रायपुर : देश में मंदी का दौर चल रहा है, सभी रोजगार के लिए भटक रहे हैं, ऐसे में छत्तीसगढ़ सरकार ने 10 महीनों में 5 लाख से ज्यादा रोजगार देने का दावा किया है. वही मंत्रियों ने इसे सरकार की नीतियों का परिणाम बताया है.
छत्तीसगढ़ में नई सरकार को बने हुए 10 महीने ही हुए है, लेकिन राज्य सरकार की नीतियों का असर अब रोजगार में भी देखा जाने लगा है. राज्य सरकार ने दावा किया है कि राज्य सरकार की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की नीतियों से ही प्रदेश में 5 लाख 41 हजार लोगों को रोजगार मिला है.
10 महीने में 5 लाख लोगों को रोजगार मिला
जनवरी से अक्टूबर तक 10 माह में प्रदेश में 5 लाख 41 हजार 259 लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है. इनमें से ग्रामीण क्षेत्रों में 5 लाख 10 हजार 117 लोगों को नौकरी दी गई जिनमें सरकारी सेवा के क्षेत्र में 20 हजार 502 लोगों को और उद्योगों में 10 हजार 640 लोगों को रोजगार प्रदान किया गया है.
केबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे ने दी जानकारी-
- ग्रामीण क्षेत्र में छत्तीसगढ़ राज्य आजीविका मिशन के तहत लगभग 2 लाख 29 हजार 374 महिलाओं को रोजगार मिला है.
- शासकीय उपयोग के वस्त्रों की खरीदी प्रदेश के राज्य बुनकर सहकारी संघ के माध्यम से किए जाने से प्रदेश में लगभग 51 हजार बुनकरों को रोजगार मिला है.
- आर्गेनिक औषधियां के क्षेत्र में लगभग 61 हजार 991 लोगों को, गैर कृषि क्षेत्र में 22 हजार 762 लोगों को रोजगार मिला है.
- नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना के तहत बनाए गए क्रियाशील गौठानों में महिला समूह वर्मी कम्पोस्ट और चारा उत्पादन का कार्य किया जा रहा है, प्रत्येक गौठान में 14 से 15 महिला कार्यरत हैं. गौठानों में लगभग 27 हजार 990 महिलाओं को रोजगार मिला है.
- महिला और बाल विकास विभाग के सुपोषण अभियान के कार्यो में लगभग 16 हजार महिलाओं को रोजगार के अवसर मिले हैं.
- आदिवासियों की आय में वृद्धि के उद्देश्य से लघु वनोपजों की खरीदी 3500 महिला समूहों के माध्यम से 821 हाट बाजारों में की जा रही है, इसके माध्यम से लगभग 42 हजार महिलाओं को रोजगार मिला है.
- गणवेश तैयार करने के काम में प्रदेश के लगभग 900 महिला समूह कार्यरत हैं.
कैरियर एक्सपर्ट भी मानते है योजना से मिल रहा रोजगार
कैरियर एक्सपर्ट ने राज्य सरकार की सभी योजनाओं को रोजगार के क्षेत्र में अच्छा प्रयास मानते हुए कहा कि राज्य में सरकार की विभिन्न योजनाओं की वजह से रोजगार के अवसर बन रहे है. राज्य आजीविका मिशन की बात हो या गौठान के माध्यम से गोबर के दिए बनाकर रोजगार देने की बात हो. यहां के गावों को मजबूत करने के प्रयास सराहनीय है। हालांकि शिक्षित बेरोजगारों को ज्यादा से ज्यादा अवसर देने के लिए भी बड़ा प्रयास जरूरी है.
उद्योग नीति हो रही उपयोगी साबित
छत्तीसगढ़ में उद्योगों के लिए नई उद्योग नीति बनाई है. पिछले 10 महीनों में अल्ट्रा-मेगा उद्योगों की 2 यूनिट स्थापित की गई है, जिनमें 1520 कुशल श्रमिकों और 948 अकुशल श्रमिकों को रोजगार के अवसर मिले हैं. इसके अलावा मध्यम श्रेणी के 17 उद्योग और 274 छोटे उद्योग की स्थापना हुई है, ऐसे कई उद्योगों के स्थापना से हजारों युवाओं को रोजगार मिले हैं.