रायपुर: संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 6 फरवरी को देशभर में किसानों का बड़ा आंदोलन होने जा रहा है. नए कृषि कानूनों को लेकर वैसे तो लंबे समय से आंदोलन चल रहा है, लेकिन अब संयुक्त किसान मोर्चा ने 6 फरवरी को देशभर में चक्काजाम का ऐलान किया है. इस आंदोलन को छत्तीसगढ़ के भी कई संगठनों ने समर्थन दे दिया है. इसी कड़ी में राजधानी में भी कृषि कानूनों की वापसी के लिए प्रदेश के किसान संगठनों ने प्रदर्शन किया और अपना विरोध जताया.
अब संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर छत्तीसगढ़ के किसान संगठन भी चक्काजाम करेंगे. इस आंदोलन में प्रदेश के 20 से 25 संगठन शामिल होंगे, जो अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन करेंगे. छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के समन्वय सदस्य डॉ संकेत ठाकुर ने कहा है कि किसानों द्वारा इस केंद्रीय कानून के विरोध में चक्काजाम के माध्यम से किसान प्रदर्शन करेंगे.
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दिल्ली के बॉर्डर पर किसान पिछले कई दिनों से कृषि कानून की वापसी को लेकर डटे हुए हैं. 26 जनवरी को हुई ट्रैक्टर रैली हिंसा के चलते माहौल काफी बिगड़ गया है. किसानों का कहना है कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेती, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. दिल्ली से लगे सिंघु, गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर किसान संगठनों का आंदोलन चल रहा है. सोमवार को बजट पेश किए जाने के बाद प्रेस वार्ता में किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि छह फरवरी को देशभर में चक्काजाम किया जाएगा. संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने सिंघु बॉर्डर पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वे छह फरवरी की दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक सड़कों को अवरुद्ध करेंगे.