रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र की अधिसूचना जारी कर दी गई है. मानसून सत्र 25 अगस्त से शुरू होकर 28 अगस्त 2020 तक के लिए आहूत किया गया है. कोरोना संक्रमण के कारण सभी काम कुछ दिन के लिए रोक दिए गए थे. लेकिन अब 25 अगस्त से फिर से काम शुरू किए जा रहे हैं. विधानसभा के प्रमुख सचिव चन्द्रशेखर गंगराड़े ने इसकी जानकारी दी है.
चन्द्रशेखर गंगराड़े ने अधिसूचना जारी करते हुए बताया कि 25 से 27 अगस्त तक प्रश्नोत्तर और शासकीय कार्य निपटाए जाएंगे. वहीं आखिरी दिन 28 अगस्त को प्रश्नोत्तर और शासकीय कार्य के अलावा अंतिम 2.30 घंटे का समय अशासकीय कार्य के लिए रखा गया है. उन्होंने बताया कि सदन की सभी कार्यवाही कोविड-19 के नियमों को ध्यान में रखकर की जाएगी.
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बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र कोरोना संकट की वजह से टल गया था. पिछले दिनों विधानसभा की बैठक के दौरान एक विधायक कोरोना पॉजिटिव मिले थे. उसके बाद विधानसभा को सील कर दिया गया था और उस बैठक में शामिल सभी सदस्य होम क्वॉरेंटाइन हो गए थे. वहीं विधानसभा के मानसून सत्र को कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया था. इस बीच नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने विधानसभा के मानसून सत्र को वर्चुअल ढंग से आयोजित किए जाने की मांग की थी. कौशिक की इस मांग पर संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने चुटकी ली थी.
छ्त्तीसगढ़ विधानसभा
एक नवम्बर, 2000 को छत्तीसगढ़ राज्य के अस्तित्व में आने के साथ ही छत्तीसगढ़ विधानसभा का भी गठन हुआ. छत्तीसगढ़ राज्य की प्रथम विधानसभा में 91 सदस्य थे, जिनमें से 90 जनता की ओर से निर्वाचित तथा 01 नामांकित सदस्य (एंग्लो इंडियन समुदाय) से थे. 05 दिसम्बर, 2003 से गठित छत्तीसगढ़ की द्वितीय विधान सभा में 90 निर्वाचित और 01 नामांकित सदस्य (एंग्लो इंडियन समुदाय से) थे, जबकि विघटन की तिथि में 88 निर्वाचित, 01 नाम निर्देशित सदस्य थे एवं 02 स्थान रिक्त थे. छत्तीसगढ़ की तृतीय विधान सभा में 90 निर्वाचित तथा 01 नामांकित सदस्य थे. जबकि विघटन की तिथि में 89 निर्वाचित, 01 नाम निर्देशित सदस्य थे एवं 01 स्थान रिक्त था. चतुर्थ विधानसभा का गठन 11 दिसंबर 2013 को हुआ जिसमे 90 निर्वाचित एवं एक नामांकित सदस्य हैं.