रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र में गुरुवार को सदन में शराब के मुद्दे पर हंगामा बरपा. शराब का यह मुद्दा विपक्ष ने नहीं बल्कि सत्तापक्ष के विधायकों ने उठाया और अपनी ही सरकार को घेरते नजर आए. आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि "हम अवैध शराब बिक्री वाले ढाबा होटल पर जांच कराकर कार्रवाई करेंगे."
गुलाब कमरो ने मांगी जानकारी: विधानसभा में सत्तापक्ष के विधायक गुलाब कमरो ने मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले में आबकारी विभाग से रजिस्टर्ड क्लब के खिलाफ की गई शिकायत पर जानकारी मांगी. कमरो ने आबकारी मंत्री से जानना चाहा कि कितने क्लब क्षेत्र में संचालित हैं. संचालक के खिलाई आई शिकायतों पर किस प्रकार की कार्रवाई की गई.
लखमा ने दिया जवाब: विधायक कमरो के प्रश्न का जवाब देते हुए मंत्री कवासी लखमा ने कहा "जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में एक क्लब संचालित है, उस क्लब के खिलाफ तीन शिकायतें मिली है. शिकायतों की जांच किए जाने पर दो शिकायत की पुष्टि नहीं हुई है. एक शिकायत सही पाई गई है."
कमरो ने की कार्रवाई की मांग: आबकारी मंत्री के जवाब पर विधायक गुलाब कमरो ने क्लब संचालक पर कार्रवाई करने की मांग की. कमरो ने पूछा क्या क्लब का लाइसेंस निरस्त करेंगे? लोग क्लब से शराब लेकर कलेक्टर कार्यालय में जाकर बैठ रहे हैं.
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एमपी के बॉर्डर से आ रही शराब का उठा मामला: प्रश्नकाल के दौरान सत्तापक्ष के ही विधायक विनय जायसवाल ने प्रदेश में मध्य प्रदेश के बॉर्डर से आ रही अवैध शराब का मामला उठाया. विनय जायसवाल ने कहा कि "एमपी बॉर्डर से छत्तीसगढ़ में शराब लायी जा रही है. कई अवैध ढाबे और होटल में शराब की बिक्री हो रही है. एमपी की शराब छत्तीसगढ़ में खपाई जा रही, इस पर कार्रवाई हो."
शराब का विषय गंभीर जांच कराएं: इस मामले में आसंदी ने टिप्पणी की और कहा कि "शराब का विषय गंभीर है. मंत्री जांच कराएं." जिसके जवाब में मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि "क्लब के मामले में 1 माह के भीतर कार्रवाई कर जानकारी दी जाएगी. आदेश के साथ अवैध शराब बिक्री वाले ढाबा होटल पर भी जांच कराकर कार्रवाई करेंगे."