रायपुर: भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की आज 136वीं जयंती है. इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने उन्हें याद किया. चरणदास महंत ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया. इस अवसर पर महंत ने कहा कि संविधान सभा की अध्यक्षता करते हुए डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने संविधान की रचना की.
चरणदास महंत ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान राजेंद्र प्रसाद ने एक नायक की भूमिका अदा की और प्रथम राष्ट्रपति के रूप में उन्होंने भारत के संविधान को पूरी तरीके से संरक्षित किया. उन्होंने कहा कि सब उनके दिशानिर्देशों का पालन करते रहे, यही हमारी इच्छा है.
सत्र की तैयारी को लेकर महंत का बयान
इस दौरान विधानसभा सत्र को लेकर महंत ने कहा कि सत्र की पूरी तैयारियां कर ली गई है. 2 दिसंबर तक 700 से ज्यादा प्रश्न आ चुके है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार पहले से भी ज्याद बेहतर व्यवस्था की गई है. जो विधायक कोरोना टेस्ट की इच्छा रखेंगे उनका कोरोना टेस्ट भी विधानसभा में होगा. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और मास्क लगाना सभी को अनिवार्य होगा.
डॉ. राजेंद्र प्रसाद
- राजेंद्र प्रसाद 1950 से 1962 तक भारत के पहले राष्ट्रपति थे.
- इससे पहले वे संविधान सभा के अध्यक्ष थे.
- डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में ही संविधान तैयार किया गया.
- वे एक राजनेता और वकील थे, जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए और बिहार से एक प्रमुख नेता बने.
- वह महात्मा गांधी के समर्थक थे और 1931 के नमक सत्याग्रह और 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा जेल भी गए.