रायपुर: एक सितंबर से रायपुर में जारी छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी महासंघ की हड़ताल खत्म हो गई है (Chhattisgarh Irregular Employees strike ends). पांच सितंबर से सात सितंबर तक हड़ताली कर्मचारी सीएम हाउस का घेराव करने निकले थे. लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें रोक दिया था. इसलिए स्मार्ट सिटी ऑफिस के सामने वह सड़क पर ही धरना दे रहे थे. बुधवार की साम रायपुर संभाग आयुक्त यशवंत कुमार से मुलाकात के बाद छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी संघ ने हड़ताल समाप्ति की घोषणा की है (Chhattisgarh Irregular Employees Protest ends).
संभाग आयुक्त यशवंत कुमार से मुलाकात के बाद हड़ताल समाप्त: छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रवि गढ़पाले ने बताया कि "बुधवार को अनियमित कर्मचारी महासंघ मुख्यमंत्री निवास घेरने के लिए निकला हुआ था. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच काफी देर तक झूमाझटकी भी हुई. जिसमें कुछ साथियों को हल्की चोट भी आई है. उन्होंने बताया कि बुधवार की शाम रायपुर संभाग आयुक्त यशवंत कुमार से 10 संगठन के प्रदेश पदाधिकारियों ने मुलाकात की और अपनी तीन मांगों को रायपुर संभाग आयुक्त यशवंत कुमार के सामने रखा.
इन तीन मांगों पर हुई चर्चा: छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी महासंघ ने संभाग आयुक्त यशवंत कुमार से मुलाकात की. इस मुलाकात में जिन तीन बातों पर सहमति बनी है. उसमें पहली मांग है कि सात दिनों तक चले इस प्रदर्शन को विशेष अवकाश घोषित किया जाए और उसका भुगतान किया जाए. दूसरी मांग यह थी की किसी भी कर्मचारी के ऊपर कानूनी कार्रवाई नहीं की जाई और ना ही उनकी छंटनी की जाए. तीसरी मांग अनियमित कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों को जल्द से जल्द मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलवाया जाए. इन सब मांगों पर अगर प्रशासन ध्यान नहीं देती है तो फिर से छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी संघ उग्र आंदोलन करेगा.
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सीएम हाउस के घेराव में हुई झूमाझटकी: बुधवार को छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी संघ के कर्मचारी सीएम हाउस का घेराव करने निकले थे. इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के भी झूमाझटकी हुई. जिसमें कई प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों को हल्की चोटें आई. सीएम हाउस का घेराव करने निकले कर्मचारियों की वजह से करीब 72 घंटो के लिए सड़क जाम था.
छत्तीसगढ़ में अनियमित कर्मचारियों की संख्या लगभग 1 लाख 80 हजार: राजधानी के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर गुरुवार से छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले प्रदेशभर के अनियमित कर्मचारी अपनी 4 सूत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे. छत्तीसगढ़ में अनियमित कर्मचारियों की संख्या करीब 1 लाख 80 हजार है.
अनियमित कर्मचारियों की 4 सूत्रीय मांगें, जिसे लेकर था आंदोलन
- समस्त अनियमित कर्मचारी अधिकारियों को नियमित किया जाए
- पिछले कुछ सालों में निकाले और छटनी किए गए अनियमित कर्मचारियों को दोबारा बहाल किया जाए और छटनी पर रोक लगाई जाए
- शासकीय सेवाओं में आउटसोर्सिंग ठेका प्रथा को पूरी तरह समाप्त कर कर्मचारियों का समायोजन किया जाए
- अंशकालिक कर्मचारियों को पूर्णकालिक किया जाए