रायपुर : छत्तीसगढ़ में सीजीपीएससी के रिजल्ट को लेकर सत्ता और विपक्ष में जुबानी जंग देखने को मिल रही है.आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ पीएससी का फाइनल रिजल्ट आने के बाद कई ऐसे नाम सामने आए,जो छत्तीसगढ़ शासन में अपनी सेवाएं दे रहे अफसरों के रिश्तेदार थे.इन नामों के सिलेक्शन और उन्हें नंबर देने के प्रोसेस पर कई अभ्यर्थियों ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी.जिसमें जो जानकारी आई वो चौंकाने वाली थी.जिस वजहों से कई अभ्यर्थियों को रिजेक्ट किया गया था.उन चीजों के लिए सेलेक्ट हो चुके अभ्यर्थियों पर लागू नहीं किया गया.जिसके बाद सीजीपीएससी के खिलाफ युवाओं ने मोर्चा खोला.
बीजेपी ने सीजीपीएससी को बनाया सियासी मुद्दा : युवाओं का साथ देने के लिए बीजेपी सामने आई और कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदेश स्तर पर प्रदर्शन करना शुरु किया.वहीं जब पीएम मोदी का दौरा हुआ तो पीएससी घोटाले का मुद्दा भी प्रधानमंत्री उठाया. पीएम मोदी ने इसे नौजवानों के साथ हुआ अन्याय बताते हुए,बीजेपी सरकार बनने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का भरोसा दिलाया.इस पूरे मामले में पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह ने सीबीआई जांच की मांग उठाई है.
-
आज माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी को पत्र लिखकर लोक सेवा आयोग (CGPSC) में हुई धांधली की CBI जाँच करवाने का आग्रह किया।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) October 7, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
दाऊ @bhupeshbaghel की सरकार ने छत्तीसगढ़ में सीजीपीएसी जैसी संवैधानिक संस्थान को भी भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है।
प्रदेश के… pic.twitter.com/1bxtbbMFYK
">आज माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी को पत्र लिखकर लोक सेवा आयोग (CGPSC) में हुई धांधली की CBI जाँच करवाने का आग्रह किया।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) October 7, 2023
दाऊ @bhupeshbaghel की सरकार ने छत्तीसगढ़ में सीजीपीएसी जैसी संवैधानिक संस्थान को भी भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है।
प्रदेश के… pic.twitter.com/1bxtbbMFYKआज माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी को पत्र लिखकर लोक सेवा आयोग (CGPSC) में हुई धांधली की CBI जाँच करवाने का आग्रह किया।
— Dr Raman Singh (@drramansingh) October 7, 2023
दाऊ @bhupeshbaghel की सरकार ने छत्तीसगढ़ में सीजीपीएसी जैसी संवैधानिक संस्थान को भी भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है।
प्रदेश के… pic.twitter.com/1bxtbbMFYK
बीजेपी ने की सीबीआई जांच की मांग : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर सीजीपीएससी में हुई धांधली की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. डॉ रमन ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए पीएम मोदी को लिखे गए खत को साझा किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि दाऊ@bhupeshbaghel की सरकार ने छत्तीसगढ़ में सीजीपीएसी जैसी संवैधानिक संस्थान को भी भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है. प्रदेश के युवाओं को न्याय दिलवाने और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करवाने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.जिसमें पूर्व सीएम ने अधिक अंक पाने वाले को बाहर और कम अंक पाने वाले के चयन समेत अफसरों के रिश्तेदारों के चयन पर सवाल उठाया है.
सीएम भूपेश जांच कराने को हैं राजी,बशर्ते : वहीं कांग्रेस पीएम मोदी के आरोपों के बाद पीएससी घोटालों की जांच कराने के लिए राजी हुई.इस बारे में सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि अधिकारी के घर से ताल्लुक रखना कोई दोष नहीं है, लेकिन अगर कोई इसका अनुचित लाभ उठाता है तो गलत है.अभी तक इस मामले में किसी की भी शिकायत सामने नहीं आई है. सीएम भूपेश माना कि यदि किसी भी अभ्यर्थी ने मेहनत की और उसका परिणाम उसे नहीं मिला तो दोषियों पर कार्रवाई होगी.क्योकि किसी का अधिकार छीनने का हक किसी के पास नहीं है.
भरोसे के सम्मेलन में मल्लिकार्जुन ने किया पीएम मोदी पर पलटवार : वहीं भरोसे का सम्मेलन में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी पीएससी को लेकर उठ रहे सवालों को विपक्ष का प्रोपगेंडा बताया.मल्लिकार्जुन खड़गे की माने तो पीएससी में किसी भी तरह का कोई भी घोटाला नहीं हुआ है. विपक्ष सिर्फ कयासों के आधार पर आरोप लगा रहा है.यदि किसी भी अभ्यर्थी को परेशानी है तो वो सामने आकर शिकायत कर सकता है.यदि कहीं भी गड़बड़ी दिखती है तो जांच के बाद कार्रवाई होगी.लेकिन अभी तक इस मामले में किसी ने भी शिकायत नहीं की है. आपको बता दें कि इस बारे में पहले ही सीएम भूपेश कह चुके हैं कि वो छत्तीसगढ़ के युवाओं के साथ हैं. सीएम भूपेश ने युवा साथियों से अपील करते हुए कहा कि युवा साथी किसी भी तरह के बहकावे में ना आएं, अपनी तैयारी मेहनत और लगन से करते रहें.
सीजीपीएससी 2021 के रिजल्ट पर विवाद : आपको बता दें कि इसी साल 11 मई को सीजी पीएससी 2021 का फाइनल रिजल्ट जारी हुआ था. इसमें 171 पदों पर पीएससी ने भर्ती ली है. इन भर्तियों में 15 लोगों का चयन डिप्टी कलेक्टर के लिए हुआ. बीजेपी ने आरोप लगाए कि मेरिट लिस्ट में पीएससी चेयरमैन के रिश्तेदारों और कांग्रेस पार्टी के नेताओं के करीबियों को जगह दे दी गई है. इन आरोपों के बाद बीजेपी नेता ननकी राम कंवर ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई. याचिका के बाद हाईकोर्ट ने 18 लोगों की नियुक्ति को रोकने के आदेश दिए हैं.
कैसे कर सकते हैं अभ्यर्थी शिकायत : यदि किसी भी अभ्यर्थी को आयोग में पीएससी से जुड़े मामले की शिकायत करनी हो तो वो वे आयोग के अधिकृत ई-मेल आई डी cgpsc.cg@gov.in या फिर आयोग कार्यालय में जाकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं. लोक सेवा आयोग के मुताबिक पिछले एक साल में कुल 95 शिकायत मिली थीं. जिनमें से 76 प्रकरणों का निराकरण कर दिया गया है .बाकी 19 प्रकरणों पर प्रक्रिया चल रही है.
आपको बता दें कि सीजीपीएससी में डिप्टी कलेक्टर सहित अन्य पदों के चयन प्रक्रिया में धांधली मामला विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. सियासी जानकारों की मानें तो इसका असर आगामी चुनाव पर भी देखने को मिलेगा.क्योंकि परीक्षा में धांधली को लेकर अभ्यर्थी हाईकोर्ट की शरण में हैं.वहीं दूसरी तरफ बीजेपी इसे बेरोजगारों के साथ अन्याय मानते हुए प्रदर्शन कर रही है.अब इस मामले में पूर्व सीएम रमन सिंह के खत ने सीजीपीएसी की घोटाले की आग में घी डालने का काम किया है.