रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने दिवगंत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर उन्हें स्मरण किया और श्रद्धांजलि अर्पित की. डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि भारत की तस्वीर को बेहतर बनाने में उनके योगदान का वर्णन करना मुमकिन नहीं है. भारत रत्न राजीव गांधी देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे. उनकी सोच हम सबको आज भी प्रेरणा देती है.
चरणदास महंत ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में राजीव गांधी के योगदान को देश हमेशा याद रखेगा. उन्होंने कहा कि पूर्व पीएम राजीव गांधी ने भारत में कंप्यूटर, इंटरनेट, ब्रॉड बैंड की शुरुआत कर संचार क्रांति के नए युग की आधारशिला रखी थी. इससे देश के विकास को नई गति मिली थी. उन्होंने युवा भारत की नींव रखी थी. देश में 18 वर्ष के युवाओं को मताधिकार दिया था. त्रि-स्तरीय पंचायती राज की कल्पना को मूर्त रूप दिया और ग्रामीण क्षेत्रों की जनता को प्रजातंत्र के रास्ते नई पहचान दी. मेधावी बच्चों को अच्छी शिक्षा और सुविधा देने के लिए एनपीई की मदद से जवाहर नवोदय विद्यालयों की शुरुआत हुई. राजीव गांधी ने अर्थव्यवस्था के सेक्टर्स को खोला, साल 1988 में की उनकी चीन यात्रा ऐतिहासिक थी.
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राजीव के सपनों को पूरा करेंगे- महंत
चरणदास महंत ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जन्मदिन को सद्भावना दिवस के रूप में मनाया जाता है. हम सब आज यह संकल्प लेते हैं कि राजीव के सपनों के भारत के शेष अधूरे कार्यों को पूरा करने का हरसंभव प्रयास करते रहेंगे.
1984 में भारत के प्रधानमंत्री बने थे राजीव गांधी
बता दें कि राजीव गांधी को 1984 में उनकी मां और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश का प्रधानमंत्री बनाया गया था. उन्हें 40 साल की उम्र में प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया था. जिसके बाद वो उत्तरप्रदेश के अमेठी से लोकसभा का चुनाव जीतकर सांसद बने. 31 अक्टूबर 1984 को मां इंदिरा गांधी की हत्या किए जाने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की पूरी बागडोर उन्हीं के कंधों पर डाल दी थी. राजीव गांधी के नेतृत्व में ही कांग्रेस ने कुल 542 सीटों में से रिकॉर्ड 411 सीटों के साथ लोकसभा में सबसे बड़ा बहुमत हासिल किया था.
21 मई 1991 को, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के बिना राजीव गांधी ने तमिलनाडु के श्रीपेरुम्बुदुर में इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के लिए रुके थे. इस दौरान श्रीलंका के अलगाववादी संगठन एलटीटीई द्वारा उनकी हत्या कर दी गई थी.