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CM बघेल ने PM मोदी को याद दिलाए वादे, पूछे ये 20 सवाल

पीएम के दौरे से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनसे 20 सवाल पूछे हैं. साथ ही उनसे जवाब की उम्मीद भी की है.

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Published : Apr 5, 2019, 1:42 PM IST

फाइल फोटो

रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रहे हैं. पीएम के दौरे से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनसे 20 सवाल पूछे हैं. साथ ही उनसे जवाब की उम्मीद भी की है.


सीएम बघेल ने कहा कि, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार करने छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. उन्होंने जो वादे किए थे, उसके 5 साल पूरे हो रहे हैं. जब उन्होंने वादे किए थे, तो उन्हें पता था कि उनके पास काम करने के लिए पांच साल ही हैं. इसलिए यह सही समय है कि उनसे देश, समाज, उनके वादों और इरादों के बारे में कुछ सवाल पूछे जाएं.


सीएम ने कहा कि 'मैं छत्तीसगढ़ की पौने तीन करोड़ जनता की और कांग्रेस पार्टी की ओर से उनसे कुछ सवाल पूछना चाहता हूं. उनसे अपेक्षा रहेगी वे छत्तीसगढ़ की अपनी सभा में इन सवालों के जवाब देकर ही जाएं.


सवाल
छत्तीसगढ़ की ही धरती से आपने देश से वादा किया था कि आप प्रधानमंत्री बने तो आप विदेशों में रखा कालाधन वापस लाएंगे और इससे देश के हर व्यक्ति के खाते में 15-15 लाख रुपए जमा हो जाएंगे. अभी आपकी सरकार का कार्यकाल कुछ दिन और बचे हैं, तो क्या जनता को उम्मीद रखना चाहिए मोदी जी कि ये पैसे अभी भी खाते में आ सकते हैं: बघेल

आपके कार्यकाल में विदेशों से कितना कालाधन वापस आया ?
आपने नोटबंदी की. रातों रात 500 और 1000 के नोट को रद्दी में बदल दिया. आपने कहा था कि इससे कालाधन बाहर निकलेगा, आतंकवाद रुक जाएगा और नक्सलियों की कमर टूट जाएगी. आपको लगा था कि लोग अपने नोट गंगा में बहा देंगे. लेकिन हिसाब से ज्यादा पैसा बैंकों में वापस आ गया. तो कालाधन बाहर कहां आया मोदी जी ? आतंकवाद कहां ख़त्म हुआ और नक्सलियों की कमर कहां टूटी: बघेल


नोटबंदी से जो बेरोजगारी पैदा हुई, कारोबार ठप हुए और सैकड़ों लोगों की जानें गईं उसका जिम्मेदार कौन है मोदी जी: बघेल
आपने कहा था कि ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’. लेकिन देश के हजारों करोड़ रुपए लेकर विजय माल्या, नीरव मोदी, ललित मोदी और मेहुल चौकसी फरार हो गए. आप उन्हें रोक नहीं पाए. अमित शाह के बेटे की कंपनी एक साल में 50 हजार से 80 करोड़ की हो गई. यानी 16000 गुना बढ़ोतरी. आप उन्हें रोक नहीं सके. रमन सिंह के बेटे का विदेश में खाता खुल गया. आप चुप रहे. रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता 50 करोड़ का घोटाला करके फरार हैं. लेकिन आप चुप हैं: बघेल


आपने खाने वाले कितने लोगों को जेल भेजा मोदी जी ?
यूपीए सरकार ने 560 करोड़ की दर से 126 राफेल विमान खरीदी का सौदा किया था. लेकिन इसे मंहगा बताते हुए आपने रद्द कर दिया और 1600 करोड़ की दर से 36 विमान खरीदने का सौदा कर लिया. रक्षा मंत्रालय को विश्वास में भी नहीं लिया. भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी HAL को विमान बनाने का जो मौका मिलने वाला था उसे आपने अनिल अंबानी की नवजात कंपनी को दिलवा दिया. 30,000 करोड़ अलग से दिलवाए.


अनिल अंबानी को 30,000 करोड़ का लाभ पहुंचाने से आपको कितना फायदा हुआ ?
आपने वादा किया था कि आप हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देंगे. लेकिन NSSO के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आपके कार्यकाल में बढ़ी. पिछले पांच साल में 4.7 करोड़ बेरोजगार बढ़े हैं, 24 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं. पता चला कि आप ये आंकड़े छिपाना चाहते थे और लोगों को पकौड़े तलने का सुझाव दे रहे थे.


पिछले पांच सालों में आपने कुल कितने लोगों को नौकरियां दीं और कितने रोजगार पैदा किए ?
आपके कार्यकाल में कृषि विकास की दर 2.7 प्रतिशत पर आ गई, जबकि उससे पहले यूपीए वाले पांच सालों में यह दर 4.5 प्रतिशत थी. यूपीए सरकार के कार्यकाल में कृषि उत्पादों का समर्थन मूल्य 19 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा था, आपकी सरकार ने उसे तीन प्रतिशत कर दिया. आपने स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करने का वादा भी नहीं निभाया.


किसानों की आय कब और कैसे दोगुनी होगी ?
आपने दावा किया था कि आपकी फसल बीमा योजना से किसानों को सुरक्षा मिलेगी. लेकिन सच यह है कि 20,478 करोड़ रुपयों का प्रीमियम बीमा कंपनियों को दिया गया. किसानों को सिर्फ 5,650 करोड़ रुपयों का भुगतान हुआ और बीमा कंपनियों ने 14,828 करोड़ का मुनाफा कमा लिया.


फसल बीमा योजना किसानों के फायदे के लिए थी या बीमा कंपनियों के फायदे के लिए ?
आप आदिवासियों के हितैषी बनते हैं लेकिन आपकी सरकार ने लघुवनोपज के समर्थन मूल्य में 53 प्रतिशत तक की कटौती कर दी. वनाधिकार के मामले में आपने सुप्रीम कोर्ट में वकील तक खड़ा नहीं किया. आपके कार्यकाल में आदिवासियों को मिलने वाली केंद्रीय सहायता में भारी कटौती हुई है.


आप आदिवासियों के इतने ख़िलाफ़ क्यों हैं? क्या आप जंगलों को अपने कारोबारी मित्रों के लिए खाली करवाना चाहते हैं ?
आपने 2015 में दावा किया था कि 23 कोयला खदानों की नीलामी से सरकार को दो लाख करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ. लेकिन संसद के अंतिम सत्र में बताया गया कि पिछले पांच सालों में कोयला खदानों की नीलामी से मात्र 3,353 करोड़ रुपए मिले.


आप इतना झूठ कैसे बोल लेते हैं मोदी जी?
आंकड़े बताते हैं कि आपके कार्यकाल में महिलाओं के लिए भारत दुनिया का सबसे असुरक्षित देश बन गया. बलात्कार की घटना 13.84 प्रतिशत बढ़ गई. बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ योजना के तहत आवंटित 3600 करोड़ में से सिर्फ़ 825 करोड़ खर्च हो सका.


'बहुत हुआ नारी पर वार’ के नारे का क्या हुआ ?
देश में पहली बार सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों को प्रेस कांन्फ्रेन्स करनी पड़ी, सीबीआई के दफ़्तर में आधी रात को ताला लगाना पड़ा, रिजर्व बैंक के गवर्नर को इस्तीफा देना पड़ा, राफ़ेल मामले में अटार्नी जनरल को झूठा हलफनामा देना पड़ा.


आप देश की संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद करने पर क्यों तुले हैं ?
आपने कहा था कि आप मां गंगा के बुलावे पर बनारस पहुंचे हैं. आपने गंगा की सफाई का वादा किया. अलग मंत्रालय बनाया. सफाई का 80 प्रतिशत धन अनुपयोगी रह गया. राष्ट्रीय गंगा परिषद बनाया लेकिन पांच साल में एक बार भी इसकी बैठक नहीं हुई.


पांच साल में गंगा कितनी साफ हुई ?
आपने उज्जवला योजना के तहत सात करोड़ गैस सिलेंडर बांटने का वादा किया. लेकिन पिछले पांच साल में रसोई गैस की खपत में 15 प्रतिशत की कमी आई.


उज्जवला गैस वाले तो सिलेंडर नहीं भरवा पा रहे, दूसरे लोग भी सिलेंडर क्यों नहीं भरवा पा रहे हैं ?
आपने GST लागू करने को ऐतिहासिक फैसला बताने की कोशिश की. आधी रात को संसद के दोनों सदनों की बैठक बुलाई. लेकिन सच यह है कि GST गब्बर सिंह टैक्स बन गया और कारोबारियों की कमर टूट गई. कितने ही कारोबारी डूब गए और जान गंवा बैठे. हमारे राजनांदगांव में ही महावीर चौरड़िया ने अपनी जान ले ली.


आपने GST को इतना जटिल बनाकर लोगों को मुसीबत में क्यों डाला ?
आपने देश भर में स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा की. 98,000 करोड़ का बजट भी दिया. लेकिन स्मार्ट सिटी के नाम से अनावश्यक निर्माण कार्य ही हुए.


देश में कितने स्मार्ट सिटी बन गए ?
आपने नक्सलवाद से निर्णायक लड़ाई की बात बार-बार कही. लेकिन सच यह है कि आपने नक्सली समस्या से सबसे अधिक ग्रसित छत्तीसगढ़ के बजट में कटौती करके उत्तर प्रदेश जैसे प्रदेश को नक्सली समस्या के नाम पर बेहिसाब पैसे दिए.


आपके कार्यकाल में नक्सली समस्या कितनी खत्म हुई ?
प्रधानमंत्री आवास योजना को आपने इस तरह प्रस्तुत किया मानों आप कोई क्रांति करने जा रहे हैं लेकिन सच यह है कि सरकार अपने लक्ष्य से बहुत पीछे चल रही है और योजना के नाम पर खानापूर्ती भर हो रही है. देश भर में सितंबर, 2018 तक कुल 48.2 प्रतिशत लक्ष्य ही हासिल हो सका था. छत्तीसगढ़ में ही गिनती के आवास बन सके हैं.


तो कितने प्रतिशत गरीबों को प्रधानमंत्री आवास मिल गए मोदी जी?
आपकी पार्टी गैस और पेट्रोलियम पदार्थों की क़ीमतों को लेकर आसमान सर पर उठा लेती थी. जबकि उस समय अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की क़ीमत बहुत अधिक थी. आपके कार्यकाल में कच्चे तेल की क़ीमत बहुत कम थी लेकिन आपने 257 प्रतिशत टैक्स बढ़ाकर गैस और तेल को लगातार महंगा किया. राज्यों पर बोझ बढ़ाया सो अलग.


मोदी जी आपके राज में तेल और गैस इतने महंगे कैसे हो गए ?
यूपीए सरकार के दौरान शिक्षा पर जीडीपी का 4.5 प्रतिशत खर्च होता था. आपके कार्यकाल में यह घटकर 3.6 प्रतिशत मात्र रह गया. उच्च शिक्षा का हाल बेहाल हो गया है.


तो आप बच्चों की शिक्षा पर कटौती क्यों करते रहे मोदी जी?
सीएम ने कहा कि, 'मोदी जी से सवाल तो बहुत हैं. वे झीरम की जांच के लिए एनआईए से कागजात क्यों नहीं दिलवा रहे हैं, उन्होंने छत्तीसगढ़ के सभी सांसदों की टिकट क्यों काटी, वे अपनी डिग्री कब दिखाएंगे आदि आदि. लेकिन हम चाहते हैं कि वे फिलहाल हमारे इन्हीं सवालों के जवाब दे जाएं. मैं मोदी जी की सभा के बाद आपसे फिर मिलूंगा और तब हम बैठकर हिसाब करेंगे कि उन्होंने हमारे कितने सवालों के जवाब दिए?'

रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रहे हैं. पीएम के दौरे से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनसे 20 सवाल पूछे हैं. साथ ही उनसे जवाब की उम्मीद भी की है.


सीएम बघेल ने कहा कि, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार करने छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. उन्होंने जो वादे किए थे, उसके 5 साल पूरे हो रहे हैं. जब उन्होंने वादे किए थे, तो उन्हें पता था कि उनके पास काम करने के लिए पांच साल ही हैं. इसलिए यह सही समय है कि उनसे देश, समाज, उनके वादों और इरादों के बारे में कुछ सवाल पूछे जाएं.


सीएम ने कहा कि 'मैं छत्तीसगढ़ की पौने तीन करोड़ जनता की और कांग्रेस पार्टी की ओर से उनसे कुछ सवाल पूछना चाहता हूं. उनसे अपेक्षा रहेगी वे छत्तीसगढ़ की अपनी सभा में इन सवालों के जवाब देकर ही जाएं.


सवाल
छत्तीसगढ़ की ही धरती से आपने देश से वादा किया था कि आप प्रधानमंत्री बने तो आप विदेशों में रखा कालाधन वापस लाएंगे और इससे देश के हर व्यक्ति के खाते में 15-15 लाख रुपए जमा हो जाएंगे. अभी आपकी सरकार का कार्यकाल कुछ दिन और बचे हैं, तो क्या जनता को उम्मीद रखना चाहिए मोदी जी कि ये पैसे अभी भी खाते में आ सकते हैं: बघेल

आपके कार्यकाल में विदेशों से कितना कालाधन वापस आया ?
आपने नोटबंदी की. रातों रात 500 और 1000 के नोट को रद्दी में बदल दिया. आपने कहा था कि इससे कालाधन बाहर निकलेगा, आतंकवाद रुक जाएगा और नक्सलियों की कमर टूट जाएगी. आपको लगा था कि लोग अपने नोट गंगा में बहा देंगे. लेकिन हिसाब से ज्यादा पैसा बैंकों में वापस आ गया. तो कालाधन बाहर कहां आया मोदी जी ? आतंकवाद कहां ख़त्म हुआ और नक्सलियों की कमर कहां टूटी: बघेल


नोटबंदी से जो बेरोजगारी पैदा हुई, कारोबार ठप हुए और सैकड़ों लोगों की जानें गईं उसका जिम्मेदार कौन है मोदी जी: बघेल
आपने कहा था कि ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’. लेकिन देश के हजारों करोड़ रुपए लेकर विजय माल्या, नीरव मोदी, ललित मोदी और मेहुल चौकसी फरार हो गए. आप उन्हें रोक नहीं पाए. अमित शाह के बेटे की कंपनी एक साल में 50 हजार से 80 करोड़ की हो गई. यानी 16000 गुना बढ़ोतरी. आप उन्हें रोक नहीं सके. रमन सिंह के बेटे का विदेश में खाता खुल गया. आप चुप रहे. रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता 50 करोड़ का घोटाला करके फरार हैं. लेकिन आप चुप हैं: बघेल


आपने खाने वाले कितने लोगों को जेल भेजा मोदी जी ?
यूपीए सरकार ने 560 करोड़ की दर से 126 राफेल विमान खरीदी का सौदा किया था. लेकिन इसे मंहगा बताते हुए आपने रद्द कर दिया और 1600 करोड़ की दर से 36 विमान खरीदने का सौदा कर लिया. रक्षा मंत्रालय को विश्वास में भी नहीं लिया. भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी HAL को विमान बनाने का जो मौका मिलने वाला था उसे आपने अनिल अंबानी की नवजात कंपनी को दिलवा दिया. 30,000 करोड़ अलग से दिलवाए.


अनिल अंबानी को 30,000 करोड़ का लाभ पहुंचाने से आपको कितना फायदा हुआ ?
आपने वादा किया था कि आप हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देंगे. लेकिन NSSO के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 45 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आपके कार्यकाल में बढ़ी. पिछले पांच साल में 4.7 करोड़ बेरोजगार बढ़े हैं, 24 लाख सरकारी पद खाली पड़े हैं. पता चला कि आप ये आंकड़े छिपाना चाहते थे और लोगों को पकौड़े तलने का सुझाव दे रहे थे.


पिछले पांच सालों में आपने कुल कितने लोगों को नौकरियां दीं और कितने रोजगार पैदा किए ?
आपके कार्यकाल में कृषि विकास की दर 2.7 प्रतिशत पर आ गई, जबकि उससे पहले यूपीए वाले पांच सालों में यह दर 4.5 प्रतिशत थी. यूपीए सरकार के कार्यकाल में कृषि उत्पादों का समर्थन मूल्य 19 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा था, आपकी सरकार ने उसे तीन प्रतिशत कर दिया. आपने स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू करने का वादा भी नहीं निभाया.


किसानों की आय कब और कैसे दोगुनी होगी ?
आपने दावा किया था कि आपकी फसल बीमा योजना से किसानों को सुरक्षा मिलेगी. लेकिन सच यह है कि 20,478 करोड़ रुपयों का प्रीमियम बीमा कंपनियों को दिया गया. किसानों को सिर्फ 5,650 करोड़ रुपयों का भुगतान हुआ और बीमा कंपनियों ने 14,828 करोड़ का मुनाफा कमा लिया.


फसल बीमा योजना किसानों के फायदे के लिए थी या बीमा कंपनियों के फायदे के लिए ?
आप आदिवासियों के हितैषी बनते हैं लेकिन आपकी सरकार ने लघुवनोपज के समर्थन मूल्य में 53 प्रतिशत तक की कटौती कर दी. वनाधिकार के मामले में आपने सुप्रीम कोर्ट में वकील तक खड़ा नहीं किया. आपके कार्यकाल में आदिवासियों को मिलने वाली केंद्रीय सहायता में भारी कटौती हुई है.


आप आदिवासियों के इतने ख़िलाफ़ क्यों हैं? क्या आप जंगलों को अपने कारोबारी मित्रों के लिए खाली करवाना चाहते हैं ?
आपने 2015 में दावा किया था कि 23 कोयला खदानों की नीलामी से सरकार को दो लाख करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ. लेकिन संसद के अंतिम सत्र में बताया गया कि पिछले पांच सालों में कोयला खदानों की नीलामी से मात्र 3,353 करोड़ रुपए मिले.


आप इतना झूठ कैसे बोल लेते हैं मोदी जी?
आंकड़े बताते हैं कि आपके कार्यकाल में महिलाओं के लिए भारत दुनिया का सबसे असुरक्षित देश बन गया. बलात्कार की घटना 13.84 प्रतिशत बढ़ गई. बेटी बचाओ–बेटी पढ़ाओ योजना के तहत आवंटित 3600 करोड़ में से सिर्फ़ 825 करोड़ खर्च हो सका.


'बहुत हुआ नारी पर वार’ के नारे का क्या हुआ ?
देश में पहली बार सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों को प्रेस कांन्फ्रेन्स करनी पड़ी, सीबीआई के दफ़्तर में आधी रात को ताला लगाना पड़ा, रिजर्व बैंक के गवर्नर को इस्तीफा देना पड़ा, राफ़ेल मामले में अटार्नी जनरल को झूठा हलफनामा देना पड़ा.


आप देश की संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद करने पर क्यों तुले हैं ?
आपने कहा था कि आप मां गंगा के बुलावे पर बनारस पहुंचे हैं. आपने गंगा की सफाई का वादा किया. अलग मंत्रालय बनाया. सफाई का 80 प्रतिशत धन अनुपयोगी रह गया. राष्ट्रीय गंगा परिषद बनाया लेकिन पांच साल में एक बार भी इसकी बैठक नहीं हुई.


पांच साल में गंगा कितनी साफ हुई ?
आपने उज्जवला योजना के तहत सात करोड़ गैस सिलेंडर बांटने का वादा किया. लेकिन पिछले पांच साल में रसोई गैस की खपत में 15 प्रतिशत की कमी आई.


उज्जवला गैस वाले तो सिलेंडर नहीं भरवा पा रहे, दूसरे लोग भी सिलेंडर क्यों नहीं भरवा पा रहे हैं ?
आपने GST लागू करने को ऐतिहासिक फैसला बताने की कोशिश की. आधी रात को संसद के दोनों सदनों की बैठक बुलाई. लेकिन सच यह है कि GST गब्बर सिंह टैक्स बन गया और कारोबारियों की कमर टूट गई. कितने ही कारोबारी डूब गए और जान गंवा बैठे. हमारे राजनांदगांव में ही महावीर चौरड़िया ने अपनी जान ले ली.


आपने GST को इतना जटिल बनाकर लोगों को मुसीबत में क्यों डाला ?
आपने देश भर में स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा की. 98,000 करोड़ का बजट भी दिया. लेकिन स्मार्ट सिटी के नाम से अनावश्यक निर्माण कार्य ही हुए.


देश में कितने स्मार्ट सिटी बन गए ?
आपने नक्सलवाद से निर्णायक लड़ाई की बात बार-बार कही. लेकिन सच यह है कि आपने नक्सली समस्या से सबसे अधिक ग्रसित छत्तीसगढ़ के बजट में कटौती करके उत्तर प्रदेश जैसे प्रदेश को नक्सली समस्या के नाम पर बेहिसाब पैसे दिए.


आपके कार्यकाल में नक्सली समस्या कितनी खत्म हुई ?
प्रधानमंत्री आवास योजना को आपने इस तरह प्रस्तुत किया मानों आप कोई क्रांति करने जा रहे हैं लेकिन सच यह है कि सरकार अपने लक्ष्य से बहुत पीछे चल रही है और योजना के नाम पर खानापूर्ती भर हो रही है. देश भर में सितंबर, 2018 तक कुल 48.2 प्रतिशत लक्ष्य ही हासिल हो सका था. छत्तीसगढ़ में ही गिनती के आवास बन सके हैं.


तो कितने प्रतिशत गरीबों को प्रधानमंत्री आवास मिल गए मोदी जी?
आपकी पार्टी गैस और पेट्रोलियम पदार्थों की क़ीमतों को लेकर आसमान सर पर उठा लेती थी. जबकि उस समय अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की क़ीमत बहुत अधिक थी. आपके कार्यकाल में कच्चे तेल की क़ीमत बहुत कम थी लेकिन आपने 257 प्रतिशत टैक्स बढ़ाकर गैस और तेल को लगातार महंगा किया. राज्यों पर बोझ बढ़ाया सो अलग.


मोदी जी आपके राज में तेल और गैस इतने महंगे कैसे हो गए ?
यूपीए सरकार के दौरान शिक्षा पर जीडीपी का 4.5 प्रतिशत खर्च होता था. आपके कार्यकाल में यह घटकर 3.6 प्रतिशत मात्र रह गया. उच्च शिक्षा का हाल बेहाल हो गया है.


तो आप बच्चों की शिक्षा पर कटौती क्यों करते रहे मोदी जी?
सीएम ने कहा कि, 'मोदी जी से सवाल तो बहुत हैं. वे झीरम की जांच के लिए एनआईए से कागजात क्यों नहीं दिलवा रहे हैं, उन्होंने छत्तीसगढ़ के सभी सांसदों की टिकट क्यों काटी, वे अपनी डिग्री कब दिखाएंगे आदि आदि. लेकिन हम चाहते हैं कि वे फिलहाल हमारे इन्हीं सवालों के जवाब दे जाएं. मैं मोदी जी की सभा के बाद आपसे फिर मिलूंगा और तब हम बैठकर हिसाब करेंगे कि उन्होंने हमारे कितने सवालों के जवाब दिए?'

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