रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 21 दिसंबर से 30 दिसंबर तक चलेगा. इस सत्र को लेकर अधिसूचना जारी हो गई है. शीतकालीन सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं. इस सत्र में कुल 7 बैठकों का प्रस्ताव है. विपक्ष इस सत्र में धान खरीदी में देरी, प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेर सकती है.
विधानसभा के शीत सत्र में वित्तीय कामों के साथ-साथ सरकार कुछ अहम संशोधन विधेयक भी सदन में ला सकती है. छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रमुख सचिव चन्द्रशेखर गंगराड़े ने बताया कि सत्र 21 दिसंबर से शुरू होकर बुधवार 30 दिसंबर तक चलेगा. सत्र में सात बैठकें होगी. 10 दिनों तक चलने वाले इस सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं.
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विशेष सत्र को लेकर विपक्ष ने मचाया था बवाल
कोरोना संक्रमण के चलते विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी ग्लास के बेरिकेड्स के बीच सदन का संचालन होगा. इससे पहले 25 अगस्त को छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हुआ था, इस दौरान चार बैठकें हुई थी. इसके बाद कृषि संबंधी बिल के संशोधन को लेकर विधानसभा का विशेष सत्र भी बुलाया गया था. विपक्ष ने आनन-फानन में सत्र बुलाने को लेकर आपत्ति जताई थी. विपक्ष ने 21 दिन पहले नोटिफिकेशन जारी किए जाने का तर्क दिया था.