रायपुर: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार जनसंख्या नियंत्रण के लिए एक नीति लेकर आई है, जिस पर सियासी घमासान छिड़ा हुआ है. सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने उत्तर प्रदेश की जनसंख्या नीति 2021-2030 को 11 जुलाई को जारी किया. जिसके बाद लोग दो धड़ों में बंट गए हैं. कोई योगी सरकार की नीति का समर्थन कर रहा है, तो कोई विरोध. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यही भाजपा है जिसने 70 के दशक में नसबंदी का विरोध किया था.
'70 के दशक में बीजेपी ने किया था नसबंदी का विरोध'
मुख्यमंत्री बघेल (cm bhupesh baghel) ने कहा कि 70 के दशक में नसबंदी कार्यक्रम को आगे बढ़ाते तो जनसंख्या इतनी न बढ़ती. भाजपा ने 1977 के चुनाव में नसबंदी को मुद्दा बनाया था, जिससे जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम (population control program) प्रभावित हुआ. आज केवल कानून बना देने से समस्या का हल नहीं होगा. जनजागरण बहुत जरूरी है. गरीब परिवार भी इसका महत्व समझ रहे हैं. केवल राजनीति करने के लिए कानून नहीं बनाना चाहिए. पहले भी नारा था 'हम दो हमारे दो'. ये अभियान और जनजागरण फिर चलाया जाना चाहिए.
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असम में भी जनसंख्या कानून को लेकर चर्चा
असम में भी जनसंख्या कानून को लेकर काफी चर्चा है. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि राज्य में बढ़ती जनसंख्या को रोकना जरूरी है. उन्होंने ये भी कहा था कि वह जनसंख्या के बोझ को कम करने के लिए अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं ताकि राज्य में जनसंख्या को नियंत्रित किया जा सके. बढ़ती जनसंख्या ही गरीबी, भूमि अतिक्रमण जैसे सामाजिक खतरे की मुख्य जड़ है. इस खतरे को कम किया जा सकता है अगर जनसंख्या कम हो जाए. सरमा ने इसके लिए अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं को शिक्षित और जागरूक किए जाने की बात भी कही थी.
केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण बढ़ रही महंगाई
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महंगाई को लेकर कहा कि भाजपा से सत्ता संभल नहीं रही है. सरकार की गलत नीतियों के कारण महंगाई बढ़ती जा रही है. जीएसटी, नोटबंदी और गलत ढंग से लॉकडाउन के कारण महंगाई बढ़ रही है. सीएम ने नागपुर में प्रेस कॉन्फ्रेन्स करके केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. ये बातें उन्होंने नागपुर प्रस्थान से पहले कहीं हैं.