रायुपर: लखीमपुर मामले में उत्तर प्रदेश के खीरी से भाजपा सांसद (BJP MP from Kheri in Uttar Pradesh) तथा केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे इन दिनों कांग्रेस के निशाने पर हैं. लखीमपुर मामले के बाद से लगातार कांग्रेस (Congress) उनपर हमलावर रही है. उनकी गिरफ्तारी की मांग भी कर रही है. वहीं छत्तीसगढ़ में भी भाजपा नेता इन दिनों कांग्रेस के निशाने पर हैं. लगातार बयानबाजी का दौर चल रहा है. इसपर पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश की राजनीति एक बार फिर से गरमाई हुई है. आइये जानते हैं कवर्धा में अब कैसे हैं हालात और इस मामले पर अलग-अलग दलों के मुखिया क्या दे रहे हैं बयान...
कबीरधाम के 70 युवाओं को कर रखा है गिरफ्तार : रमन सिंह
कवर्धा मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Former Chief Minister Raman Singh) ने कहा कि दुर्ग के कबीरधाम जिले के करीब 70 युवा साथियों को गिरफ्तार करके रखा गया है. आज उनसे मुलाकात करने जा रहा हूं. कवर्धा शांति का टापू है, आज तक वहां धारा 144 नहीं लगी थी. लगातार 8वें दिन आज वहां कर्फ्यू के कारण पूरे जिलेवासियों में आक्रोश है. कवर्धा की घटना में शामिल लोगों पर अगर एफआईआर (F.I.R हो जाती तो लोगों का विश्वास बरकरार रहता लेकिन एसा नहीं हुआ. शायद आरोपियों को नहीं गिरफ्तार करने का आदेश पूरे जिले में है. इसलिए अबतक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
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रमन ने कांग्रेस पर एक खास वर्ग के लोगों को छूट देने का लगाया आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के एक वर्ग के लोग और खास लोगों के प्रति यह विशेष छूट का प्रावधान है इस सरकार में. इसके प्रति लोगों ने नाराजगी प्रकट की, बावजूद इसके अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. उल्टा शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों को ही गिरफ्तार कर लिया गया. नवरात्रि जैसे मौके पर वे जेल में हैं.
पूर्व सीएम का वार-लखीमपुर का दर्द है पर मुख्यमंत्री को सिलगेर की चिंता नहीं
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री को लखीमपुर की बड़ी पीड़ा हो रही है, लेकिन छत्तीसगढ़ में किसान आत्महत्या करता है उनके लिए संवेदना व्यक्त करने नहीं जाते हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी और प्रियंका गांधी. जब सिलगेर की घटना होती है तो वहां पीड़ा व्यक्त करने नहीं जाता कोई. न राज्य नेतृत्व और न ही केंद्र नेतृत्व ही. और लखीमपुर जाकर 50-50 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की जाती है. चुनाव के समय ज्यादा से नाटक कर रहे हैं. लेकिन कोई फायदा नहीं है. दहाई के अंक में भी कांग्रेस उत्तर प्रदेश में नहीं पहुंच पाएगी.
सीएम का पलटवार-वे अपने राजनीतिक पुनर्वास के लिए किस हद जा सकते हैं, सब जानते हैं : भूपेश
वहीं रमन सिंह के बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि अपने राजनीतिक पुनर्वास के लिए किस हद तक ये जा सकते हैं, ये सब जानते हैं. उनके बेटे का वीडियो सबने देखा है. छत्तीसगढ़ में शांति स्थापित हो, कवर्धा में शांति स्थापित हो सब लोग यही चाहते हैं. लेकिन जिस प्रकार से इस घटनाक्रम को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं, यह बेहद निंदनीय है.
मुख्यमंत्री का दावा-छत्तीसगढ़ शांति का प्रदेश, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
सीएम भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने कहा कि यह प्रदेश शांति का प्रदेश है. भाईचारे का प्रदेश है. मैं सबसे अपील कर रहा हूं. यहां शांति स्थापित हो इसके लिए सबलोग प्रयास करें. लेकिन ये लोग किस प्रकार से अव्यवस्था फैलाने में लगे हुए हैं, भारतीय जनता पार्टी के लोग. यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जोगी भी कूदे रण में, कहा-कवर्धा मामले पर दोनों पार्टियां कर रहीं राजनीति
जेसीसीजे प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी (JCCJ State President Amit Jogi) ने कवर्धा मामले पर कहा कि मुझे तो दोनों पार्टियां इस मामले पर राजनीति करती दिख रही हैं. सबको राजनीति से उपर उठकर सोचना चाहिए. यह कोई कांग्रेस का या भाजपा का या जनता कांग्रेस का इश्यू नहीं है. जो घटना यहां घटी उससे पूरे छत्तीसगढ़ के सभी लोगों को उससे आघात पहुंचा है. आज यहां कबीरधाम में हुआ है, कल कहीं और होगा.
ऐसे नहीं निकलेगा समाधान, जल्द से जल्द बहाल हो सामान्य जीवन : जोगी
अमित जोगी ने कहा कि जल्द से जल्द सामान्य जीवन बहाल किया जाए. ये लोग कर्फ्यू लगा रहे हैं. अरेस्टिंग का सिलसिला चल रहा है, इससे सांप्रदायिकता का कोई समाधान नहीं निकलेगा. दोनों संप्रदाय के नेता आपस में मिल बैठकर बात करें. और यह संदेश भेजें कि हम राजनीति से उपर उठकर इंसानियत पर भरोसा करते हैं.
कवर्धा मामले में अब तक किस-किस पर एफआईआर
1. कवर्धा मामले में बीजेपी सांसद संतोष पांडेय पर एफआईआर दर्ज हुई है.
2. भाजपा के पूर्व सांसद अभिषेक सिंह पर एफआईआर.
इनके अलावा इन पर भी हुई है एफआईआर
3. पूर्व विधायक मोतीराम चंद्रवंशी.
4. अशोक साहू.
5. प्रदेश मंत्री विजय शर्मा.
6. जिलाध्यक्ष अनिल सिंह.
7. भाजयुमो जिलाध्यक्ष पीयूष ठाकुर.
8. विश्व हिंदू परिषद जिला प्रमुख नंदलाल चंद्राकर
9. कैलाश चंद्रवंशी.
10. राजेंद्र चंद्रवंशी समेत अन्य पर भी मामले दर्ज किये गये हैं.