रायपुर: पंडो जनजाति (pando tribe) का मामला छत्तीसगढ़ में गरमाया हुआ है. इस मामले को लेकर पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं. जहां एक ओर विपक्ष पंडो जनजाति मामले को लेकर राज्यपाल से लेकर राष्ट्रपति तक को पत्र लिखने की बात कह रहे हैं, तो वहीं सत्तापक्ष (Ruling Party) ने बीजेपी (bjp) से पंडो जनजाति के लिए गए 15 सालों के कार्यों का हिसाब मांगा है.
सीएम ने कहा- नक्सलवाद से बड़ी समस्या कुपोषण
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ( Chief Minister Bhupesh Baghel) ने कहा कि पंडो जनजाति के बारे में काम करने की बहुत आवश्यकता है. लेकिन इस दौरान सीएम बघेल ने भाजपा (BJP)पर भी जमकर हमला बोला है. सीएम बघेल ने कहा कि रमन सिंह और बीजेपी के लोग बताएं कि 15 साल तक उन्होंने पंडो जनजाति के लिए क्या किया?
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद से बड़ी समस्या कुपोषण (Malnutrition bigger problem than Naxalite)हैं. प्रदेश में 5 साल से कम आयु के 41 फीसदी बच्चे कुपोषित हैं. 45 फीसदी महिलाओं में खून की कमी है. इस दिशा में हमने काम शुरू किए हैं. हमारी सरकार में कुपोषण में लगातार कमी आई है.
बता दें कि पंडो राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाते हैं और यह संरक्षित जनजाति है. प्रदेश में सन् 2009-10 के सर्वे के मुताबिक करीब 31 हजार 814 पंडो जनजाति समाज के सदस्य और सरगुजा संभाग के 11 ब्लॉक में करीब 6 हजार 246 परिवार निवासरत है. जिनकी समुचित विकास की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है. लेकिन भाजपा ने पिछले दिनो कुपोषण से इस जनजाति के लोगों की मौत का आरोप लगाया है. उसे लेकर अब भाजपा राज्यपाल सहित राष्ट्रपति को पत्र लिखने जा रही है. जिसके बाद प्रदेश की सियासत पंडो जनजाति के मामले को लेकर गरमा गई है.