रायपुर: दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना के बाद लोग पटाखे फोड़ कर खुशियां मनाते हैं. पटाखों के लेकर बच्चों में खासा उत्साह रहता है. रायपुर के बाल आश्रम में रहने वाले बच्चों से इसे लेकर ETV भारत ने बातचीत की. उनका कहना है कि इस बार उनकी दिवाली फीकी रहेगी. लक्ष्मी पूजा के साथ ही बाल आश्रम में बाल दिवस का भी आयोजन किया गया है. बच्चों को बाल दिवस के अवसर पर चाचा नेहरू के वृतांत भी सुनाए जाएंगे.
राजधानी रायपुर के कचहरी चौक पर स्थित बाल आश्रम, जिसका संचालन एक समिति के माध्यम से 1924 से किया जा रहा है. राजधानी का यह पहला आश्रम है, जो सन् 1924 से राजधानी में संचालित हो रहा है. इस आश्रम में कुल बच्चों की संख्या 65 है. वर्तमान में इस बाल आश्रम में 11 बच्चे मौजूद हैं. ज्यादातर बच्चे दिवाली और कोरोना संक्रमण की वजह से परिजनों के पास चले गए हैं. इस बाल आश्रम में अनाथ और असहाय बच्चे रहते हैं. जिनकी पढ़ाई-लिखाई और रहने-खाने की पूरी व्यवस्था आश्रम प्रबंधन करता है.
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मनाया जाएगा चाचा नेहरू का जन्मदिन
बाल आश्रम के अधीक्षक माखनलाल वर्मा का कहना है कि इस बार की दिवाली सादगी पूर्ण तरीके से मनाई जाएगी. कोरोना को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ त्योहार मनाया जाएगा. साथ ही शाम को लक्ष्मी पूजा के बाद चाचा नेहरू के जन्मदिवस को बाल दिवस के रूप में भी मनाया जाएगा. चाचा नेहरू की जीवनी और उनके वृतांत के बारे में भी बाल आश्रम के बच्चों को जानकारी दी जाएगी.