रायपुर : आम बजट 2020-21 को लेकर राजनीतिक पार्टी से लेकर आम लोग अपनी राय दे रहे हैं. इस बजट को लेकर जहां कुछ लोग खुश हैं तो कुछ लोग नराज हैं. किसी ने इसे आम लोगों का बजट बताया है, तो किसी ने इसे सिरे से नकार दिया है. वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बजट की तुलना शुतुरमुर्ग से की है तो स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस अभावग्रस्त और उबाऊ बजट बताया है.
-
यह बजट शुतुरमुर्ग प्रवृत्ति का है जो मूलभूत समस्याओं से मुंह छिपाकर ख़ुश होना चाहता है। इस समय देश में मांग की कमी है जिसकी वजह से देश मंदी की ओर जा रहा है और इसके मूल में जनता की जेब में पैसों की कमी है लेकिन वित्तमंत्री जी ने जनता तक पैसा पहुंचाने का कोई इंतज़ाम नहीं किया है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 1, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">यह बजट शुतुरमुर्ग प्रवृत्ति का है जो मूलभूत समस्याओं से मुंह छिपाकर ख़ुश होना चाहता है। इस समय देश में मांग की कमी है जिसकी वजह से देश मंदी की ओर जा रहा है और इसके मूल में जनता की जेब में पैसों की कमी है लेकिन वित्तमंत्री जी ने जनता तक पैसा पहुंचाने का कोई इंतज़ाम नहीं किया है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 1, 2020यह बजट शुतुरमुर्ग प्रवृत्ति का है जो मूलभूत समस्याओं से मुंह छिपाकर ख़ुश होना चाहता है। इस समय देश में मांग की कमी है जिसकी वजह से देश मंदी की ओर जा रहा है और इसके मूल में जनता की जेब में पैसों की कमी है लेकिन वित्तमंत्री जी ने जनता तक पैसा पहुंचाने का कोई इंतज़ाम नहीं किया है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 1, 2020
सीएम भूपेश ने ट्वीट कर लिखा कि कहा कि यह बजट शुतुरमुर्ग प्रवृत्ति का है, जो मूलभूत समस्याओं से मुंह छिपाकर खुश होना चाहता है. इस समय देश में मांग की कमी है, जिसकी वजह से देश मंदी की ओर जा रहा है. इसके मूल में जनता की जेब में पैसों की कमी है, लेकिन वित्तमंत्री जी ने जनता तक पैसा पहुंचाने का कोई इंतजाम नहीं किया है.
-
A completely lackluster and boring budget by the govt. No new ideas, just the recycling of old jumlas. It's a document of betrayal for our farmers & our youth
— TS Singh Deo (@TS_SinghDeo) February 1, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
The people of India were expecting solutions for the ailing economy but were instead given a dull monologue.#Budget2020
">A completely lackluster and boring budget by the govt. No new ideas, just the recycling of old jumlas. It's a document of betrayal for our farmers & our youth
— TS Singh Deo (@TS_SinghDeo) February 1, 2020
The people of India were expecting solutions for the ailing economy but were instead given a dull monologue.#Budget2020A completely lackluster and boring budget by the govt. No new ideas, just the recycling of old jumlas. It's a document of betrayal for our farmers & our youth
— TS Singh Deo (@TS_SinghDeo) February 1, 2020
The people of India were expecting solutions for the ailing economy but were instead given a dull monologue.#Budget2020
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने ट्वीट कर लिखा कि यह बजट सरकार द्वारा पूरी तरह से अभावग्रस्त और उबाऊ बजट है. वहीं कोई नया विचार नहीं, सिर्फ पुराने जुमलों का पुनरावर्तन है. यह हमारे किसानों और हमारे युवाओं के लिए विश्वासघात का एक दस्तावेज है. भारत के लोग बीमार अर्थव्यवस्था के लिए समाधान की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन इसके बजाय उन्हें एक सुस्त एकालाप दिया गया है.