रायपुर: सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश का दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया. वह लिवर सिरोसिस से पीड़ित थे. उनके निधन पर सीएम भूपेश बघेल ने दुख जताया है. उन्होंने कहा कि 'छत्तीसगढ़ की माटी से जुड़े और आध्यात्मिक चेतना के साथ साथ भारत में बंधुआ मजदूरों के हितों के लिए संघर्ष करने वाले स्वामी अग्निवेश जी के निधन का समाचार दुःखद है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे'
दरअसल, स्वामी अग्निवेश को नई दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलेरी साइंसेज (आईएलबीएस) में भर्ती कराया गया था. वह लिवर सिरोसिस से पीड़ित थे. इलाज के दौरान उन्हें मल्टी ऑर्गन फेल्योर की समस्या से भी जूझना पड़ा था. अस्पताल की ओर से गुरुवार को यह जानकारी दी गई थी. आर्य समाज के नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता मंगलवार को आईएलबीएस में भर्ती हुए थे और तब से वह वेंटिलेटर पर थे. एक विशेषज्ञ टीम उनकी स्थिति की निगरानी कर रही थी.हरियाणा के पूर्व विधायक 80 वर्षीय अग्निवेश ने 1970 में एक राजनीतिक पार्टी आर्य सभा की स्थापना की, जो आर्य समाज के सिद्धांतों पर आधारित थी
सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश का 80 साल की उम्र में निधन
इंडिया अगेंस्ट करप्शन अभियान में अन्ना हजारे के प्रमुख सहयोगी थे स्वामी अग्निवेश
वह सामाजिक सक्रियता के विभिन्न क्षेत्रों में शामिल थे, जिसमें कन्या भ्रूण हत्या और महिलाओं की मुक्ति के खिलाफ अभियान शामिल हैं. जन लोकपाल विधेयक को लागू करने के लिए 2011 में इंडिया अगेंस्ट करप्शन के अभियान के दौरान वह अन्ना हजारे के प्रमुख सहयोगी थे.