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छत्तीसगढ़ में 2 अक्टूबर से बूस्टर डोज पर लगेगा शुल्क - बूस्टर डोज पर लगेगा शुल्क

कोरोना संक्रमण कम होने से लोग बूस्टर डोज लगाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. केंद्र सरकार बूस्टर डोज फ्री करने के बावजूद लोग केंद्रों तक बूस्टर डोज लगाने नहीं पहुंच रहे हैं. अब बूस्टर डोज लगाने के लिए लोगों को पैसे देने पड़ेंगे. यानी 2 अक्टूबर से 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों को बूस्टर डोज लगाने के लिए पैसे देने पड़ सकते हैं.

बूस्टर डोज पर लगेगा शुल्क
बूस्टर डोज पर लगेगा शुल्क
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Published : Oct 1, 2022, 11:59 AM IST

रायपुर: देश में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम हो रही है. वही कोरोना का संक्रमण कम होने से लोग बूस्टर डोज लगाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. केंद्र सरकार बूस्टर डोज फ्री करने के बावजूद लोग केंद्रों तक बूस्टर डोज लगाने नहीं पहुच रहे हैं. बूस्टर डोज लगाने के लिए लोगों को पैसे देने पड़ेंगे. यानी 2 अक्टूबर से 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों को बूस्टर डोज लगाने के लिए पैसे देने पड़ सकते हैं.


बूस्टर डोज फ्री होने के बावजूद मात्र 54 लाख लोगों ने लगाया: देश में बूस्टर डोस में तेजी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार 15 जुलाई से पूरे देश में बूस्टर डोज को फ्री कर दिया गया था. यानी 15 जुलाई से पहले 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों को बूस्टर डोज लगाने के लिए 385 देने पड़ते थे. छत्तीसगढ़ में 18 से 59 आयु वर्ष के लोगो में बूस्टर डोज लगाने वालों की संख्या 15 जुलाई 2022 तक लगभग 97 हजार थी. बूस्टर डोज फ्री होने के बाद प्रदेश में 15 जुलाई से 30 सितंबर तक मात्र 54 लाख लोगों ने ही बूस्टर डोज लगाया है. छत्तीसगढ़ में बूस्टर डोज फ्री होने के बाद भी वैक्सीनेशन सेंटर खाली पड़े हैं. अब तक छत्तीसगढ़ में 18 वर्ष से ज्यादा आयुवर्ष के सिर्फ 71 लाख लोगों ने ही बूस्टर डोज लगवाया है. प्रदेश में कुल 18 वर्ष से ज्यादा दो करोड़ लोग बूस्टर डोज के लिए एलिजिबल है.

2 अक्टूबर से प्रदेश में बूस्टर डोज के लिए लगने लगेगा शुल्क: एपिडेमिक कंट्रोल हेड डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया " कोरोना के लिए बूस्टर डोज लगाने की अवधि 2 दिन और बची है. भारत सरकार के निर्देशानुसार अभी बूस्टर डोज सभी आगे ग्रुप के लोगों को निशुल्क लगाया जा रहा है. 1 अक्टूबर के बाद बूस्टर डोज के लिए शुल्क लग सकता है. सभी को अधिक से अधिक संख्या में बूस्टर डोज जल्द से जल्द लगवाना चाहिए.

वैक्सीनेशन फ्री होने के बावजूद लोगों में नजर नहीं आ रहा उत्साह: वैक्सीनेटर दीपेश्वरी चंद्राकर ने बताया " वैक्सीनेशन फ्री होने के बावजूद वैक्सीनेशन काफी धीमा हो गया था. लेकिन आज सुबह से वैक्सीनेशन के लिए लोग सेंटर पहुंच रहे हैं. आज अब तक 30 से 40 लोगों को वैक्सीन लग चुका है. वैक्सीनेशन फ्री होने के बाद 18 से 59 आयु वर्ग के लोग वैक्सीन लगाने पहुंचे हैं, लेकिन आज इस सुबह से 60 प्लस लोग वैक्सीन लगाने पहुंच रहे हैं.

यह भी पढ़ें: चंदूलाल चंद्राकर अस्पताल में ICU में भर्ती मरीज के चेहरे पर चींटियां, बेटे ने किया जमकर हंगामा

लोग भूल चुके हैं कोरोना का वो दौर जब हॉस्पिटल में नहीं मिल रहे थे बेड: वैक्सीन लगाने आए संजय जंघेल ने कहा " वैक्सीनेशन काफी जरूरी है. हमारी बूस्टर डोज की अवधि जैसे ही आई हम अपने परिवार सहित बूस्टर डोज लगाने वैक्सीनेशन सेंटर आए हैं. पहले लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता था, लोग डरे हुए थे, इसलिए वह वैक्सीन लगाने केंद्र पहुंच रहे थे. लेकिन अब लोगों में कोरोना का डर कम हो गया है. इसीलिए वह वैक्सीन लगाने नहीं पहुंच रहे हैं. लेकिन वैक्सीन लगाना बहुत जरूरी है. हमने पिछले साल अपनों को खोया है. इसलिए हमें वैक्सीनेशन का महत्व पता है. इसलिए हम आज वैक्सीन लगाने पहुंचे हैं और सभी से गुजारिश करते हैं कि वह वैक्सीन जरूर लगाएं.

रायपुर: देश में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम हो रही है. वही कोरोना का संक्रमण कम होने से लोग बूस्टर डोज लगाने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. केंद्र सरकार बूस्टर डोज फ्री करने के बावजूद लोग केंद्रों तक बूस्टर डोज लगाने नहीं पहुच रहे हैं. बूस्टर डोज लगाने के लिए लोगों को पैसे देने पड़ेंगे. यानी 2 अक्टूबर से 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों को बूस्टर डोज लगाने के लिए पैसे देने पड़ सकते हैं.


बूस्टर डोज फ्री होने के बावजूद मात्र 54 लाख लोगों ने लगाया: देश में बूस्टर डोस में तेजी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार 15 जुलाई से पूरे देश में बूस्टर डोज को फ्री कर दिया गया था. यानी 15 जुलाई से पहले 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों को बूस्टर डोज लगाने के लिए 385 देने पड़ते थे. छत्तीसगढ़ में 18 से 59 आयु वर्ष के लोगो में बूस्टर डोज लगाने वालों की संख्या 15 जुलाई 2022 तक लगभग 97 हजार थी. बूस्टर डोज फ्री होने के बाद प्रदेश में 15 जुलाई से 30 सितंबर तक मात्र 54 लाख लोगों ने ही बूस्टर डोज लगाया है. छत्तीसगढ़ में बूस्टर डोज फ्री होने के बाद भी वैक्सीनेशन सेंटर खाली पड़े हैं. अब तक छत्तीसगढ़ में 18 वर्ष से ज्यादा आयुवर्ष के सिर्फ 71 लाख लोगों ने ही बूस्टर डोज लगवाया है. प्रदेश में कुल 18 वर्ष से ज्यादा दो करोड़ लोग बूस्टर डोज के लिए एलिजिबल है.

2 अक्टूबर से प्रदेश में बूस्टर डोज के लिए लगने लगेगा शुल्क: एपिडेमिक कंट्रोल हेड डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया " कोरोना के लिए बूस्टर डोज लगाने की अवधि 2 दिन और बची है. भारत सरकार के निर्देशानुसार अभी बूस्टर डोज सभी आगे ग्रुप के लोगों को निशुल्क लगाया जा रहा है. 1 अक्टूबर के बाद बूस्टर डोज के लिए शुल्क लग सकता है. सभी को अधिक से अधिक संख्या में बूस्टर डोज जल्द से जल्द लगवाना चाहिए.

वैक्सीनेशन फ्री होने के बावजूद लोगों में नजर नहीं आ रहा उत्साह: वैक्सीनेटर दीपेश्वरी चंद्राकर ने बताया " वैक्सीनेशन फ्री होने के बावजूद वैक्सीनेशन काफी धीमा हो गया था. लेकिन आज सुबह से वैक्सीनेशन के लिए लोग सेंटर पहुंच रहे हैं. आज अब तक 30 से 40 लोगों को वैक्सीन लग चुका है. वैक्सीनेशन फ्री होने के बाद 18 से 59 आयु वर्ग के लोग वैक्सीन लगाने पहुंचे हैं, लेकिन आज इस सुबह से 60 प्लस लोग वैक्सीन लगाने पहुंच रहे हैं.

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लोग भूल चुके हैं कोरोना का वो दौर जब हॉस्पिटल में नहीं मिल रहे थे बेड: वैक्सीन लगाने आए संजय जंघेल ने कहा " वैक्सीनेशन काफी जरूरी है. हमारी बूस्टर डोज की अवधि जैसे ही आई हम अपने परिवार सहित बूस्टर डोज लगाने वैक्सीनेशन सेंटर आए हैं. पहले लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता था, लोग डरे हुए थे, इसलिए वह वैक्सीन लगाने केंद्र पहुंच रहे थे. लेकिन अब लोगों में कोरोना का डर कम हो गया है. इसीलिए वह वैक्सीन लगाने नहीं पहुंच रहे हैं. लेकिन वैक्सीन लगाना बहुत जरूरी है. हमने पिछले साल अपनों को खोया है. इसलिए हमें वैक्सीनेशन का महत्व पता है. इसलिए हम आज वैक्सीन लगाने पहुंचे हैं और सभी से गुजारिश करते हैं कि वह वैक्सीन जरूर लगाएं.

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