सरगुजा: माता राजमोहनी देवी भवन (Mata Rajmohini Devi Bhawan) में स्वच्छता सम्मान समारोह का आयोजन (Cleanliness Award Ceremony) किया गया. इस कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेव (TS Singhdev) मुख्य अतिथि रहे. अम्बिकापुर नगर पालिक निगम (Ambikapur Municipal Corporation) द्वारा स्वच्छता में लगातार 5 साल तक उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर स्वच्छता का बीड़ा उठाने वाली स्वच्छता दीदियों, निगम के सफाईकर्मियों, सामाजिक संगठन और अम्बिकापुर मॉडल ( Ambikapur Model) को देश दुनिया तक पहुंचाने वाले मीडिया प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया.
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समारोह में 470 स्वच्छता दीदियों को सम्मान पत्र और पीपीई किट देकर सम्मानित किया गया. शहर के 18 एसएलआरएम सेंटरों से 6-6 दीदियों को मंच पर सम्मानित किया गया. संख्या अधिक होने के कारण बाकी दीदियों का सम्मान पत्र व सामग्री उन्हें भेजवा दी गई. वहीं 212 सफाई कर्मी, स्वच्छता में कार्य कर रहे 10 लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी, ब्यूटीफिकेशन काम करने वाले नगर निगम के 5 विद्ययुत कर्मी, एनयूएलएम की 35 सीआरपी, 6 एनजीओ, समाजसेवी संस्था, जिला प्रशासन की ओर से स्वच्छता में सहयोगी 2 अधिकारी व 37 मीडिया कर्मियों का सम्मान किया गया.
मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि स्वच्छता के अम्बिकापुर मॉडल को इस मुकाम तक पहुंचाने तथा शहर की स्वच्छता का बीड़ा उठाने वाली स्वच्छता दीदियों की लगन और मेहनत का सुखद परिणाम है. अम्बिकापुर का नाम देश-दुनिया में फैल रहा है. इस ख्याति को बरकरार रखने. इसे और आगे बढ़ाने के लिए आने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की तैयारी को अभी से शुरु करना होगा. परिणाम से कुछ सबक जरूर मिलता है और कुछ कमियों की ओर ध्यान जाता है.
उन्होंने कहा कि इस बार के स्वच्छता सर्वेक्षण में नगर पालिक निगम एवं जिला प्रशासन ने कोई कमी नहीं छोड़ी थी लेकिन अंतिम समय में सीवरेज का पैमाना जोड़ दिए जाने पर अम्बिकापुर का अंक कम हो गया. जिससे हम एक पायदान पीछे हो गए.
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उन्होंने कहा कि अम्बिकापुर में सीवरेज सिस्टम शुरू करने के लिए केंद्र एवं राज्य को अच्छा प्रस्ताव तैयार कर बजट की मांग की जा सकती है. इसके लिए पहले शहर के बाहरी क्षेत्रों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरुआत की जा सकती है. उन्होंने कहा कि आत्म स्वावलंबी नगर पालिक निगम के क्षेत्र में अम्बिकापुर को ही देश में माना गया है. सीमित संसाधन होने के बावजूद यहां तक पहुंचना बड़ी बात है. अम्बिकापुर से स्वच्छता में जो काम शुरू हुआ. उसकी वजह से पूरे छतीसगढ़ ने इस मॉडल को अपनाया है, जिसके परिणाम स्वरूप छतीसगढ़ के 67 नगरीय निकाय को इस बार स्वच्छता में पुरस्कार मिला.