रायपुर: तीन दिवसीय राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के समापन के बाद रायगढ़ से लौटे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार को मीडिया से मुखातिब हुए. सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि "3 दिन तक रायगढ़ में रामायण महोत्सव का आयोजन हुआ. अंतिम दिन इंडोनेशिया के टीमों ने प्रदर्शन किया. वहीं मैथिली ठाकुर और कुमार विश्वास का अपने अपने राम का मंचन हुआ. देर रात तक हजारों की भीड़ डटी रही. सोशल मीडिया का जमाना है. बहुत जगह लाइव प्रसारण हुआ, जिसका लोगों ने लाभ उठाया. सबको बधाई और शुभकामनाएं."
रामराज्य की दिशा में सरकार कर रही काम: राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोगों के शामिल होने पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि "समझ जाएं तो अच्छी बात है. भाजपा केवल चुनाव के समय राम के नाम का उपयोग करती है. छत्तीसगढ़ में भाचा राम, शबरी के राम और कौशल्या के राम के रूप में प्रभु राम जन-जन के हृदय में रचे बसे हैं. हम लोग तो निरंतर काम कर रहे हैं और रामराज की बात और उह दिशा में हमारी सरकार काम कर रही है."
आगे भी होंगे रामायण महोत्सव जैसे आयोजन: राष्ट्रीय रामायण महोत्सव को लेकर लोगों में काफी उत्साह दिखा. भविष्य में इस तरह के आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि "निश्चित रूप से इसकी मांग बहुत है. कहां-कहां करना है और किस प्रकार का आयोजन होगा, इस पर निर्णय लिया जाएगा."
बिलासपुर में 7 को होगा संभागीय सम्मेलन: भाजपा की ओर से आदिवासियों के सम्मान की बात पर सीएम भूपेश बघेल ने तंज कसा. कहा "15 साल तक उन्होंने पूछा नहीं. अपने लोगों को पूछ रहे होते तो 15 साल बाद 15 सीट पर नहीं सिमटते." सीएम ने 7 जून को बिलासपुर और 8 जून को दुर्ग में संभागीय सम्मेलन की भी जानकारी दी. कांग्रेस के मुताबिक बिलासपुर और दुर्ग के बाद सरगुजा और रायपुर में सम्मेलन किया जाएगा.