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JEE Main Result 2021: चंडीगढ़ के गुरअमृत सिंह ने पूरे देश में किया टॉप, 18 विद्यार्थियों की आई है पहली रैंक

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Published : Sep 15, 2021, 8:45 PM IST

जेईई मेंस-2021 का रिजल्ट (JEE Main Result 2021) जारी कर दिया गया है. इसमें कुल 44 उम्मीदवारों ने 100 परसेंटाइल प्राप्त किये हैं. वहीं कुल 18 स्टूडेंट्स की पहली रैंक है. जिसमें चंडीगढ़ के गुरअमृत सिंह (JEE topper guramrit singh) भी शामिल हैं.

guramrit singh
गुरअमृत सिंह टॉपर

चंडीगढ़/रायपुर: मंगलवार देर रात इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन का रिजल्ट (JEE Main Result 2021) घोषित कर दिया गया. इसमें कुल 44 उम्मीदवारों ने 100 परसेंटाइल प्राप्त किये हैं. वहीं कुल 18 स्टूडेंट्स की पहली रैंक है. जिसमें चंडीगढ़ के गुरअमृत सिंह (JEE topper guramrit singh) भी शामिल हैं. इन्होंने 300 में से 300 स्कोर किया है. इस मौके पर ईटीवी भारत ने गुरअमृत सिंह और उनके माता-पिता से खास बातचीत की. 18 वर्षीय गुरअमृत सिंह ने बताया कि उन्होंने ये बिल्कुल भी नहीं सोचा था. हालांकि ये सपने के सच होने जैसा है. मैं खूब लगन के साथ पढ़ाई करता था. मेरे टीचर्स भी मेरा उत्साह बढ़ाते थे और कहते थे कि तुम अच्छी रैंक ला सकते हो.

चंडीगढ़ के गुरअमृत सिंह ने पूरे देश में किया टॉप

'सेवा ही समर्पण' के रूप में मनाया जाएगा पीएम का जन्मदिन

गुरअमृत ने कहा कि वह प्रतिदिन 7 घंटे पढ़ाई करते थे. कई बच्चे ऐसे भी थे जो ज्यादा देर तक पढ़ाई कर सकते थे, लेकिन मैं 7 घंटे ही कर सकता था और दिन में पढ़ाई के अलावा फुटबॉल और क्रिकेट जैसे खेलों के लिए भी समय निकाल लेता था. हालांकि इस दौरान मैंने सोशल मीडिया का इस्तेमाल कभी नहीं किया. इसके अलावा गुरअमृत ने कहा कि उसकी सारी पढ़ाई ऑनलाइन ही हुई है, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई से भी उनकी तैयारी पर कोई असर नहीं पड़ा. सभी टीचर्स ने उन्हें अच्छे तरीके से पढ़ाया जिससे वह इतनी अच्छी रैंक ला पाए.

गुरअमृत सिंह के पिता एक बिजनेसमैन और मां हाउस वाइफ हैं. इस मौके पर गुरअमृत के पिता गुरदर्शन सिंह ने कहा गुरअमृत की पढ़ाई के लिए घर का माहौल भी वैसा ही बनाया गया था. वह अपने कमरे में कई घंटों तक पढ़ाई करता था और इस दौरान उसे कोई नहीं बुलाता था. जब वह खुद ही कमरे से बाहर आता था तभी उसे खाना दिया जाता था.

वहीं गुरअमृत की मां प्रीति ने बताया कि पहले गुरअमृत पढ़ाई के लिए इतना गंभीर नहीं था. वह खेलने में ज्यादा समय बिताता था, लेकिन बाद में वह पढ़ाई के लिए गंभीर हो गया और अच्छी तरीके से पढ़ाई करने लगा. उसके अध्यापकों ने भी उसकी काफी सहायता की जिसकी बदौलत आज वह इतना अच्छी रैंक ला पाया.

बता दें कि जेईई मेन की चौथे सेशन की परीक्षा 26, 27, 31 अगस्त और 1 और 2 सितंबर को आयोजित की गई थी. सत्र 4 में कुल 7.32 लाख उम्मीदवार उपस्थित हुए थे. मंगलवार देर रात इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन का रिजल्ट घोषित कर दिया गया. इसमें देशभर से कुल 44 स्टूडेंट्स ने 100% हासिल किए हैं. वहीं 18 स्टूडेंट्स की पहली रैंक है जिसमें मोहाली के गुरअमृत सिंह भी शामिल हैं.

चंडीगढ़/रायपुर: मंगलवार देर रात इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन का रिजल्ट (JEE Main Result 2021) घोषित कर दिया गया. इसमें कुल 44 उम्मीदवारों ने 100 परसेंटाइल प्राप्त किये हैं. वहीं कुल 18 स्टूडेंट्स की पहली रैंक है. जिसमें चंडीगढ़ के गुरअमृत सिंह (JEE topper guramrit singh) भी शामिल हैं. इन्होंने 300 में से 300 स्कोर किया है. इस मौके पर ईटीवी भारत ने गुरअमृत सिंह और उनके माता-पिता से खास बातचीत की. 18 वर्षीय गुरअमृत सिंह ने बताया कि उन्होंने ये बिल्कुल भी नहीं सोचा था. हालांकि ये सपने के सच होने जैसा है. मैं खूब लगन के साथ पढ़ाई करता था. मेरे टीचर्स भी मेरा उत्साह बढ़ाते थे और कहते थे कि तुम अच्छी रैंक ला सकते हो.

चंडीगढ़ के गुरअमृत सिंह ने पूरे देश में किया टॉप

'सेवा ही समर्पण' के रूप में मनाया जाएगा पीएम का जन्मदिन

गुरअमृत ने कहा कि वह प्रतिदिन 7 घंटे पढ़ाई करते थे. कई बच्चे ऐसे भी थे जो ज्यादा देर तक पढ़ाई कर सकते थे, लेकिन मैं 7 घंटे ही कर सकता था और दिन में पढ़ाई के अलावा फुटबॉल और क्रिकेट जैसे खेलों के लिए भी समय निकाल लेता था. हालांकि इस दौरान मैंने सोशल मीडिया का इस्तेमाल कभी नहीं किया. इसके अलावा गुरअमृत ने कहा कि उसकी सारी पढ़ाई ऑनलाइन ही हुई है, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई से भी उनकी तैयारी पर कोई असर नहीं पड़ा. सभी टीचर्स ने उन्हें अच्छे तरीके से पढ़ाया जिससे वह इतनी अच्छी रैंक ला पाए.

गुरअमृत सिंह के पिता एक बिजनेसमैन और मां हाउस वाइफ हैं. इस मौके पर गुरअमृत के पिता गुरदर्शन सिंह ने कहा गुरअमृत की पढ़ाई के लिए घर का माहौल भी वैसा ही बनाया गया था. वह अपने कमरे में कई घंटों तक पढ़ाई करता था और इस दौरान उसे कोई नहीं बुलाता था. जब वह खुद ही कमरे से बाहर आता था तभी उसे खाना दिया जाता था.

वहीं गुरअमृत की मां प्रीति ने बताया कि पहले गुरअमृत पढ़ाई के लिए इतना गंभीर नहीं था. वह खेलने में ज्यादा समय बिताता था, लेकिन बाद में वह पढ़ाई के लिए गंभीर हो गया और अच्छी तरीके से पढ़ाई करने लगा. उसके अध्यापकों ने भी उसकी काफी सहायता की जिसकी बदौलत आज वह इतना अच्छी रैंक ला पाया.

बता दें कि जेईई मेन की चौथे सेशन की परीक्षा 26, 27, 31 अगस्त और 1 और 2 सितंबर को आयोजित की गई थी. सत्र 4 में कुल 7.32 लाख उम्मीदवार उपस्थित हुए थे. मंगलवार देर रात इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन का रिजल्ट घोषित कर दिया गया. इसमें देशभर से कुल 44 स्टूडेंट्स ने 100% हासिल किए हैं. वहीं 18 स्टूडेंट्स की पहली रैंक है जिसमें मोहाली के गुरअमृत सिंह भी शामिल हैं.

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