रतिनिधि एवं क्रेतागण तथा देश के विभिन्न राज्यों से 60 प्रतिनिधि एवं क्रेतागण पहंुचे हैं। शुभारंभ कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य मंडी बोर्ड के साथ चार और छत्तीसगढ़ राज्य हैण्डलूम को-ऑपरेटिव फेडरेशन के साथ चार इस तरह कुल आठ अनुबंध पत्र (एम.ओ.यू.) पर हस्ताक्षर किए गए।
         
सम्मेलन में कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी तथा जल संसाधन मंत्री रवीन्द्र चौबे, स्कूल शिक्षा एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, मुख्य सचिव सुनील कुजूर, और छत्तीसगढ़ राज्य कृषि उपज मंडी के प्रबंध संचालक अभिनव अग्रवाल उपस्थित थे।

सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विदेश-स्वदेश से आए क्रेताओं और प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की। सम्मेलन के प्रारंभ के दो दिनों में विदेश-स्वदेश से आए क्रेताओं और प्रतिनिधियों के साथ छत्तीसगढ़ के उत्पादकों और प्रतिनिधियों के बीच चर्चा की जाएगी। 22 सितम्बर सम्मेलन के तीसरे दिन यह आम जनता के लिए प्रदर्शन के अवलोकन तथा क्रय-विक्रय के लिए खुला रहेगा।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सबसे पहले सम्मेलन में पहुंचे विदेशी मेहमानों का अपनी तथा मेहतनकश किसानों की ओर से तहेदिल से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के किसान मेहनतकश, कर्मठ और ईमानदार है। रायपुर केवल छत्तीसगढ़ की ही राजधानी नहीं बल्कि विविध कृषि उत्पाद और वनौषधि की भी राजधानी है। छत्तीसगढ़ में प्राचीनकाल से परम्परागत एवं नैसर्गिक रूप से औषधियुक्त कोदो, कुदकी, रागी, सांवा को उगाया जाता है। कुछ समय से इस रूझान में कमी आ रही थी। ऐसे आयोजनों के माध्यम से उत्पादकांे और उपभोक्ताओं के बीच सीधा संबंध बढ़ेगा और इससे अंतर्राष्ट्रीय बाजार मिलने से जहां किसानों को फायदा होगा वहीं उपभोक्ताओं को सही दाम पर सामग्री मिलेगी। छत्तीसगढ़ के कोसा वस्त्रों तथा फल और सब्जियों उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा।

बघेल ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ’नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी’ की जानकारी देते हुए बताया कि इससे नदी-नालों का संवर्धन, पशुधन का विकास किया जा रहा है। इससे गोबर खाद से आर्गेनिक फलों एवं सब्जियों का उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा। राजधानी रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट एवं कार्गो हब बनाने के लिए केन्द्र सरकार से आग्रह किया गया है।

नोट : फीड लाइव व्यू से लाइव लाइव इन जस्ट हुआ है उसमें से विजुअल और मुख्यमंत्री के उद्बोधन लगाना है
Conclusion:
Last Updated : Sep 20, 2019, 11:58 PM IST
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