रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दादी जानकी के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि दादी जानकी ने ब्रह्मकुमारी संस्थान के माध्यम से पूरे समाज को अध्यात्म के रास्ते पर आगे बढ़ाने में अतुलनीय योगदान दिया.
विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक संगठनों में से एक ब्रह्माकुमारी संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी का 104 साल की उम्र में बीती रात दो बजे राजस्थान के सिरोही जिले के माउंड आबू में निधन हो गया.
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आध्यात्मिक संगठन ब्रह्माकुमारीज संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी जी के निधन का समाचार दुःखद है।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 27, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
दादी जानकी ने ब्रम्हकुमारी संस्थान के माध्यम से पूरे समाज को अध्यात्म के रास्ते पर आगे बढ़ाने में अतुलनीय योगदान दिया है।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
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— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 27, 2020
दादी जानकी ने ब्रम्हकुमारी संस्थान के माध्यम से पूरे समाज को अध्यात्म के रास्ते पर आगे बढ़ाने में अतुलनीय योगदान दिया है।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
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दादी जानकी ने ब्रम्हकुमारी संस्थान के माध्यम से पूरे समाज को अध्यात्म के रास्ते पर आगे बढ़ाने में अतुलनीय योगदान दिया है।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।
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दादी जानकी स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एम्बेसडर भी थी. उनका माउंट आबू के ग्लोबल हॉस्पिटल में इलाज के दौरान निधन हो गया.
मोस्ट स्टेबल माइंड इन वर्ल्ड का मिल चुका है खिताब
दादी जानकी दुनिया की एकमात्र महिला थीं, जिन्हें मोस्ट स्टेबल माइंड इन वर्ल्ड का खिताब मिला था. दादी जानकी का अंतिम संस्कार शुक्रवार लगभग शाम 3.30 बजे माउंट आबू में ही ब्रह्माकुमारीज संस्थान के शांतिवन में होगा.