रायपुर: सीएम भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ने शनिवार को अपने निवास कार्यालय में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग (Panchayat and Rural Development Department in chhattisgarh) के काम-काज की समीक्षा की. बैठक में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में खेती-किसानी को समृद्ध बनाने के लिए सिंचाई जरूरी है. अधिकारियों को मनरेगा के तहत किसानों के खेत के निचले हिस्से में कुआं और तालाब (डबरी) का निर्माण कराने के निर्देश दिए. जिससे खेतों के ऊपरी हिस्से का वर्षा जल कुओं और तालाब में संग्रहित हो सके. ताकि किसान पानी लिफ्ट कर सिंचाई कर सके.
किसानों को पंप उपलब्ध कराने के निर्देश
बैठक में सीएम भूपेश बघेल ने आवश्यकतानुसार किसानों को पंप उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं. सीएम ने वन अधिकार अधिनियम के तहत वनभूमि के पट्टाधारी कृषकों को भी सिंचाई सुविधा के लिए कुआं और तालाब से लाभान्वित किए जाने की बात कही. बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्री टीएस सिंहदेव, कृषि और जलसंसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू मौजूद रहे.
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प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की समीक्षा
सीएम बघेल ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने विभागीय अधिकारियों को बस्तर अंचल में ग्रामीण सड़कों के निर्माण कार्य में स्थानीय युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की बात कही. सीएम ने आंगनबाड़ियों को आकर्षक रूप से रंग-रोगन और वहां बच्चों के लिए खेल सुविधाएं सुलभ कराने के निर्देश दिए. गौठानों में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के विकास को रोड मैप बनाने की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी.
वर्षा जल के संग्रहण और भू-जल संवर्धन के लिए बने कार्य योजना
बैठक में सीएम ने अधिकारियों को वर्षा जल के संग्रहण और भू-जल संवर्धन के लिए नालों में स्माल स्ट्रक्चर बनाने का कार्य प्राथमिकता से कराए जाने के निर्देश दिए. उन्होंने राज्य के भू-जल समस्या मूलक 24 विकासखण्डों में नाला उपचार सहित नदियों और नालों में उपयुक्त स्थलों में मिट्टी का डाईक वाल बनाने के भी निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने राज्य के धान उपार्जन केन्द्रों में स्वीकृत और निर्माणाधीन चबूतरों के ऊपर शेड निर्माण कराए जाने के भी निर्देश दिए. ताकि उपार्जित धान का सुरक्षित रख-रखाव हो सके.