रायपुर : कपिल सिब्बल के एक बयान ने कांग्रेस में अफरा-तफरी मचा दी है. हाल ही में कपिल सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस को, सबकी कांग्रेस बनाना चाहिए न कि घर की कांग्रेस. कपिल सिब्बल के इस बयान पर पलटवार करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि चुनाव में जाते हैं नहीं, मेहनत करना है नहीं है. पसीना बहाना नहीं है, सिर्फ बयानबाजी करना है. यह कांग्रेस को कमजोर करने वाली बात है.
बघेल ने सिब्बल के बयान की निंदा की
सीएम बघेल ने कहा कि जहां तक सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की बात है तो उन्होंने तत्काल सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाकर अपने विचार रखे. लेकिन जितने सीडब्ल्यूसी के मेंबर थे, उन्होंने एक स्वर में कहा कि चुनाव कार्यक्रम घोषित हो चुके हैं. 31 मार्च तक मेंबरशिप करनी है. उसके बाद ब्लॉक जिले के चुनाव होने हैं. वह कार्यक्रम भी घोषित हो गया है. इससे शेड्यूल में कोई परिवर्तन नहीं किया जाना चाहिए. सोनिया पर पूरा विश्वास व्यक्त किया गया है. हम सब सोनिया, राहुल और प्रियंका के साथ हैं. जो लोग इस प्रकार का बयान दे रहे हैं, वो कांग्रेस को कमजोर करने के लिए दे रहे हैं. यह दुर्भाग्य की बात है. चुनाव के समय बिल्कुल मौन थे, एक बयान सामने नहीं आया और चुनाव के बाद इस तरह के बयान देते हैं. इसकी मैं निंदा करता हूं.
कपिल बोले-अंतिम सांस तक कांग्रेस के लिए संघर्ष करता रहूंगा
गौरतलब है कि कपिल सिब्बल ने हाल ही में एक निजी चैनल पर इंटरव्यू में कहा था कि आज कांग्रेस में कुछ लोग घर के कांग्रेसी हो गए हैं, जबकि कुछ लोग सबकी कांग्रेस के हैं. जो लोग घर के कांग्रेसी नहीं हैं, उनके दृष्टिकोण को भी सुनना चाहिए. कांग्रेस का जिस तरह पतन हो रहा है, वह देखा नहीं जा रहा है. उन्होंने कहा कि मैं अंतिम सांस तक सबकी कांग्रेस के लिए संघर्ष करता रहूंगा.
ममता और शरद का दिया उदाहरण
सबकी कांग्रेस का मतलब सिर्फ एक साथ ही नहीं होना है, बल्कि भारत में उन सभी लोगों को एक साथ लाना है जो बीजेपी को नहीं चाहते हैं. हमें ऐसा दृष्टिकोण अपनाना होगा, जिसमें देश में परिवर्तन चाहने वाली सभी ताकतों को एक साथ आने की जरूरत है. ममता बनर्जी हुईं, शरद पवार हुए, ये सब कांग्रेसी थे. लेकिन सभी दूर चले गए हैं. हमें इन सबको साथ लाना है.