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राष्ट्रीय पर्यटन दिवस: सीएम बघेल और पर्यटन मंत्री ने दी शुभकामनाएं - राम वन गमन पथ

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी है. सीएम ने कहा है कि 'छत्तीसगढ़ में पर्यटन की बहुत ज्यादा संभावनाएं हैं'.

national tourism day
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस
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Published : Jan 25, 2021, 8:28 AM IST

रायपुर: हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस (National Tourism Day) मनाया जाता है. देश की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 25 जनवरी को पर्यटन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने प्रदेशवासियों को पर्यटन दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी है. सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार प्राकृतिक खूबसूरती, सांस्कृतिक और पुरातात्विक महत्व के खजाने से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर रही है. प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ के अनेक स्थलों को रमणीय बनाया जा रहा है.

सीएम बघेल ने कहा कि पर्यटन देश-प्रदेश को आर्थिक उन्नति और रोजगार के अवसर प्रदान करता है. छत्तीसगढ़ में पर्यटन की व्यापक संभावनाएं हैं. यहां महासमुंद जिले में स्थित पुरातात्विक धरोहर सिरपुर, सरगुजा की रामगढ़ में प्राचीनतम नाटयशाला सीताबेंगरा गुफा, बस्तर में चित्रकोट और तीरथगढ़ के जलप्रपात, कुटुमसर की गुफाएं जैसे अनेक पर्यटन स्थल है. जिसका अपना विशेष महत्व हैं.

पढ़ें: छत्तीसगढ़ का चर्रे-मर्रे जलप्रपात नहीं देखा तो क्या देखा

राम वन गमन पथ का निर्माण

सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के गौरवशाली अतीत और समृद्ध विरासत को संजोने और संवारने का काम जारी है. छत्तीसगढ़ में स्थित राम वन गमन पथ को विकसित करने का निर्णय लिया गया है. प्रथम चरण में राम वन गमन पथ में आने वाले स्थलों में से आठ स्थलों-सीतामढ़ी-हरचौका, रामगढ़, शिवरीनारायण, तुरतुरिया, चन्दखुरी, राजिम, सिहावा और जगदलपुर को पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित करने का काम शुरू हो गया है. जशपुर जिले के बालाछापर गांव में ट्रायबल टूरिज्म एथनिक रिसॉर्ट का निर्माण कर पुरातत्व, कला-संस्कृति और आदिवासी जीवन शैली की अद्भूत छटा को चार एकड़ रकबे में समेट कर पर्यटन के लिए विकसित किया गया है.

पढ़ें: वनवास के दौरान रामगढ़ की गुफाओं में ठहरे थे प्रभु श्रीराम

मंत्री ताम्रध्वज साहू ने दी बधाई

मंत्री ताम्रध्वज साहू ने प्रदेशवासियों को पर्यटन दिवस की बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन की व्यापक संभावनाएं हैं. यहां प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण अनेक रमणीय स्थलों के साथ-साथ अनेक ऐसे पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व के स्थल हैं, जो लोगों को आकर्षित करते हैं. प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार तेजी से काम कर रही है. ताकि हमारी परंपरा,संस्कृति, जैव विविधता और खान-पान से देश और दुनिया के लोग परिचित हो सकें. साथ ही पर्यटन विकास से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिले.


पढ़ें: SPECIAL: बस्तर की इन तीन जगहों से गुजरे थे प्रभु श्रीराम

रायपुर: हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस (National Tourism Day) मनाया जाता है. देश की अर्थव्यवस्था के लिए पर्यटन के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 25 जनवरी को पर्यटन दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने प्रदेशवासियों को पर्यटन दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी है. सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार प्राकृतिक खूबसूरती, सांस्कृतिक और पुरातात्विक महत्व के खजाने से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर रही है. प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ के अनेक स्थलों को रमणीय बनाया जा रहा है.

सीएम बघेल ने कहा कि पर्यटन देश-प्रदेश को आर्थिक उन्नति और रोजगार के अवसर प्रदान करता है. छत्तीसगढ़ में पर्यटन की व्यापक संभावनाएं हैं. यहां महासमुंद जिले में स्थित पुरातात्विक धरोहर सिरपुर, सरगुजा की रामगढ़ में प्राचीनतम नाटयशाला सीताबेंगरा गुफा, बस्तर में चित्रकोट और तीरथगढ़ के जलप्रपात, कुटुमसर की गुफाएं जैसे अनेक पर्यटन स्थल है. जिसका अपना विशेष महत्व हैं.

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राम वन गमन पथ का निर्माण

सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के गौरवशाली अतीत और समृद्ध विरासत को संजोने और संवारने का काम जारी है. छत्तीसगढ़ में स्थित राम वन गमन पथ को विकसित करने का निर्णय लिया गया है. प्रथम चरण में राम वन गमन पथ में आने वाले स्थलों में से आठ स्थलों-सीतामढ़ी-हरचौका, रामगढ़, शिवरीनारायण, तुरतुरिया, चन्दखुरी, राजिम, सिहावा और जगदलपुर को पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित करने का काम शुरू हो गया है. जशपुर जिले के बालाछापर गांव में ट्रायबल टूरिज्म एथनिक रिसॉर्ट का निर्माण कर पुरातत्व, कला-संस्कृति और आदिवासी जीवन शैली की अद्भूत छटा को चार एकड़ रकबे में समेट कर पर्यटन के लिए विकसित किया गया है.

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मंत्री ताम्रध्वज साहू ने दी बधाई

मंत्री ताम्रध्वज साहू ने प्रदेशवासियों को पर्यटन दिवस की बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पर्यटन की व्यापक संभावनाएं हैं. यहां प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण अनेक रमणीय स्थलों के साथ-साथ अनेक ऐसे पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व के स्थल हैं, जो लोगों को आकर्षित करते हैं. प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार तेजी से काम कर रही है. ताकि हमारी परंपरा,संस्कृति, जैव विविधता और खान-पान से देश और दुनिया के लोग परिचित हो सकें. साथ ही पर्यटन विकास से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिले.


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