रायपुर/दिल्ली: मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय पहली बार दिल्ली दौरे पर पहुंचे. साय ने सबसे पहले अपने दोनों डिप्टी सीएम के साथ राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से मुलाकात की. राष्ट्रपति से मिलने के बाद साय, डिप्टी सीएम अरुण साव और डिप्टी सीएम विजय शर्मा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे.
पीएम मोदी और शाह से की मुलाकात: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान सीएम साव ने भाजपा के चुनावी वादों को पूरा करने के लिए उठाए जा रहे कदमों से पीएम मोदी को अवगत कराया. चुनाव जीतने के बाद पहली बार साय डिप्टी सीएम के साथ पीएम से मिलने पहुंचे थे. पीएम से मुलाकात के बाद साय अमित शाह से मिलने पहुंचे. अमित शाह से मुलाकात के दौरान प्रदेश के सियासी हालत पर चर्चा हुई और लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर भी बात हुई. यहां मोदी और शाह के साथ बैठकों में उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा भी साय के साथ रहे. शाह से मुलाकात के बाद साय और अरुण साव विजय शर्मा के साथ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और वित्त मंत्री विजय शर्मा से मिलने पहुंचे.
पिछली सरकार पर धर्मांतरण का आरोप: मीडिया से बातचीत के दौरान विष्णु देव साय ने कहा कि पिछली सरकार में बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन हुए. वोट बैंक के लिए कांग्रेस ने धर्म परिवर्तन को नहीं रोका उल्टे उसे प्रोत्साहित करती रही. साय ने साफ किया कि अब सरकार बदल चुकी है. धर्म परिवर्तन करने वालों को सरकार अब किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी. छत्तीसगढ़ में अब धर्मांतरण पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा.
क्षेत्रीय संतुलन का रखा गया पूरा ध्यान: मीडिया ने जब साय ने पूछा कि मंत्रिमंडल विस्तार में क्षेत्रीय और जातीय संतुलन का ध्यान पार्टी ने रखा है. साय ने सवाल के जवाब में कहा कि लोकसभा चुनावों को देखते हुए पार्टी खुद को और मजबूत बना रही है. हमारी पूरी कोशिश होगी कि हम अपना पिछला रिकार्ड तोड़ते हुए 11 सीटों पर जीत दर्ज करें. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जहां आदिवासी समाज से आते हैं वहीं एक डिप्टी सीएम ब्राह्मण तो दूसरे ओबीसी वर्ग से आते हैं.