रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी की जयंती पर 20 अगस्त यानी आज अपने निवास कार्यालय में कार्यक्रम आयोजित करेंगे. यह कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित किया जाएगा, जिसमें राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रदेश के 19 लाख किसानों के खातों में 1500 करोड़ रुपये की दूसरी किस्त की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर की जाएगी.
सीएम बघेल इस अवसर पर तेंदूपत्ता संग्राहकों को साल 2018 के प्रोत्साहन पारिश्रमिक के रूप में 232.81 करोड़ की राशि उनके खातों में ट्रांसफर करेंगे. साथ ही गोधन न्याय योजना के तहत गोबर विक्रेताओं को दूसरे पखवाड़े में बेचे गए गोबर की राशि का भी भुगतान करेंगे. छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रदेश के 19 लाख किसानों को 5,750 करोड़ की अनुदान सहायता राशि दी जा रही है, जिसमें पहली किस्त के रूप में 1500 करोड़ रुपए की राशि राजीव गांधी के शहादत दिवस यानी 21 मई को दी गई थी.
विक्रेताओं को दूसरे पखवाड़े में बेचे गए गोबर की मिलेगी राशि
इस योजना के तहत दूसरी किस्त के रूप में 1500 करोड़ रुपये की राशि 20 अगस्त को दी जाएगी. बता दें कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना के तहत दो रुपये प्रति किलो की दर से गोबर खरीद रही है. इस योजना के तहत 2 अगस्त से 15 अगस्त तक खरीदे गए गोबर की राशि भी विक्रेताओं को उनके खातों में ट्रांसफर की जाएगी.
तेंदूपत्ता संग्राहकों को 232.81 करोड़ रुपये का प्रोत्साहन पारिश्रमिक
इस अवसर पर प्रदेश के 114 विकासखण्डों के अंतर्गत आने वाले तेंदूपत्ता संग्राहकों को साल 2018 सीजन में संग्रहण किए गए तेंदूपत्ता की प्रोत्साहन और पारिश्रमिक राशि वितरित की जाएगी. इनमें 728 समितियों के 11 लाख 46 हजार 626 तेंदूपत्ता संग्राहकों को 232 करोड़ 81 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.
तेंदूपत्ता संग्राहकों के खाते में RTGS के जरिए किया जाएगा पैसा ट्रांसफर
मुख्यमंत्री बघेल यह राशि सीधे तेंदूपत्ता संग्राहकों के खाते में RTGS के जरिए ट्रांसफर करेंगे. तेंदूपत्ता संग्राहकों को प्रोत्साहन पारिश्रमिक वितरित करने के लिए संबंधित जिलों में जिला स्तर पर और 114 विकासखंडों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. विकासखंड स्तर पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में अधिकतम प्रोत्साहन पारिश्रमिक की राशि लेने वाले 10 संग्राहक सदस्यों को सम्मानित किया जाएगा.
साल 2018 सीजन के संग्रहण का किया जाएगा भुगतान
बता दें, तेंदूपत्ता संग्रहण साल 2018 सीजन में प्रदेश की 880 प्राथमिक वन समितियों की ओर से कुल 14.85 लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण किया गया था. संग्रहण पारिश्रमिक की दर साल 2018 में 2500 रुपये प्रति मानक बोरा था. वहीं साल 2018 में 11 लाख 98 हजार 673 तेंदूपत्ता संग्राहकों को 371.15 करोड़ रुपये की राशि पारिश्रमिक के रूप में वितरित की गई थी. इन 880 समितियों में से 854 समितियों के तेंदूपत्ता की राशि का भुगतान निविदा के माध्यम से किया गया है. इनमें से 728 समितियां फायदे में रहीं. तेंदूपत्ता व्यापार से शुद्ध लाभ की 80 प्रतिशत राशि प्रोत्साहन पारिश्रमिक के रूप में तेंदूपत्ता संग्राहकों को वितरण करने का प्रावधान राज्य शासन की नीति में है.
लाभ की स्थिति वाले 728 समितियों के 11 लाख 46 हजार 626 तेंदूपत्ता संग्राहकों को कुल 232.81 करोड़ रुपये की राशि प्रोत्साहन पारिश्रमिक के रूप में वितरित की जाएगी. ये समितियां प्रदेश के 114 विकासखंडों के अंतर्गत स्थित है, जिन संग्राहकों के बैंक खातों का विवरण मिल गया है, उनके खाते में यह राशि सीधे एक्सिस बैंक के माध्यम से RTGS से भेजी जाएगी.