ETV Bharat / state

कौशिक के बयान पर सीएम का पलटवार, बोले- 'किसान नहीं बीजेपी कर रही आंदोलन'

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के दौरान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने आदिवासियों और धान खरीदी को लेकर सरकार पर तंज कसा था, जिसपर सीएम बघेल ने पलटवार किया है. बघेल ने कहा कि 'किसान नहीं बीजेपी कर रही आंदोलन'.

धान पर फिर घमासान
धान पर फिर घमासान
author img

By

Published : Dec 29, 2019, 2:08 PM IST

रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के धान खरीदी को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार किया है. बघेल ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि 'प्रदेश के किसानों ने कोई आंदोलन नहीं किया है, नहीं किसी ने ज्ञापन दिया है. किसान संघ के लेटर पैड से ज्ञापन नहीं आया है. बीजेपी के लेटर पैड में ज्ञापन दिया गया है, किसानों ने कोई आंदोलन नहीं किया है. बीजेपी प्रदेश में धान खरीदी को लेकर प्रदर्शन कर रही है'.

धान पर फिर घमासान

बघेल ने तंज कसते हुए कहा कि 'छत्तीसगढ़ में व्यवस्था के अंदर हर साल धान खरीदी होती है, लेकिन हमारी कोशिश यह है जो बाहर से धान आ रहे हैं उसे रोका जाए. छत्तीसगढ़ के सरकार के खजाने का पैसा है. वह छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए ईमानदार मेहनतकश लोग हैं, जो कार्रवाई हुई है वह सब बिचौलियों और कमीशनखोरों के लिए है. वहीं जो धान बाहर से आ रही है उसकी रोकथाम की जा रही है, जो पहले भ्रष्टाचार करते थे उन पर अंकुश लगी है'.

'आदिवासी चक्काजाम करने को मजबूर'
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि 'आयोजन तो अच्छा है, लेकिन आदिवासी आज चक्काजाम करने को मजबूर हैं. सरकार को आदिवासी समाज की समस्याओं के समाधान की पहल करनी करनी चाहिए. ताकि उन्हें सड़कों पर न उतरना पड़े'.

'आदिवासी संस्कृति को बढ़ाने की जरुरत है'
बता दें कि कौशिक ने कहा था कि 'समाज के लिए और काम करने की जरुरत' है. इस आयोजन के माध्यम से आदिवासी संस्कृति और विरासत को आगे बढ़ाने का काम हुआ है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है. हमें समाज के विकास के लिए और काम करने की जरुरत है.

रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के धान खरीदी को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार किया है. बघेल ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि 'प्रदेश के किसानों ने कोई आंदोलन नहीं किया है, नहीं किसी ने ज्ञापन दिया है. किसान संघ के लेटर पैड से ज्ञापन नहीं आया है. बीजेपी के लेटर पैड में ज्ञापन दिया गया है, किसानों ने कोई आंदोलन नहीं किया है. बीजेपी प्रदेश में धान खरीदी को लेकर प्रदर्शन कर रही है'.

धान पर फिर घमासान

बघेल ने तंज कसते हुए कहा कि 'छत्तीसगढ़ में व्यवस्था के अंदर हर साल धान खरीदी होती है, लेकिन हमारी कोशिश यह है जो बाहर से धान आ रहे हैं उसे रोका जाए. छत्तीसगढ़ के सरकार के खजाने का पैसा है. वह छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए ईमानदार मेहनतकश लोग हैं, जो कार्रवाई हुई है वह सब बिचौलियों और कमीशनखोरों के लिए है. वहीं जो धान बाहर से आ रही है उसकी रोकथाम की जा रही है, जो पहले भ्रष्टाचार करते थे उन पर अंकुश लगी है'.

'आदिवासी चक्काजाम करने को मजबूर'
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि 'आयोजन तो अच्छा है, लेकिन आदिवासी आज चक्काजाम करने को मजबूर हैं. सरकार को आदिवासी समाज की समस्याओं के समाधान की पहल करनी करनी चाहिए. ताकि उन्हें सड़कों पर न उतरना पड़े'.

'आदिवासी संस्कृति को बढ़ाने की जरुरत है'
बता दें कि कौशिक ने कहा था कि 'समाज के लिए और काम करने की जरुरत' है. इस आयोजन के माध्यम से आदिवासी संस्कृति और विरासत को आगे बढ़ाने का काम हुआ है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है. हमें समाज के विकास के लिए और काम करने की जरुरत है.

Intro:राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के दौरान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक शामिल हुए थे वहीं उन्होंने मंच पर आदिवासियों के धान खरीदी और स्थिति को लेकर भाषण दिया था वही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंच से ही तंज कसा था


Body:वही आज एयरपोर्ट में भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कल धान खरीदी के मामले में नेता प्रतिपक्ष ने कहा मंच में सही मौका नहीं था ।। नहीं जो ज्ञापन दिया गया है वह भारतीय जनता पार्टी के लेटर पैड में दिया गया है, किसानों ने कोई आंदोलन नहीं किया है, और व्यवस्था के अंदर हर साल धान खरीदी होती है लेकिन हमारी कोशिश यह है जो बाहर से धान आ रहे हैं उसे रोका जाए। और छत्तीसगढ़ के सरकार के खजाने का पैसा है वह छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए ईमानदार मेहनतकश लोग हैं उनके लिए है बिचौलिया कमीशन खोर के लिए नही है।


Conclusion:वहीं धान खरीदी जो बाहर से आ रही है उसके रोकथाम की जा रही है जो पहले भ्रष्टाचार करते थे उन पर अंकुश लगी है

बाइट सीएम भूपेश बघेल
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.