रायपुर: बढ़ती महंगाई को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है. पिछले कुछ दिनों में पेट्रोल डीजल के मूल्य में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है, जिसे लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. वहीं प्रदेश के भाजपा नेताओं के खिलाफ भी कांग्रेस प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज करा रही है. गुरुवार को पार्टी कार्यकर्ता पूर्व सीएम रमन सिंह के बंगले 'पेट्रोल की माला' डालकर और हाथ में 'बेशर्म का बुके' लेकर निकले.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपने मुंह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ,केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ,धर्मेंद्र प्रधान सहित अन्य भाजपा नेताओं की तस्वीर लगा रखी थी. सभी को पुलिस ने राम मंदिर के पास रोक दिया. इसके बाद काफी देर तक कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक चलती रही.
पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम को लेकर 11 जून को आंदोलन करेगी छत्तीसगढ़ कांग्रेस
पुलिस से हुई नोकझोंक
इस दौरान कांग्रेसी नेता विनोद तिवारी ने पुलिस से तल्खी भरे अंदाज में कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए वह आज डॉक्टर रमन सिंह के बंगले पहुंच कर रहेंगे. इस दौरान वे पुलिस को यह भी कहते नजर आए कि उन्हें शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन नहीं करने दिया जा रहा है. काफी देर तक पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच वाद विवाद होता रहा. बाद में पुलिस ने इन कार्यकर्ताओं को रमन सिंह के बंगले की ओर कुछ और दूर तक जाने की अनुमति दी. इसके बाद यह सभी कार्यकर्ता रमन सिंह के बंगले से चंद दूरी पर पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें रोक दिया. इसके बाद इन कार्यकर्ताओं ने वहां मौजूद गार्ड को 'बेशर्म के बुके' और 'पेट्रोल की बोतल' देकर अपना प्रदर्शन समाप्त किया.
किसानों के मुद्दे पर भी साधा निशाना
विनोद तिवारी ने कहा कि जब पूर्व में केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तो यही नेता साइकिल पर जुलूस निकालते थे. अब जब लगातार पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं तो इन्होंने चुप्पी साध रखी है इसलिए उन्होंने ऐसा प्रदर्शन करने का फैसला लिया. कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स करके मोदी सरकार पर किसानों के मुद्दे को लेकर निशाना साधा था. कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि केंद्री की मोदी सरकार किसान विरोधी है.