रायपुर : एनआईटी के छात्रों को छत्तीसगढ़ी व्यंजन चखने का भी अवसर मिलने वाला है. कैंटीन में छत्तीसगढ़ी व्यंजन के अलावा चाइनीस इंडियन मिलेट व्यंजन भी उपलब्ध होंगे. जिला पंचायत सीईओ आकाश छिकारा ने संचालन की जिम्मेदारी महिला स्व-सहायता समूह को दी है. महिलाओं को रोजगार का अवसर देकर आत्मनिर्भर बनाने के लिए एनआईटी संस्थान का ये कदम सराहनीय है.
NIT में शुरु हुआ कैंटीन : NIT में बिहान कैंटीन का शुभारंभ संस्थान के डायरेक्टर एबी सोनी ने किया. इस मौके पर रजिस्ट्रार डॉ पीवाय ढेकने, डॉक्टर नितिन जैन, डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ प्रभात दीवान, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी एचके जोशी, सीईओ जनपद पंचायत धरसींवा रूही उपस्थित रहे.
गढ़ कलेवा में पहले से ही कर रहीं काम: इससे पहले महिला समूह गढ़ कलेवा में पारंपरिक व्यंजन बनाने का काम कर रही है. यह पहली बार होगा की शिक्षण संस्थान में महिलाएं छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को छात्रों और संस्थान के स्टाफ को परोसेंगी. नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अधिकतर छात्र बाहर के राज्य से आए हैं. कुछ छात्र छत्तीसगढ़ से भी हैं. नेशनल संस्था होने के कारण यहां पर बाहरी छात्रों की संख्या ज्यादा है. ऐसे में उम्मीद ये भी है कि दूसरे राज्यों तक प्रदेश का खानपान पहुंचेगा.
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छत्तीसगढ़ के बाहर पहुंचेगा व्यंजनों का स्वाद: कैंटीन में छत्तीसगढ़ी व्यंजन की शुरुआत होने से बाकी राज्य के लोगों को भी छत्तीसगढ़ी व्यंजन का स्वाद लेने का मौका मिलेगा. महिला समूह के बनाए व्यंजन का स्वाद बिल्कुल घर में बने खाने की तरह होता है. जिससे लोगों को बिल्कुल भी यह महसूस नहीं होता कि वह किसी बाहर रेस्टोरेंट या कैंटीन में बैठकर खा रहे हैं उन्हें यही लगता है कि वह घर का खाना खा रहे हैं.
मिलेट्स कैफे का उद्घाटन: इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नालंदा परिसर में शहर के दूसरे मिलेट कैफे का शुभारंभ किया है. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं के साथ शहरवासियों को स्वादिष्ट मिलेट व्यंजनों का स्वाद मिलेगा.