रायपुर: बजट सत्र के कार्यक्रम अनुसार, 01 मार्च को राज्यपाल अनुसुईया उइके के अभिभाषण से विधानसभा सत्र की शुरुआत होगी. बताया जा रहा है कि दो मार्च को सरकार आर्थिक सर्वेक्षण लेकर आएगी. इसमें सरकार की वित्तीय स्थिति का ब्यौरा होगा. जिसके बाद सीएम भूपेश बघेल 03 मार्च को सरकार का वार्षिक बजट पेश कर सकते हैं. इस बार का बजट अनुमानित 01 लाख 6 हजार करोड़ रुपए से अधिक के होने की संभावना है.
यह भी पढ़ें: Tribals Are Not Hindus: आदिवासी हिंदू हैं या नहीं, कवासी लखमा के बयान के बाद छत्तीसगढ़ में सियासी उबाल
4 और 5 मार्च को शनिवार-रविवार पड़ रहा है, जिसमें छुट्टी रहेगी. इसके बाद बैठक सोमवार 6 मार्च को प्रस्तावित है. उसके बाद अवकाश 7 से 12 मार्च तक होली की छुट्टी हो जाएगी. सोमवार 13 से शुक्रवार 17 मार्च तक फिर बैठकें होंगी. इस बीच बजट प्रावधानों पर चर्चा होनी है. 20 से 24 मार्च के बीच सत्र के अंतिम सप्ताह की बैठकें प्रस्तावित हैं. भूपेश बघेल सरकार के इस कार्यकाल का यह अंतिम बजट सत्र होगा. जिसको लेकर सरकार और विपक्ष दोनों अपनी तैयारियां करने में जुटे हैं.
पिछला बजट एक लाख 04 हजार 603 करोड़ रुपए: सीएम भूपेश बघेल ने पिछले साल एक लाख 04 हजार 603 करोड़ रुपए का बजट पेश किया था. प्रस्तावित राशि के लिहाज से यह अब तक का सबसे बड़ा बजट था. वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पेश बजट में भूपेश बघेल के हाथ में मौजूद एक ब्रीफकेस काफी चर्चा में था. दरअसल यह ब्रीफकेस गोबर से बना हुआ था, जिसे लेकर बघेल ने बजट पेश किया था. इस ब्रीफकेस पर संस्कृत में "गोमय वसते लक्ष्मी" लिखा था, जिसका अर्थ गोबर में लक्ष्मी का वास होता है.
देशभर में गोबर से बने ब्रीफकेस रहा चर्चा में: देश में ऐसा पहली बार हुआ था जब किसी मुख्यमंत्री ने बजट लाने लिए गोबर से निर्मित ब्रीफकेस का इस्तेमाल किया था. आम तौर पर इससे पहले अलग अलग राज्यों के मुख्यमंत्री चमड़े या जूट से बने ब्रीफकेस का इस्तेमाल बजट पेश करने के लिए करते हैं. इस ब्रीफकेस को रायपुर गोकुल धाम गौठान में काम करने वाली महिला स्वंय सहायता समूह ने की थी.