रायपुर : कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर रायपुर के आयुर्वेदिक कॉलेज में बच्चों के लिए अस्पताल बनाए गए थे. लेकिन प्रदेश में लगातार कम हो रहे संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए आयुर्वेदिक कॉलेज के कोविड सेंटर को अब बच्चों के अस्पताल में बदल दिया गया है. वर्तमान में करीब एक महीने से यह अस्पताल संचालित हो रहा है. जिला अस्पताल के अंदर यह अस्पताल संचालित हो रहा है. वहीं इस अस्पताल में 20 जनरल बेड हैं, जहां बच्चों को एडमिट किया जा रहा है. वहीं हॉस्पिटल में ओपीडी की भी शुरुआत कर दी गई है. रोजाना 20 से 25 बच्चे ओपीडी में आ रहे हैं. करीब 400 बच्चों का इलाज अब तक ओपीडी में किया जा चुका है.
अस्पताल में 24X7 संचालित हो रहा ओपीडी
इधर, हॉस्पिटल इंचार्ज निलय मोजरकर ने बताया कि सामान्य और गंभीर बच्चों के लिए यह अस्पताल शुरू किया गया है. साथ ही ओपीडी भी 24X7 अस्पताल में संचालित हो रहा है. यहां बच्चों के टीकाकरण की भी शुरुआत हो चुकी है. अब तक हॉस्पिटल में 15 से 20 बच्चे एडमिट हो चुके हैं. अभी चार बच्चे एडमिट ही हैं. वहीं अब तक हमने 400 बच्चों का उपचार ओपीडी में किया है.
अभी सिजनल बीमारी के ज्यादा आ रहे बच्चे
वर्तमान में यहां सीजनल बीमारियों की शिकायत को लेकर ज्यादातर बच्चे आ रहे हैं. कोरोना टेस्ट के बाद ही उन्हें एडमिट किया जाता है. अभी तक जितने बच्चे एडमिट हुए हैं, सबकी रिपोर्ट नेगेटिव ही आई है. जो बच्चे अभी एडमिट हो रहे हैं, उनमें किसी को सांस लेने में दिक्कत है तो किसी को खांसी-सर्दी-बुखार है. बच्चों में खून की कमी भी पाई गई है. मिर्गी की शिकायत के कुछ बच्चे भी यहां आए हैं. ऐसे 15 से 20 बच्चे अब तक एडमिट हो चुके हैं.
बच्चों के लिए इस अस्पताल में किस तरह की व्यवस्था है
40 बिस्तरों का यह अस्पताल है. इसमें ओपीडी 24X7 चल रहा है. 20 बेड जनरल वार्ड में है. 10 बेड गंभीर स्थिति में आए बच्चों के लिए है. वहीं 10 बेड नवजात बच्चों के लिए रखे गए हैं. अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो जैसे ही शासन का आदेश आएगा, तुरंत इसको कोविड हॉस्पिटल में बदल दिया जाएगा.