ETV Bharat / state

छत्तीसगढ़ में विफल हो सकता है 18+ का वैक्सीनेशन, सीएम बघेल ने पीएम मोदी को लिखा खत

author img

By

Published : Apr 28, 2021, 8:07 PM IST

कोरोना टीकाकरण का तीसरा चरण एक मई से शुरू होने जा रहा है, लेकिन वैक्सीन की उपलब्धता की कमी के कारण राजस्थान, महाराष्ट्र ने फिलहाल इसे टाल दिया है. इसके अलावा कई राज्यों में 1 मई से वैक्सीनेशन पर अभी भी संशय बना हुआ है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने भी वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है. सीएम ने लिखा है कि आवश्यक वैक्सीन डोज मिलने में छत्तीसगढ़ को पूरा वर्ष निकल जायेगा. अगर ये हाल रहा तो छत्तीसगढ़ में वैक्सीनेशन विफल हो सकता है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल , Chief Minister Bhupesh Baghel
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर: देशभर में 1 मई से 18+ वाले लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाना है. कई राज्यों ने वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर अनिश्चितता जाहिर की है. देश के दो राज्य राजस्थान और महाराष्ट्र ने 18 से 44 साल वालों का टीकाकरण टाल दिया है. छत्तीसगढ़ में भी टीकाकरण को लेकर अभी संशय बना है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वैक्सीनेशन के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है. जिसमें राज्य में कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता और जरूरत से प्रधानमंत्री को अवगत कराया गया है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कोविड वैक्सीन की राज्य में पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की है. मुख्यमंत्री बघेल ने पत्र में लिखा है कि 1 मई से प्रस्तावित 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोविड टीकाकरण में छत्तीसगढ़ सरकार ने सभी का निशुल्क वैक्सीन लगवाने का फैसला लिया है. इसके लिए सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक को 25-25 लाख डोज वैक्सीन का आदेश भी जारी कर दिया गया है.

छत्तीसगढ़ को 2 करोड़ 60 लाख डोज की जरूरत

छत्तीसगढ़ की 2 करोड़ 90 लाख की आबादी में एक आंकलन के अनुसार लगभग 1 करोड़ 30 लाख लोग 18-44 वर्ष आयु समूह के हैं. जिन्हें कुल 2 करोड़ 60 लाख डोज लगनी है. 45 से अधिक आयु के 58.7 लाख लोगों में से 72 फीसदी का वैक्सीनेशन किया जा चुका है. राज्य में फ्रंट लाइन वर्कर को मिलाकर अबतक 47.75 लाख लोगों को कोविड वैक्सीन की प्रथम डोज और 6 लाख 34 हजार लोगों को दूसरी डोज कुल 54 लाख से ज्यादा डोज वैक्सीन लगाई जा चुकी है.

छत्तीसगढ़ के इस प्लांट में 24 घंटे हो रहा ऑक्सीजन प्रोडक्शन, कई राज्यों को भेजी जा रही 'जिंदगी'

'फेल हो सकता है वैक्सीनेशन'

छत्तीसगढ़ में प्रतिदिन 3 लाख डोज वैक्सीन लगाने की क्षमता है. सरकार वैक्सीनेशन की आदर्श व्यवस्था छत्तीसगढ़ में बनाना चाहती है. इसलिए वैक्सीन की उपलब्धता, मूल्य के संबंध में अत्यावश्यक जानकारियों के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक को पत्र लिखा गया था. जिसपर अबतक सिर्फ भारत बायोटेक ने ई-मेल के माध्यम से लिखित में छत्तीसगढ़ सरकार को अवगत कराया है. जिसमें कहा गया है कि वे 25 लाख डोज को-वैक्सीन की आपूर्ति जुलाई 2021 के अंततक करने का प्रयास करेंगे. भारत बायोटेक ने सिर्फ 25 लाख डोज उपलब्ध कराने के लिए 3 महीने का समय मांगा है. ऐसे में आवश्यक वैक्सीन डोज मिलने में छत्तीसगढ़ को पूरा वर्ष निकल जायेगा. अगर ये हाल रहा तो छत्तीसगढ़ में वैक्सीनेशन विफल हो सकता है.

एक वैक्सीन, एक रेट की मांग

मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी से पत्र में अनुरोध किया है कि 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए केंद्र द्वारा बनाई गई कार्य योजना से राज्यों को अवगत कराए. साथ ही सभी राज्यों में वैक्सीन आबंटन जनसंख्या और पॉजिटिविटी रेश्यो, एक्टिव पेशेंट रेश्यो को ध्यान में रखते हुए किया जाये. ताकि देश के सभी राज्यों में एक साथ वैक्सीनेशन शुरू हो सके. उन्होंने पत्र में लिखा है कि आपके द्वारा वैक्सीन के दामों को लेकर आश्वासन दिया गया है. हमारा अब भी आग्रह है कि एक वैक्सीन एक दाम की नीति अवश्य लाई जाये.

देश को 150 से 200 करोड़ डोज की जरूरत

मुख्यमंत्री बघेल ने पत्र में लिखा है कि कोविड वैक्सीन आज एक प्राणरक्षक के रूप में सामने आई है, इसपर से सारे टैक्स हटा लिए जाने चाहिए, ताकि ये कम से कम दामों पर सभी के लिए उपलब्ध हो सके. मुख्यमंत्री ने लिखा है कि पूरे देश के 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए 150-200 करोड़ वैक्सीन डोज की आवश्यकता होगी, भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन निर्माण क्षमता कम लग रहा है. इसलिए सरकार वैक्सीन को लेकर अपनी इच्छा शक्ति का प्रदर्शन करे और अन्य कंपनियों में भी इन वैक्सीन का उत्पादन करवाने की व्यवस्था करे.

रायपुर: देशभर में 1 मई से 18+ वाले लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाना है. कई राज्यों ने वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर अनिश्चितता जाहिर की है. देश के दो राज्य राजस्थान और महाराष्ट्र ने 18 से 44 साल वालों का टीकाकरण टाल दिया है. छत्तीसगढ़ में भी टीकाकरण को लेकर अभी संशय बना है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वैक्सीनेशन के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है. जिसमें राज्य में कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता और जरूरत से प्रधानमंत्री को अवगत कराया गया है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कोविड वैक्सीन की राज्य में पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की है. मुख्यमंत्री बघेल ने पत्र में लिखा है कि 1 मई से प्रस्तावित 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोविड टीकाकरण में छत्तीसगढ़ सरकार ने सभी का निशुल्क वैक्सीन लगवाने का फैसला लिया है. इसके लिए सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक को 25-25 लाख डोज वैक्सीन का आदेश भी जारी कर दिया गया है.

छत्तीसगढ़ को 2 करोड़ 60 लाख डोज की जरूरत

छत्तीसगढ़ की 2 करोड़ 90 लाख की आबादी में एक आंकलन के अनुसार लगभग 1 करोड़ 30 लाख लोग 18-44 वर्ष आयु समूह के हैं. जिन्हें कुल 2 करोड़ 60 लाख डोज लगनी है. 45 से अधिक आयु के 58.7 लाख लोगों में से 72 फीसदी का वैक्सीनेशन किया जा चुका है. राज्य में फ्रंट लाइन वर्कर को मिलाकर अबतक 47.75 लाख लोगों को कोविड वैक्सीन की प्रथम डोज और 6 लाख 34 हजार लोगों को दूसरी डोज कुल 54 लाख से ज्यादा डोज वैक्सीन लगाई जा चुकी है.

छत्तीसगढ़ के इस प्लांट में 24 घंटे हो रहा ऑक्सीजन प्रोडक्शन, कई राज्यों को भेजी जा रही 'जिंदगी'

'फेल हो सकता है वैक्सीनेशन'

छत्तीसगढ़ में प्रतिदिन 3 लाख डोज वैक्सीन लगाने की क्षमता है. सरकार वैक्सीनेशन की आदर्श व्यवस्था छत्तीसगढ़ में बनाना चाहती है. इसलिए वैक्सीन की उपलब्धता, मूल्य के संबंध में अत्यावश्यक जानकारियों के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक को पत्र लिखा गया था. जिसपर अबतक सिर्फ भारत बायोटेक ने ई-मेल के माध्यम से लिखित में छत्तीसगढ़ सरकार को अवगत कराया है. जिसमें कहा गया है कि वे 25 लाख डोज को-वैक्सीन की आपूर्ति जुलाई 2021 के अंततक करने का प्रयास करेंगे. भारत बायोटेक ने सिर्फ 25 लाख डोज उपलब्ध कराने के लिए 3 महीने का समय मांगा है. ऐसे में आवश्यक वैक्सीन डोज मिलने में छत्तीसगढ़ को पूरा वर्ष निकल जायेगा. अगर ये हाल रहा तो छत्तीसगढ़ में वैक्सीनेशन विफल हो सकता है.

एक वैक्सीन, एक रेट की मांग

मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री मोदी से पत्र में अनुरोध किया है कि 1 मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए केंद्र द्वारा बनाई गई कार्य योजना से राज्यों को अवगत कराए. साथ ही सभी राज्यों में वैक्सीन आबंटन जनसंख्या और पॉजिटिविटी रेश्यो, एक्टिव पेशेंट रेश्यो को ध्यान में रखते हुए किया जाये. ताकि देश के सभी राज्यों में एक साथ वैक्सीनेशन शुरू हो सके. उन्होंने पत्र में लिखा है कि आपके द्वारा वैक्सीन के दामों को लेकर आश्वासन दिया गया है. हमारा अब भी आग्रह है कि एक वैक्सीन एक दाम की नीति अवश्य लाई जाये.

देश को 150 से 200 करोड़ डोज की जरूरत

मुख्यमंत्री बघेल ने पत्र में लिखा है कि कोविड वैक्सीन आज एक प्राणरक्षक के रूप में सामने आई है, इसपर से सारे टैक्स हटा लिए जाने चाहिए, ताकि ये कम से कम दामों पर सभी के लिए उपलब्ध हो सके. मुख्यमंत्री ने लिखा है कि पूरे देश के 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए 150-200 करोड़ वैक्सीन डोज की आवश्यकता होगी, भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन निर्माण क्षमता कम लग रहा है. इसलिए सरकार वैक्सीन को लेकर अपनी इच्छा शक्ति का प्रदर्शन करे और अन्य कंपनियों में भी इन वैक्सीन का उत्पादन करवाने की व्यवस्था करे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.