रायपुर: किरणमयी नायक ने इस संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है. उन्होंने सीएम से निवेदन किया है कि चरस गांजा, भांग, कोकीन, ब्राउन शुगर शराब, तंबाकू, गुटखा गुड़ाखू, तंबाकू जैसी चीजों को बैन किया जाए और लोंगों के इससे होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया जाए.
नशे के खिलाफ आयोग करेगा आंदोलन: पत्र के जरिए किरणमयी नायक ने कहा कि "नशा हमारे जीवन के लिए हानिकारक है. इससे हमारे जीवन में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हानिकारक प्रभाव पड़ता है. कांग्रेस की सरकार आने के बाद से राज्य में महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, महिला आयोग सभी ने मिलकर एकजुट होकर कई तरह के आंदोलन किए हैं. कई योजनाएं भी बनाई गई है. जिससे की लोगों को नशे से दूर किया जा सके और इसका असर भी देखने को मिला है."
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"नशा आपराध का भी बनता है कारण": पत्र के जरिए किरणमयी नायक ने कहा कि "लोगों का मानना है कि अक्सर गुनाह नशे की हालत में ज्यादा होता है. व्यक्ति जब नशे में होता है. तो वह अच्छा या बुरा कर्म में फर्क करना भूल जाता है. यही वजह है कि अपराधी जब भी गिरफ्तार किए जाते हैं, तो वे नशे की हालत में पाए जाते हैं." इस बात की गंभीरता को समझते हुए किरणमई नायक ने सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखा है. उन्होंने प्रदेश में नशे की स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए सीएम से आंदोलन की अनुमति भी मांगी है.